फरीदाबाद: हैदराबाद में महिला डॉक्टर के साथ हुए गैंगरेप और उसके बाद जलाने की घटना अब पूरे देश में जनांदोलन का रूप लेती जा रही है. डॉक्टर को न्याय दिलवाने के लिए फरीदाबाद जिला अदालत के वकीलों ने कोर्ट में कैंडल मार्च निकाला और मौन धारण रखते हुए नम आंखों से श्रद्धांजलि दी. दर्जनों वकीलों ने हाथों में जलती हुई कैंडल लेकर झकझोर देने वाली इस घटना पर दुख जताया.
बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एलएन पराशर ने कहा कि अगर 2012 में हुए निर्भया कांड के दोषियों को सख्त सजा मिलती तो शायद आज 2019 में हैदराबाद की डॉक्टर को इस दुनिया से अलविदा ना कहना पड़ता.
फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले केस
वकीलों की मांग है कि महिला डॉक्टर का केस फास्ट ट्रैको कोर्ट में चलाया जाए और जल्द से जल्द सभी आरोपियों की पहचान करके उन्हें सजा दी जाए. वकील एलएन पराशर का कहना है कि उनके देश का कानून लचीला बेशक है, मगर इतना कमजोर भी नहीं कि ऐसे दरिंदों को सजा ना दे सके. ऐसे लोगों के लिए इस समाज में कोई जगह नहीं है.
एक के बाद एक हो रहे केस
वहीं महिला वकील का कहना है कि सरकारें महिलाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास करती हैं. बराबरी का हक देने का दावा करती हैं. मगर सुरक्षा प्रदान नहीं कर पा रही हैं. एक केस ठंडा होता है तो दूसरा फिर से कोई ना कोई मामला सामने आ जाता है.
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उनका कहना है कि महिलाओं के साथ दरिंदगी करने वाले ऐसे दरिंदों को फांसी की सजा देनी चाहिए. आरोपी सोचते हैं कि भारत देश का कानून लचीला है. इसलिए उन्हें लगता है कि जांच पड़ताल होगी तारीख में पड़ेंगे फिर कहीं जाकर अगर जुर्म साबित हुआ तो ही सजा होगी और तब तक आरोपी आराम से जिंदगी काटता है.