ETV Bharat / state

किडनी ट्रांसप्लांट के बाद महिला की मौत, नामी अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही के आरोप - महिला के इलाज में लापरवाही

फरीदाबाद में अकॉर्ड अस्पताल प्रशासन एक बार फिर आरोपों के घेरे में आ गया है. दरअसल यहां महिला का किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था. जिसके बाद महिला की मौत हो गई. परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

woman died after kidney transplant
woman died after kidney transplant
author img

By

Published : Jun 4, 2023, 10:20 PM IST

फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद का अकॉर्ड अस्पताल एक बार फिर से चर्चाओं में आ गया है. इस अस्पताल के चार डॉक्टर आरोपों के घेरे में हैं. अस्पताल के चार डॉक्टरों पर परिजनों ने महिला के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. मृतक महिला के परिजनों ने डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी है. वहीं, डॉक्टरों के पैनल द्वारा मृतक महिला का पोस्टमार्टम कराया गया है.

पुलिस ने क्या कहा: इस मामले में पुलिस का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली थी कि हेमलता का मार्च 2023 में किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन हुआ था. जिसके बाद कुछ दिक्कत आई. जिसके बाद 26 मई 2023 को दोबारा से रूटीन चेकअप के लिए अकॉर्ड हॉस्पिटल आए थे. रूटीन चेकअप में डॉक्टरों ने बताया कि महिला को फीवर है, जिसके बाद महिला के अन्य चेकअप भी किए गए. चेकअप के दौरान महिला की ब्रेस्ट में कुछ इंफेक्शन सामने आया. जिसके बाद इलाज के दौरान 3 जून को उनकी मौत हो गई है.

'पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद होगी कानूनी कार्रवाई': पुलिस ने बताया कि मृतक महिला के परिजनों का आरोप है कि महिला की मौत डॉक्टरों की लापरवाही के चलते हुई है. डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए हम यहां पर आए हैं. अस्पताल से मरीज की पूरी समरी ले ली जाएगी. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद जो भी जांच बनेगी उसके मुताबिक ही कार्रवाई की जाएगी. शव का पोस्टमार्टम हो चुका है.

आरोपों के घेरे में अकॉर्ड अस्पताल प्रशासन: आपको बता दें कि हेमलता की उम्र 29 साल थी. मृतक महिला के दोनों भाइयों का आरोप है कि उनकी बहन का किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन अकॉर्ड अस्पताल में मार्च के महीने में कराया था. उनकी बहन के इलाज में कुल मिलाकर 16 लाख रुपये अस्पताल प्रशासन ने मांगे थे. जब वो पैसे अस्पताल प्रशासन ने लिए थे तो उनकी बहन ठीक थी. लेकिन हेमलता की बीते दिन 3 जून को अकॉर्ड अस्पताल में मौत हो गई है.

'मरीज को भर्ती कर छुट्टी पर चले गए डॉ.': मृतक महिला के भाई ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने हेमलता को अस्पताल में भर्ती करवा लिया था. डॉक्टरों ने कहा था कि हेमलता को हल्का फीवर है. जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में उसे भर्ती कर लिया. लेकिन डॉ. जितेंद्र हेमलता को भर्ती करे के बाद 2 दिन की छुट्टी पर चले गए. जिसके बाद हेमलता की तबीयत भी काफी बिगड़ने लगी.

'डॉ. ने नए वायरस का दिया हवाला': जब हेमलता की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो डॉ. जितेंद्र ने बताया कि उसे एमडीआर नाम का कोई वायरस भी है. जिसका इलाज संभव ही नहीं है. डॉक्टर ने नए वायरस का बहाना बनाया. वहीं, मृतक महिला के भाई ने कहा कि अगर कोई नया वायरस आएगा भी तो सरकार एडवाइजरी जारी करती है. लेकिन डॉ. ने उन्हें गुमराह किया. वहीं, मृतक महिला के भाइयों ने आरोप लगाया है कि सीनियर डॉ. छुट्टी पर थे और जो बाकी डॉ. थे वो भी उन्हें गुमराह कर रहे थे.

ये भी पढ़ें: पिता के सामने यमुना नदी में बहे दो सगे भाई, घूमने आया था परिवार, छोटी सी चूक पड़ी भारी

'डॉक्टर ने किया गुमराह': उन्होंने कहा कि हेमलता को वेंटिलेटर पर हमसे पूछे बगैर ही रख दिया था. रखने के बाद डॉक्टरों ने हमें बताया था. उन्होंने आरोप लगाया है कि हेमलता की डेथ 3 जून को शाम 3 बजे हो चुकी थी. लेकिन डॉ. ने हमें रात 8 बजे तक गुमराह करके रखा. मृतक महिला के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की सोची समझी साजिश है.

