फरीदाबाद: कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार और किसानों के बीच गतिरोध जारी है. किसान कृषि कानूनों को वापस करवाने की मांग पर अड़े हुए हैं. पलवल के किसान कृषि कानूनों के विरोध भी दिल्ली कूच कर रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में ट्रैक्टर दिल्ली कूच रहे हैं. किसानों का साफ कहना है कि जब तक सरकार कृषि कानून वापस नहीं ले लेती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
ईटीवी भारत हरियाणा से बात करते हुए किसानों ने कहा कि सरकार समझती है कि किसान अनपढ़ है, लेकिन अब किसान पहले की तरह नहीं है. किसान अब सब कुछ समझता है. किसानों के बेटे आईएएस, जज और वकील बन गए हैं. किसानों को नासमझ समझने की गलती सरकार ना करे.
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किसान देवीलाल शर्मा ने बताया कि अब किसान अपने हकों को लेकर लड़ना जानता है. किसान सरकार से डरने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार झूठ बोलती है कि एमएसपी पर खरीद होगी, क्योंकि अभी भी मंडियों में एमएसपी पर खरीद नहीं हो रही है.
किसानों ने कहा कि मोदी ने कृषि कानून बनाकर किसानों को फांसी लगा दी है. बुजुर्ग किसानों ने कहा कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी में सबसे बड़ा किसान विरोध नेता अब जाकर देखा है. उन्होंने कहा कि मोदी सबसे बड़ा किसान विरोधी नेता है. किसानों ने कहा कि पहले वो आजाद थे, लेकिन अब नए कृषि कानूनों ने उनको जकड़ लिया है.