फरीदाबाद: एजुकेशनल चैप्टर (educational chapter program) के माध्यम से फरीदाबाद में सरकारी और प्राइवेट स्कूल आपस में सुविधाओं का आदान-प्रदान कर सकेंगे. इसके जरिए बच्चों को अच्छी शिक्षा मुहैया कराई जाएगी. फरीदाबाद में सीबीएसई के स्किल एजुकेशन एवं ट्रेनिंग डायरेक्टर डॉ. विश्वजीत साहा ने बुधवार को एजुकेशन चैप्टर का शुभारंभ किया. बता दें कि, एजुकेशनल चैप्टर का मुख्य लक्ष्य सभी स्कूलों को आपस में जोड़ना है ताकि वह एक दूसरे की सुविधाओं का फायदा ले सकें.
इस कार्यक्रम के तहत अलग-अलग स्कूलों के ग्रुप बनाए जाएंगे और सरकारी स्कूल भी इसमें हिस्सा ले सकेंगे. शिक्षा में खेलों को लेकर स्कूल आपस में एक दूसरे की सुविधाओं का आदान प्रदान कर सकेंगे. साथ ही शिक्षा से जुड़े नए अविष्कारों और संसाधनों का भी आदान-प्रदान इस एजुकेशन चैप्टर के माध्यम से हो सकेगा. इससे ना केवल उन स्कूलों को आगे बढ़ने में मदद मिलेगी जिनके पास बच्चों को मुहैया कराने के लिए संसाधन कम है बल्कि उन सरकारी स्कूलों को भी मदद मिलेगी जिनके बच्चे तकनीकी अभाव के चलते पीछे छूट जाते हैं.
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इसके जरिए स्कूल अपने खेलों के मैदान के साथ-साथ स्कूल में तकनीकी शिक्षा को भी एक दूसरे के साथ शेयर करेंगे ताकि पढ़ाई के साथ-साथ खेलों का भी निरंतर विकास हो. बुधवार को हुए इस समारोह में शहर के लगभग 60 स्कूलों के प्रधानाचार्य और उप प्रधानाचार्य उपस्थित रहें. इस दौरान डॉ. साहा ने अपने संबोधन में कहा कि इसके माध्यम से सभी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के हितों को ध्यान में रखकर आगामी कार्यक्रम बनाये जाने चाहिए और शिक्षकों को नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए विशेष ट्रेनिंग की व्यवस्था की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि सभी स्कूल अपने संसाधनों का उपयोग एक दूसरे के विकास लिए करें और अपने सर्वश्रेष्ठ अध्यापकों का उपयोग दूसरे नए शिक्षकों को प्रशिक्षित करने के लिए करें. बच्चों को आगामी शिक्षा और भविष्य में रोजगार के लिए तैयार करना हम सब की प्राथमिकता होनी चाहिए. वहीं जिला शिक्षा अधिकारी रितु चौधरी ने कहा कि इस एजुकेशनल चैप्टर की लॉन्चिंग से सभी सकूल आसानी के साथ एक दूसरे के साथ जुड़ेंगे और एक दूसरे की सुविधाओं का प्रयोग बच्चों के हितों के लिए किया जा सकेगा. सरकारी स्कूलों को छात्र और अध्यापक भी इसमें भाग ले सकेंगे.
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