फरीदाबाद: सूरजकुंड मेले का जब लोग लुत्फ उठा रहे थे तभी उनके बीच “हुकुम मेरे आका” कहते हुए एक जिन्न आ गया. हूबहू असली जिन्न जैसे दिखने वाले बहरूपिये को देख बच्चे डरने लगे. लेकिन जैसे ही लोगों को पता चला कि यह असली जिन्न नहीं बल्कि एक बेहरूपिया है तो मेला दर्शकों ने जिन्न को घेर लिया और उसके साथ सेल्फी लेने लगे.
पुरानी संस्कृति को जिंदा रखना है लक्ष्य
वहीं राजस्थानी कलाकार फिरोज ने बताया कि वो सूरजकुंड मेले में पहली बार आया है और खानदानी बेहरूपिया है. फिरोज बताते है कि वो 52 तरह का रूप बदल सकते हैं. पहले उनके पिताजी लोगों का मनोरंजन करते थे. अब वह खुद ये काम कर रहे हैं. क्योंकि ये उनकी पुरानी संस्कृति को हमेशा जिंदा रखना चाहते हैं.