फतेहाबाद: टोहाना के गांव समैन में किसानों ने इकट्ठे होकर फैसला लिया है कि उनके गांव में कोई भी राजनेता जो किसान आंदोलन का समर्थन नहीं करता वो ना आए. इसी के साथ उन्होंने ये भी चेताया है कि बिजली विभाग सहित अन्य सरकारी विभाग के कर्मचारी भी उनके गांव में ना आएं उनसे सहयोग नहीं किया जाएगा. इस बीच अगर उनके साथ कोई बात होती है तो इसके जिम्मेदार वो खुद होंगे.
ये कड़ी चेतावनी गांव समैन के किसानों ने आज जारी की. इसके साथ उन्होंने ये भी फैसला लिया कि किसान आंदोलन की मदद के लिए लगातार दिल्ली बॉर्डर पर जाना जारी रहेगा. प्रत्येक घर से इसके लिए ड्यूटी लगाई गई है, जो नहीं जाएगा उसे जुर्माने का प्रावधान भी किया गया है.
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किसान नेता बलवंत सिंह ने कहा कि गांव में ये फैसला किया गया है कि जब तक किसान आंदोलन है कोई भी ऐसा नेता जो किसान आंदोलन का समर्थन नहीं करता वो उनके गांव में ना आएं. साथ ही बिजली विभाग के कर्मचारी गांव में घूम रहे हैं ये कर्मचारी भी उनके गांव में ना आएं, क्योंकि उनके गांव में किसान आंदोलन के चलने तक सरकार से सहयोग नहीं किया जाएगा.
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