फरीदाबाद: पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं और बढ़ते दामों से जहां आम जनता परेशान है वहीं ट्रांसपोर्टरों पर भी इसका काफी गहरा असर पड़ा है. लॉकडाउन में ढील के बाद ट्रांसपोर्टरों का काम तो शुरू हुआ, लेकिन अब नई समस्या है तेल के बढ़ते दाम.
ट्रांसपोर्टरों की मानें तो उनको पहले ही तीन महीने के लॉकडाउन में काफी आर्थिक नुकसान हुआ है, लेकिन अब तेल की बढ़ती कीमतों से उनको एक और आर्थिक चोट पहुंची है. ट्रांसपोर्ट्स का कहना है कि अगर इसी तरह से तेल के दाम बढ़ते रहे तो उन्हें मजबूरन अपना काम बंद करना पड़ेगा.
ट्रांसपोर्ट का कम हुआ ठप
ट्रांसपोर्टरों ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि लॉकडाउन के दौरान उनका बेहद बुरा हाल हुआ है. जिसके बाद अब वो धीरे-धीरे अपने आप को संभालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन डीजल के बढ़ते भावों ने अब उनकी कमर तोड़ दी है. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से जिस राहत पैकेज की घोषणा की गई उसका कोई फायदा ट्रांसपोर्टरों को नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा की पहले 1 दिन में कई काम उनको मिलते थे, लेकिन अब काम मिलने में भी उनको दिक्कत आ रही है. उन्होंने बताया कि तेल की बढ़ती कीमतों के कारण ट्रांसपोर्ट महंगा हो रहा है और गाड़ियों का भाड़ा निकालना भी मुश्किल हो रहा है.
शनिवार को भी बढ़े रेट
गौरतलब है कि शनिवार को भी पेट्रोल में 24 पैसे की बढ़ोतरी देखी गई तो वहीं डीजल के दाम में भी 19 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी देखी गई. जिसके बाद शनिवार को पेट्रोल 78.71 और डीजल 72.77 रुपए प्रति लीटर का दर्ज किया गया.
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