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वॉक फॉर अरावली के नारे के साथ सड़कों पर उतरे लोग, कहा- सरकार को वापिस लेना होगा संशोधन विधेयक

वॉक फॉर अरावली पीएलपीए में संशोधन के खिलाफ जनता विधानसभा में पास हो चुका है संशोधन बिल

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Published : Mar 6, 2019, 3:31 PM IST

वॉ फॉर अरावली में शामिल हुए लोग

फरीदाबादः पीएलपीए में संशोधन के विधेयक पास होने के बाद से ही अरावली पर्वत श्रृंखला को बचाने के विरोध जताया जा रहा है. वहीं इस विरोध में अब आम आदमी भी मैदान में आ गया है.

वॉक फॉर अरावली के नाम से फरीदाबाद में चल रही मुहिम का हिस्सा बने लोगों ने भी लघु सचिवालय पर कई घंटे शांतिपूर्ण तरीके से धरना दिया. बता दें फरीदाबाद में अरावली 692 किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैली हुई है.

फरीदाबाद में अरावली रेंज पर्वतारोहियों का पसंदीदा स्थल रहा है. इसके साथ ही इस रेंज में कुछ बेहतरीन दर्शनीय जगहें भी शामिल हैं, लेकिन बुहत जल्द ये सब खत्म हो सकता है, अगर वक्त रहते सरकार और प्रशासन ने अरावली पर हो रहे निमार्णों की तरफ ध्यान नहीं दिया.

वॉ फॉर अरावली में शामिल हुए लोग

फरीदाबाद में अरावली को बचाने के लिए वॉक फॉर अरावली नामक मुहिम को कुछ आम लोगों द्वारा चलाया जा रहा है. इसी मुहिम के तहत शहर के आम लोगों ने राजनीति से किनारा करके लघु सचिवालय पर अरावली बचाने को लेकर कई घंटे शांतिपूर्ण धरना दिया.

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लोगों का कहना है कि उनका मकसद सिर्फ प्रशासन और सरकार को ये बताना है कि अरावली के खत्म होने से किस तरह के हालात फरीदाबाद शहर के होने वाले है. उन्होंने कहा कि वो लगातार पिछले कई सालों इस मुहिम हिस्सा बने हुए है उन्होंने इस मामले की शिकायत प्रशासन को भी दी है और वो शांतिपूर्ण तरीके से इसका हल चाहते है.

हरियाणा सरकार ने अंग्रेजों के 120 साल पुराने कानून को बदल दिया है. विधानसभा के बजट सत्र में पंजाब भू-संरक्षण अधिनियम 1900 (पीएलपीए) में संशोधन का प्रस्ताव रखा गया और विपक्ष के भारी विरोध के बावजूद पास कर दिया गया.

कानून में हुए संशोधन के बाद अब अरावली फोरेस्ट रेंज में भी निर्माण कार्य हो सकेंगे. यही नहीं, यह कानून शिवालिक की पहाड़ियों में भी लागू होगा. फरीदाबाद की एक कॉलोनी और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के एक सेक्टर से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह संशोधन किया गया है.

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फरीदाबादः पीएलपीए में संशोधन के विधेयक पास होने के बाद से ही अरावली पर्वत श्रृंखला को बचाने के विरोध जताया जा रहा है. वहीं इस विरोध में अब आम आदमी भी मैदान में आ गया है.

वॉक फॉर अरावली के नाम से फरीदाबाद में चल रही मुहिम का हिस्सा बने लोगों ने भी लघु सचिवालय पर कई घंटे शांतिपूर्ण तरीके से धरना दिया. बता दें फरीदाबाद में अरावली 692 किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैली हुई है.

फरीदाबाद में अरावली रेंज पर्वतारोहियों का पसंदीदा स्थल रहा है. इसके साथ ही इस रेंज में कुछ बेहतरीन दर्शनीय जगहें भी शामिल हैं, लेकिन बुहत जल्द ये सब खत्म हो सकता है, अगर वक्त रहते सरकार और प्रशासन ने अरावली पर हो रहे निमार्णों की तरफ ध्यान नहीं दिया.

