फतेहाबाद: टोहाना क्षेत्र में तीन दिन तक पल्स पोलियो अभियान चलाया गया. ये अभियान लगभग 250 स्वास्थकर्मियों और उनकी सहयोगी टीम के द्वारा चलाया गया. इस अभियान के दौरान विभाग की 50 टीमों ने काम किया.
सीनियर मेडिकल ऑफिसर डॉ. हरविंद्र सागु ने बताया कि विभाग ने अपना 98.9 प्रतिशत प्राप्त कर लिया है. अभी एक हफ्ते तक बच्चों को दवा पिलाने का कार्य जारी रहेगा. बता दें कि ये अभियान वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के निर्देेश पर तीन साल बाद भारत में चलाया गया था.
पोलिया विश्व में एक भयंकर बीमारी के रूप में जानी जाती रही है, जिसके लिए विश्व स्तर पर एक अभियान चला कर इसे समाप्त करने की कोशिश की जा रही है. इस कड़ी में भारत में भी 19 जनवरी को विशेष अभियान चलाया गया. इसमें जिला फतेहाबाद के टोहाना में लगभग 250 स्वास्थ्य कर्मी और उनके सहयोगियों ने काम किया. जिसके तहत पहले दिन बूथ स्तर की गतिविधी की गई. वहीं दूसरे दिन घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाई गई, जबकि तीसरे दिन और आखिरी दिन बाकी बचे हुए घरों में जाकर बच्चों को पोलियों ड्राप पिलाई गई.
क्या कहते हैं सीनियर मैडिकल ऑफिसर डॉ. हरविन्द्र सागू?
डॉ. हरविन्द्र सागू ने बताया कि प्लस पोलियों अभियान 19 जनवरी से शुरू हुआ था. जिसमें 19 जनवरी को बूथ स्तर पर काम किया गया. इस दिन नागरिक अस्पताल की दस टीमें सुपरविजन का काम कर रही थी, जिसमें 50 वॉलेंटियर काम कर रहे थे. एक टीम में चार सदस्य बनाए गए थे.
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उन्होंने बताया कि 20 जनवरी को विभाग के द्वारा हाउस टू हाउस एक्टीविटी की गई, जिसके तहत जो बच्चे बूथ पर नहीं पहुंच पाए उन्हें दवा पिलाई गई. वहीं 21 जनवरी को मॉक ऑपरेशन किया गया, जिसमें जो बच्चे इसके आलावा रह गए थे या छूट गए थे उन्हें दवा पिलाई गई. अभियान के तहत टोहाना में 10 हजार 24 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया था. जिसे विभाग ने 21 जनवरी को ही प्राप्त कर लिया था.