फतेहाबाद: टोहाना में आज भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के हरियाणा सार्वजनिक ब्यूरो का चेयरमैन बनने पर अभिनंदन समारोह के तहत जगह-जगह स्वागत का कार्यक्रम था. मगर इसी कार्यक्रम के समानांतर 3 कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने भी सुभाष बराला को काले झंडे दिखाकर विरोध करने की घोषणा कर रखी थी.
आज दोपहर में घटनाक्रम बदला और सूचना मिली कि सुभाष बराला का अभिनंदन कार्यक्रम रद्द हो गया. जिसकी वजह जाखल में नगर पालिका चेयरमैन सीमा गोयल के ससुर की आत्महत्या मामले में शोक को बताया गया. इसको लेकर आज टोहाना में काफी गहमागहमी का माहौल रहा.
किसानों ने बीजेपी के काफिले को दिखाए काले झंडे
वहीं दोपहर होते-होते सभा पर इकट्ठे हुए किसान आक्रोशित होकर सड़क पर निकल पड़े और हिसार-चंडीगढ़ रोड पर स्थित शहीद भगत सिंह राजगुरु सुखदेव मार्ग पर पहुंचकर उन्होंने भाजपा के झंडे और पोस्टरों को इकट्ठा करके आग लगा दी. इसके साथ ही उन्होंने यहां से गुजर रहे भाजपा कार्यकर्ता के काफिले को भी काले झंडे दिखाते हुए अपना विरोध जताया.
'दशहरे पर सरकार के पुतले जलाए जाएंगे'
इस मौके पर किसान संगठन के नेता जगतार सिंह ने बताया कि किसानों के विरोध को देखते हुए सुभाष बराला अपना कार्यक्रम रद्द कर गए हैं. उन्होंने कहा कि उनके संगठन के द्वारा ये विरोध जारी रहेगा और जो भी राष्ट्रीय स्तर पर तीन कृषि कानूनों के विरोध में कार्यक्रम आएगा उनके द्वारा स्थानीय स्तर पर उसे लागू किया जाएगा. वहीं उन्होंने ये भी बताया कि दशहरे के त्यौहार पर जगह-जगह सरकार के पुतले जलाए जाएंगे.
'निष्ठा और ईमानदारी से करूंगा काम'
उधर, सुभाष बराला ने कहा कि उनकी प्राथमिकता रहेगी कि इस पद पर रहते हुए अपनी पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पहले की तरह कार्य करें और पार्टी के विश्वास को कायम करें. जन सेवा में अधिक से अधिक कार्य करें. वही किसानों के विरोध पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि वो खुद भी किसान हैं.
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