फतेहाबाद: जिले में किसान संगठनों ने लघु सचिवालय के बाहर 24 घंटे के लिए प्रदर्शन किया और पराली को लेकर किसानों पर दर्ज किए जा रहे मामले वापस लेने की मांग उठाई. किसान संगठनों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. किसानों का कहना है कि आगामी आंदोलन को लेकर 28 नवंबर को बैठक कर फैसला लिया जाएगा.
29 और 30 दिसंबर को दिल्ली में बैठक
किसानों ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो दिल्ली में 29 और 30 नवंबर को किसान संगठनों की बैठक होगी. जिसमें पराली के मुद्दे को उठाया जाएगा. फिर भी किसानों पर दर्ज केस वापस नहीं हुए तो आंदोलन को तेज किया जाएगा.
मांगें नहीं माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी
किसानों ने ये भी मांग की कि उन्हें पराली को नष्ट करने के लिए यंत्र मुहैया करवाए जाए. किसानों का कहना है कि उनके पास पराली को लेकर कोई दूसरा विकल्प अभी मौजूद नहीं है. इसलिए उन्हें मजबूरन पराली को जलाना पड़ता है. अगर सरकार विकल्प दे देगी तो वो पराली को जलाना छोड़ देंगे.
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किसानों ने पराली को लेकर दर्ज मामलों को वापस लेने की बात कही.किसानों ने साफ कहा है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वो बड़े आंदोलन को मजबूर होंगे. आंदोलन की रूपरेखा दिल्ली में तैयार की जाएगी. दरअसल सरकार के आदेश पर पराली जलाने वाले किसानों पर मामले दर्ज किए गए हैं. इसकी के विरोध में किसान संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं.