फरीदाबाद: खोरी गांव तोड़फोड़ (Khori Village Demolition) मामले में प्रशासन ने गांव वालों को एक और दिन का वक्त दिया है. बता दें कि आज प्रशासन ने खोरी गांव (Khori Village Faridabad) में तोड़फोड़ करनी थी, लेकिन अभी तक बहुत से लोगों ने अपने मकानों को खाली नहीं किया है. गांव के बहुत से लोगों का सामान घरों में रही रखा है. प्रशासन बार-बार लोगों से घर खाली करने की अपील कर रहा है.
इसलिए प्रशासन ने खोरी गांव के लोगों को एक और दिन का वक्त दिया है. लोग घरों को खाली कर सामान को साथ ले जा सके, इसलिए प्रशासन ने तोड़फोड़ की कार्रवाई को एक और दिन के लिए स्थगित कर दिया है. खोरी गांव में बिल्डिंग मटेरियल खरीदारों और कबाड़ के खरीदारों से पुलिस लोगों को सुरक्षा भी मुहैया कराएगी. ताकि लोग बिना किसी डर के सामान बेच सकें. गांव के जो लोग अपना बिल्डिंग मटेरियल और कबाड़ बेचना चाहते हैं. वो उसे बेच सकेंगे.
फिलहाल गांव में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात है. मौके पर एंबुलेंस और दमकल की गाड़ियां भी तैनात की गई है. बता दें कि इस कार्रवाई में करीब 10 हजार मकानों को तोड़ा जाएगा. इसके लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त कर दिए गए हैं. मिली जानकारी के अनुसार खोरी गांव को 7 जोन में डिवाइड किया गया है. हर जोन में एक ड्यूटी मजिस्ट्रेट को नियुक्त किया गया है. अभी तक आई जानकारी के मुताबिक पहले जोन वन, जोन टू और जोन थ्री में तोड़फोड़ की जा सकती है.
तोड़फोड़ की कार्रवाई को देखते हुए खोरी गांव में ग्रामीणों ने महापंचायत (Khori village Mahapanchayat) भी की. जिसको देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. बता दें कि, अरावली क्षेत्र के खोरी गांव में करीब 100 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण किया गया है. जमीन माफिया ने औने-पौने दाम पर प्रतिबंधित वन जमीन को बेच दिया. खोरी गांव सूरजकुंड क्षेत्र (फरीदाबाद) के अलावा प्रहलादपुर क्षेत्र, राजधानी दिल्ली तक फैला हुआ है.
यहां करीब 10 हजार मकान बने हैं. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने वन जमीन पर बने इस निर्माण को तोड़ने और खाली कराने का आदेश दिया है. करीबन दस हजार मकानों को तोड़ा जाएगा, फिलहाल थोड़ी बहुत जगह खाली करवाई जा चुकी है और लोगों ने गांव से जाना भी शुरू कर दिया है और जो लोग अभी वहां से नहीं गए हैं तो प्रशासन उन घरों के खाली होने का इंतजार कर रहा है.