वॉ फॉर अरावली में शामिल हुए लोग

फरीदाबाद में अरावली को बचाने के लिए वॉक फॉर अरावली नामक मुहिम को कुछ आम लोगों द्वारा चलाया जा रहा है. इसी मुहिम के तहत शहर के आम लोगों ने राजनीति से किनारा करके लघु सचिवालय पर अरावली बचाने को लेकर कई घंटे शांतिपूर्ण धरना दिया.

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लोगों का कहना है कि उनका मकसद सिर्फ प्रशासन और सरकार को ये बताना है कि अरावली के खत्म होने से किस तरह के हालात फरीदाबाद शहर के होने वाले है. उन्होंने कहा कि वो लगातार पिछले कई सालों इस मुहिम हिस्सा बने हुए है उन्होंने इस मामले की शिकायत प्रशासन को भी दी है और वो शांतिपूर्ण तरीके से इसका हल चाहते है.

हरियाणा सरकार ने अंग्रेजों के 120 साल पुराने कानून को बदल दिया है. विधानसभा के बजट सत्र में पंजाब भू-संरक्षण अधिनियम 1900 (पीएलपीए) में संशोधन का प्रस्ताव रखा गया और विपक्ष के भारी विरोध के बावजूद पास कर दिया गया.

कानून में हुए संशोधन के बाद अब अरावली फोरेस्ट रेंज में भी निर्माण कार्य हो सकेंगे. यही नहीं, यह कानून शिवालिक की पहाड़ियों में भी लागू होगा. फरीदाबाद की एक कॉलोनी और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के एक सेक्टर से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद यह संशोधन किया गया है.

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ANCHOR :- 

हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कर्मचारी यूनियन द्वारा आज अपनी मांगों को लेकर रोष प्रदर्शन किया गया।  हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कर्मचारी यूनियन ने पंचकूला से रोष प्रदर्शन करते हुए चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री हरियाणा आवास के लिए कूच किया लेकिन चंडीगढ़ पुलिस द्वारा चंडीगढ़ बॉर्डर पर उन्हें रोक लिया गया। यूनियन के अध्यक्ष ने बताया कि आज अपनी मांगों को लेकर हरियाणा शहरी  विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर गए थे लेकिन उनकी मांग नहीं सुनी गई और उसके बाद अपनी मांगों को लेकर वे सभी मुख्यमंत्री हरियाणा से मिलने के लिए चंडीगढ़ निकले थे जहाँ उन्हें हाउसिंग बोर्ड चोक पर रोक लिया गया और फिर सीएम निवास में बातचीत के लिए बुलाया है। 

वीओ 1:-
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष ने बतायाकि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के कर्मचारी  लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार से मांग करती आ रही है लेकिन आज तक उनकी मांगे पूरी नही की गई। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष ने बताया कि उनकी मांग है कि उनकी पेंशन फंड में आ रही पैसों की कमी को दूर किया जाए,  फॉर्मर्स अवॉर्ड 2018 देने , कच्चे कर्मचारियों को पक्का करना ,सातवें वेतन आयोग की सिफारिश लागू करना ,प्लॉट कोटा देने , विभाग में पड़े खाली पदों को भरने ,टेक्निकल स्केल देने, सर्विस रूल्स मार्च 2009 में रही कमियों को दूर किया जाये। उन्होंने कहा कि उनकी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से भी बात हुई थी लेकिन किसी भी मांग का समाधान नहीं किया गया।  उन्होंने बताया कि आज अपनी मांगों को लेकर हरियाणा शहरी  विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर गए थे लेकिन उनकी मांग नहीं सुनी गई और उसके बाद अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री हरियाणा से मिलने के लिए चंडीगढ़ निकले थे।  उन्होंने कहा कि हमें सीएम निवास में बातचीत के लिए बुलाया है। 

बाइट :- यूनियन के प्रधान।






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ASHISH SHARMA
      Panchkula
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