फरीदाबाद: पुलवामा हमले से दो दिन पहले आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए पैरा कमांडो संदीप कुमार का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. शहीद संदीप को हजारों की संख्या में लोगों ने श्रद्धांजलि दी.
बता दें कि मुठभेड़ में घायल संदीप का श्रीनगर के मिलिट्री अस्पताल में इलाज चल रहा था. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. मंगलवार सुबह उनकी शहादत की खबर मिली. हजारों की संख्या में लोगों ने शहीद को अंतिम विदाई दी.
दरअसल 11 फरवरी को संदीप और उनके तीन साथियों की पुलवामा में आतंकवादियों से मुठभेड़ हुई थी. इसमें एक साथी मौके पर ही शहीद हो गया था. जबकि संदीप और दूसरा साथी घायल हो गए थे.
पैरा यूनिट में तैनात 30 वर्षीय नायक हवलदार संदीप को चार गोलियां और ग्रेनेड के छर्रे लगे थे. संदीप कश्मीर स्थित सेना अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे. बता दें कि शहीद संदीप को जिस दिन गोली लगी थी, उसी दिन उनका जन्मदिन भी था.
संदीप को इलाज के लिए श्रीनगर के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती किया गया. जहीं उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. मंगलवार सुबह करीब 11 बजे संदीप की शहादत की खबर मिली. शहीद संदीप की अंतिम यात्रा में हजारों लोगों ने हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए.
पंचतत्व में विलीन हुए शहीद संदीप, हजारों लोगों ने नम आखों से दी अंतिम विदाई
पैरा यूनिट में तैनात 30 वर्षीय नायक हवलदार संदीप को चार गोलियां और ग्रेनेड के छर्रे लगे थे. संदीप कश्मीर स्थित सेना अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे.
फरीदाबाद: पुलवामा हमले से दो दिन पहले आतंकियों से मुठभेड़ में शहीद हुए पैरा कमांडो संदीप कुमार का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. शहीद संदीप को हजारों की संख्या में लोगों ने श्रद्धांजलि दी.
बता दें कि मुठभेड़ में घायल संदीप का श्रीनगर के मिलिट्री अस्पताल में इलाज चल रहा था. उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. मंगलवार सुबह उनकी शहादत की खबर मिली. हजारों की संख्या में लोगों ने शहीद को अंतिम विदाई दी.
दरअसल 11 फरवरी को संदीप और उनके तीन साथियों की पुलवामा में आतंकवादियों से मुठभेड़ हुई थी. इसमें एक साथी मौके पर ही शहीद हो गया था. जबकि संदीप और दूसरा साथी घायल हो गए थे.
पैरा यूनिट में तैनात 30 वर्षीय नायक हवलदार संदीप को चार गोलियां और ग्रेनेड के छर्रे लगे थे. संदीप कश्मीर स्थित सेना अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे. बता दें कि शहीद संदीप को जिस दिन गोली लगी थी, उसी दिन उनका जन्मदिन भी था.
संदीप को इलाज के लिए श्रीनगर के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती किया गया. जहीं उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. मंगलवार सुबह करीब 11 बजे संदीप की शहादत की खबर मिली. शहीद संदीप की अंतिम यात्रा में हजारों लोगों ने हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए.