फतेहाबाद: बीजेपी छात्र संगठन एबीवीपी ने छात्रों की हितों को लेकर सरकार के सामने कई मांगे रखी है. एबीवीपी ने कहा है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा, लेकिन छात्रों की मांग से पीछे नहीं हटेंगे.
सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी एबीवीपी
एबीवीपी के संयोजक संदीप ने कहा है कि छात्रों की समस्याओं को लेकर 11 सूत्रीय मांगों को सरकार को भेजा गया है जिसको लेकर 31 अगस्त को जिला केन्द्रों पर और 3 सितंबर को पंचकूला पर प्रदेश स्तरीय प्रदशन किया जाएगा. संदीप ने बताया की इन मांगों का पत्र मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवं प्रदेश के शिक्षा मंत्री को भेजा गया है. छात्र हितों की इन मांगों को पूरा कराने के लिए एबीवीपी द्वारा पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा.
इसमें 31 अगस्त को सभी जिला केंद्रों पर प्रदर्शन और 3 सितंबर को पंचकूला में उच्चतर शिक्षा विभाग कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा. उन्होंने बताया की पिछले वर्ष सरकार द्वारा विभिन्न कोर्सों की फीस में बढ़ोतरी की गई थी जिसका एबीवीपी ने पुरजोर विरोध किया था. उसके बाद उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा एक पत्र के माध्यम से जिन विद्यार्थियों से बढ़ी हुई फीस ली गई थी. उनको 15 दिन में वापस करने का निर्देश दिया था परंतु आज तक प्रदेश के 50 से ज्यादा संस्थानों ने फीस वापस नहीं की है.
ये हैं मांग
इसके अलावा आगामी सत्र में विद्यार्थी महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों की बहुत सारी सुविधाओं का उपयोग नहीं कर रहे हैं. इसलिए उसी अनुपात में उनकी फीस में भी कटौती की जाए, शिक्षा शुल्क किस्तों में जमा कराने की सुविधा विद्यार्थियों और अभिभावकों को दी जाए. अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा से संबंधित सभी समस्या दूर की जाए. अगर ऑनलाइन परीक्षा ली जाती हैं तो पहले मॉक टेस्ट आयोजित किया जाए.
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प्रत्येक जिला केंद्र पर परीक्षा से सम्बंधित समस्याओं को दूर करने के लिये जिला कॉर्डिनेटर नियुक्त किये जाए. इस बात का ध्यान रखा जाए कि किसी भी विद्यार्थी का 1 वर्ष खराब ना हो, ऐसा 11 सूत्रीय मांग पत्र एबीवीपी द्वारा सरकार को भेजा गया है. इससे पहले भी विद्यार्थी परिषद द्वारा तालाबंदी में तीन मांग पत्र छात्रों की विभिन्न मांगों को लेकर सरकार को भेजे जा चुके हैं.