'स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से करेंगे शिकायत': वहीं, उनका कहना है कि हमारी बहन की मौत हो चुकी है. लेकिन किसी और मरीज के साथ ऐसा न हो इसके लिए वो स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से भी शिकायत करेंगे. परिजनों ने डॉ. के खिलाफ लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कहा कि चारों डॉक्टरों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.

फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद का अकॉर्ड अस्पताल एक बार फिर से चर्चाओं में आ गया है. इस अस्पताल के चार डॉक्टर आरोपों के घेरे में हैं. अस्पताल के चार डॉक्टरों पर परिजनों ने महिला के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. मृतक महिला के परिजनों ने डॉक्टरों के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी है. वहीं, डॉक्टरों के पैनल द्वारा मृतक महिला का पोस्टमार्टम कराया गया है.

पुलिस ने क्या कहा: इस मामले में पुलिस का कहना है कि उन्हें शिकायत मिली थी कि हेमलता का मार्च 2023 में किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन हुआ था. जिसके बाद कुछ दिक्कत आई. जिसके बाद 26 मई 2023 को दोबारा से रूटीन चेकअप के लिए अकॉर्ड हॉस्पिटल आए थे. रूटीन चेकअप में डॉक्टरों ने बताया कि महिला को फीवर है, जिसके बाद महिला के अन्य चेकअप भी किए गए. चेकअप के दौरान महिला की ब्रेस्ट में कुछ इंफेक्शन सामने आया. जिसके बाद इलाज के दौरान 3 जून को उनकी मौत हो गई है.

'पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद होगी कानूनी कार्रवाई': पुलिस ने बताया कि मृतक महिला के परिजनों का आरोप है कि महिला की मौत डॉक्टरों की लापरवाही के चलते हुई है. डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए हम यहां पर आए हैं. अस्पताल से मरीज की पूरी समरी ले ली जाएगी. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद जो भी जांच बनेगी उसके मुताबिक ही कार्रवाई की जाएगी. शव का पोस्टमार्टम हो चुका है.

आरोपों के घेरे में अकॉर्ड अस्पताल प्रशासन: आपको बता दें कि हेमलता की उम्र 29 साल थी. मृतक महिला के दोनों भाइयों का आरोप है कि उनकी बहन का किडनी ट्रांसप्लांट का ऑपरेशन अकॉर्ड अस्पताल में मार्च के महीने में कराया था. उनकी बहन के इलाज में कुल मिलाकर 16 लाख रुपये अस्पताल प्रशासन ने मांगे थे. जब वो पैसे अस्पताल प्रशासन ने लिए थे तो उनकी बहन ठीक थी. लेकिन हेमलता की बीते दिन 3 जून को अकॉर्ड अस्पताल में मौत हो गई है.

'मरीज को भर्ती कर छुट्टी पर चले गए डॉ.': मृतक महिला के भाई ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने हेमलता को अस्पताल में भर्ती करवा लिया था. डॉक्टरों ने कहा था कि हेमलता को हल्का फीवर है. जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में उसे भर्ती कर लिया. लेकिन डॉ. जितेंद्र हेमलता को भर्ती करे के बाद 2 दिन की छुट्टी पर चले गए. जिसके बाद हेमलता की तबीयत भी काफी बिगड़ने लगी.

'डॉ. ने नए वायरस का दिया हवाला': जब हेमलता की तबीयत ज्यादा खराब हुई तो डॉ. जितेंद्र ने बताया कि उसे एमडीआर नाम का कोई वायरस भी है. जिसका इलाज संभव ही नहीं है. डॉक्टर ने नए वायरस का बहाना बनाया. वहीं, मृतक महिला के भाई ने कहा कि अगर कोई नया वायरस आएगा भी तो सरकार एडवाइजरी जारी करती है. लेकिन डॉ. ने उन्हें गुमराह किया. वहीं, मृतक महिला के भाइयों ने आरोप लगाया है कि सीनियर डॉ. छुट्टी पर थे और जो बाकी डॉ. थे वो भी उन्हें गुमराह कर रहे थे.

ये भी पढ़ें: पिता के सामने यमुना नदी में बहे दो सगे भाई, घूमने आया था परिवार, छोटी सी चूक पड़ी भारी

'डॉक्टर ने किया गुमराह': उन्होंने कहा कि हेमलता को वेंटिलेटर पर हमसे पूछे बगैर ही रख दिया था. रखने के बाद डॉक्टरों ने हमें बताया था. उन्होंने आरोप लगाया है कि हेमलता की डेथ 3 जून को शाम 3 बजे हो चुकी थी. लेकिन डॉ. ने हमें रात 8 बजे तक गुमराह करके रखा. मृतक महिला के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन की सोची समझी साजिश है.

'स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से करेंगे शिकायत': वहीं, उनका कहना है कि हमारी बहन की मौत हो चुकी है. लेकिन किसी और मरीज के साथ ऐसा न हो इसके लिए वो स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज से भी शिकायत करेंगे. परिजनों ने डॉ. के खिलाफ लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कहा कि चारों डॉक्टरों पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.