फरीदाबाद पुलिस ने करीब 39 लाख रुपये की लूट के मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने चारों को जिला कोर्ट में पेश किया. जहां से कोर्ट ने चारों को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. चारों में मुख्य आरोपी विकास पर पहले भी लूट की वारदात को अंजाम देने का मामला दर्ज है. विकास ने साल 2020 में 2.5 लाख रुपये की लूट को अंजाम दिया था. इस मामले में वो जमानत पर बाहर चल रहा था, बाकी चार की क्राइम कुंडली खंगाली जा रही है.
बता दें कि 5 जून की रात करीब दस बजे लोहा व्यापारी के स्टाफ से चारों युवकों ने करीब 39 लाख रुपये की लूट को अंजाम दिया था. लोहा व्यापारी का स्टाफ कार में बड़खल पुल के पास जा रहा था. तभी चार आरोपियों ने उनकी गाड़ी रुकवा कर उससे रुपयों से भरा बैग छीन लिया और फरार हो गए. जिसकी शिकायत लोहा व्यापारी के स्टाफ ने थाना सेक्टर 31 में दी. मामला लूट का था. यही वजह है कि ये केस क्राइम ब्रांच को सौंपा गया.
क्राइम ब्रांच सेक्टर 48 के प्रभारी राकेश सिंह के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए जगह-जगह छापेमारी की. आखिरकार बुधवार को पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की. एसीपी क्राइम अमन यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में विकास उर्फ विक्की, रवि, मनीष और मनीष सिंह का नाम शामिल है. आरोपी विकास उर्फ विक्की बल्लभगढ़ के आदर्श नगर, आरोपी रवि बल्लभगढ़ के गांव डीग का और आरोपी मनीष और मनीष सिंह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले हैं.
पूछताछ में सामने आया कि मुख्य आरोपी विकास 2 महीने से रेकी कर रहा था. चारों आरोपी एक दूसरे के दोस्त हैं. आरोपी रवि मेट्रो हॉस्पिटल में गार्ड की नौकरी करता है. आरोपी विकास स्टेशनरी की दुकान चलाता है. आरोपी मनीष कारपेंटर है, दूसरा आरोपी मनीष पढ़ाई करता है. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया की चारों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश कर के 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है पुलिस रिमांड के दौरान आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जाएगी और लूटे हुए रुपये बरामद करने की कार्रवाई की जाएगी.