फरीदाबाद: मानव रचना यूनिवर्सिटी में पहुंचे केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने फैकल्टी ऑफ लॉ में ऑल्टरनेटिव डिस्प्यूट रेजोल्यूशन (ADR) सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन किया. इस दौरान भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश आरसी लाहोटी भी मौजूद रहे. कार्यक्रम में रविशंकर प्रसाद ने जस्टिस आरसी लाहोटी के पिता की स्मृति में गोल्ड मेडल का भी अवलोकन किया. ये मेडल ओवरऑल बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्र/छात्रा को दिया जाएगा.
ये भी पढ़ें- राष्ट्रपति कोविंद के लिए पाकिस्तान का एयरस्पेस खोलने से इनकार
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इस दौरान विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा की मानव रचना यूनिवर्सिटी ने एडीआर में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस स्थापित कर छात्रों को कुछ नया सीखने का मौका दिया है. उन्होंने कहा, आने वाले समय में आरबिट्रेशन वकालत में सबसे ज्यादा ग्रोथ वाला क्षेत्र माना जाएगा. उन्होंने छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वो वकील बनकर बहुत पैसा कमाएं लेकिन जरूरतमंदों और गरीब लोगों की मदद करें, इससे पैसा नहीं मिलेगा लेकिन आशीर्वाद मिलेगा, जो जीवनभर साथ रहेगा.
आपको बता दें कि मंत्री रविशंकर लगातार विद्यार्थियों से मिल कर गरीब और पिछड़े लोगों की मदद करने के लिए आह्वान कर रहे हैं. उनका कहना है कि प्रोफेशनल लाइफ में पैसे कमाने के साथ-साथ देशहित में जरूरतमंद लोगों के लिए काम करना भी जरूरी है. वहीं इस मौके पर शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत भल्ला ने कहा, भारत में न्याय वितरण प्रणाली कई कारणों से बहुत तनाव में है, उनमें से एक आल्टरनेटिव डिस्प्यूट रेजोल्यूशन (एडीआर) की आवश्यकता को रेखांकित करने वाली अदालतों में मामलों की विशाल पेंडेंसी है. एडीआर में सेंटर ऑफ एक्सिलेंस छात्रों को विभिन्न दृष्टिकोणों से मुद्दों को देखने का मौका देगा.