फरीदाबाद: मैट्रिमोनियल साइट के माध्यम से की गई साइबर ठगी के मामले में सूरजकुंड पुलिस ने दो आरोपियों को किया गिरफ्तार है. बुआ के इलाज के नाम पर एक महिला ने पीड़ित से 20 हजार रुपये ठगे थे. फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में ऋषभ तथा आदित्य नाम के व्यक्ति शामिल हैं. आरोपी ऋषभ दिल्ली का रहने वाला है जबकि आदित्य यूपी के आजमगढ़ में रह रहा था.
16 मई को सूरजकुंड थाने में पीड़ित अनिल कुमार ने शिकायत दी थी. जिसमें उसने बताया कि वो एक कंपनी में क्वालिटी मैनेजर के पद पर तैनात है. सितंबर 2022 में उसकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया था और परिवार की सलाह पर दोबारा विवाह करने के लिए उसने jeevansathi.com पर अपना प्रोफाइल बनाया था. वहीं से उसे जया शुक्ला नाम की महिला का फोन आया. उनकी व्हाट्सएप पर बात होने लगी. कुछ दिन तक उनकी लगातार अच्छे तरीके से बात होती रही. जया ने बताया कि उसके पति और बच्चे की मृत्यु हो चुकी है और वो भी शादी करना चाहती है.
इस प्रकार महिला ने अनिल को अपने झांसे में ले लिया और कुछ दिन तक उसके साथ प्यार भरी बातें करती रही. एक दिन अचानक उस महिला का फोन आया और उसने बताया कि उसकी बुआ सीढ़ियों से गिर गई है. उसके सिर में चोट आई है. उसने बताया कि बुआ को बिहार के बेगूसराय से पटना नोबल अस्पताल में ले जा रहे हैं. थोड़ी देर बाद में उसने कहा कि ऑपरेशन के लिए उसके पास कुछ पैसे कम पड़ रहे हैं. उन्हें करीब 20 हजार की आवश्यकता है. पीड़ित अनिल ने बिना सोचे समझे महिला द्वारा बताए गए बैंक अकाउंट में 20 हजार रुपये भेज दिए.
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शिकायतकर्ता अनिल ने बताया कि उस महिला ने कुछ दिन बाद फिर से पैसे मांगे तो उसे शक हो गया. उसने अस्पताल में पता करवाया तो वहां उस नाम से कोई मरीज नहीं था. अनिल ने जब महिला से अपने पैसे वापस मांगे तो उसने बहाना बनाना शुरू कर दिया. कुछ दिन बाद बात करना भी बंद कर दिया. अनिल को जब इस धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उसने पुलिस में अपनी शिकायत दी. जिसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया.
फरीदाबाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी ऋषभ को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया. इसके पश्चात ऋषभ द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आरोपी आदित्य को पकड़ा गया. आरोपी ऋषभ को अदालत में पेश करके जेल भेज दिया गया. जबकि आरोपी आदित्य को 4 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपी अच्छे दोस्त हैं. वो पहले छत्तीसगढ़ में ड्राइवर की नौकरी करते थे.
आरोपी आदित्य ने jeevansathi.com पर फर्जी आईडी बनाई थी और महिला द्वारा बताया गया बैंक अकाउंट नंबर आरोपी ऋषभ का था. उसने महिला साथी की मदद से शिकायतकर्ता से पैसे ठगे थे. आरोपी ऋषभ के खिलाफ इसी प्रकार का एक अन्य मुकदमा रेवाड़ी में भी दर्ज है. जिसमें वो 3 महीने की जेल की सजा भी काट चुका है. पुलिस द्वारा मामले में जांच जारी है और इसमें शामिल अन्य आरोपियों के बारे में जानकारी प्राप्त करके जल्द ही उनकी धरपकड़ की जाएगी.
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