फरीदाबाद: हरियाणा में फरीदाबाद NIT टीम ने साइबर ठगों के गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया है कि प्रतिष्ठित बजाज फाइसर्वे कंपनी का क्रेडिट कार्ड देने के नाम पर एपीके फाइल डाउनलोड करवाने के नाम पर ये गिरोह देशभर में ठगी की वारदातों को अंजाम देता था. उन्होंने बताया कि इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 6 आरोपियों को साइबर थाना एनआईटी की टीम ने गिरफ्तार किया है. इस गिरोह ने देशभर में करीब 1169 ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है.
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में युवराज सिंह बग्गा उर्फ सनी अविनाश और चेतन सौरव उर्फ कल्लू, विक्रम सिंह उर्फ विक्की अभिषेक उर्फ नोन्नी और शिवम उर्फ शिबू का नाम शामिल है. गिरफ्तार आरोपी दिल्ली के उत्तम नगर रहने वाले बताए जा रहे हैं. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि नौकरी करने के लिए आजकल बहुत सारी ऑनलाइन वेबसाइट उपलब्ध है, जिनपर व्यक्ति अपनी योग्यता के आधार पर जॉब सर्च कर सकता है. लेकिन कुछ ठग लोग इसका गलत फायदा उठाकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हैं.
इसी प्रकार की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते हुए एक साइबर ठग गिरोह ने बजाज फाइसर्वे कंपनी का क्रेडिट कार्ड देने के नाम पर एपीके फाइल डाउनलोड करवा के जिला फरीदाबाद में रहने वाले व्यक्ति के साथ ठगी का मामला सामने आया है. 1 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किए गए 6 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है.
इसमें मुख्य आरोपी युवराज गुरुग्राम से गिरफ्तार कर 10 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया था. आरोपी अविनाश और चेतन और सौरव को दिल्ली से गिरफ्तार किए गये इनको भी 8 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था. आरोपी शिवम उर्फ शिबू अभिषेक उर्फ नोन्नी और विक्रम उर्फ विक्की को भी दिल्ली से ही गिरफ्तार किया गया है. आपको बता दें 1 फरवरी 2023 को साइबर पुलिस थाना NIT में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. जिसमें पीड़ित अली हसन ने बताया कि आरोपियों ने उसके साथ 1 लाख 49 हजार 137 रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया है. पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दी जिसके बाद थाने में मामला दर्ज किया गया और मामले में जांच शुरू कर दी गई
प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत की अगुवाई में पुलिस टीम का गठन किया. साइबर थाना की टीम ने तकनीकी के माध्यम से मामले में शामिल 6 आरोपियों को दिल्ली एनसीआर एरिया से गिरफ्तार कर लिया. इस मामले आरोपी युवराज,अविनाश,सौरभ,विक्रम,अभिषेक व शिवम को गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड के दौरान 1लाख 20 हजार रुपये और 4 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं.
आरोपी फोन के जरिए से व्यक्ति की जानकारी निकालते थे और उस व्यक्ति से संपर्क करके उन्हें बजाज फाइसर्वे कंपनी का क्रेडिट कार्ड देने के नाम पर एपीके फाइल डाउनलोड करवाते थे जिसके बाद आरोपियों को ठगी करने में आसानी हो जाती थी. आरोपी युवराज सिंह, अविनाश उर्फ चेतन शिवम उर्फ सिव्बू और सौरभ उर्फ कल्लू ने एक अन्य वारदात तथा अविनाश उर्फ चेतन और सौरभ उर्फ कल्लू ने एक अन्य साइबर फ्रॉड की वारदात पंजाब में की है. पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी युवराज मुख्य आरोपी है तथा आरोपी अविनाश फोन करके लोगों को अपने जालसाजी में फसाता था.
आरोपियों से मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, उनसे खुलासा हुआ है कि आरोपी देशभर में साइबर ठगी की 1169 वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने हरियाणा में 34 वारदातों को अंजाम दिया है. वहीं, इनमें से तीन वारदातें फरीदाबाद में भी कई गई हैं. सबसे ज्यादा वारदातें यूपी में 374, गुरजरात में भी 114. दिल्ली में करीब 100 और छत्तीसगढ़ में 23 तेलंगाना में भी 88 वारदातें शामिल हैं. इन आरोपियों ने देशभर से लूट की कई वारदातों को अंजाम दिया.
ये भी पढ़ें: राजस्थान पुलिस ने SI नैना कंवाल को किया सस्पेंड, 1 साल पहले मिली थी नौकरी, जानें पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक आरोपियों ने राजस्थान में 81, महाराष्ट्र में 79, तमिलनाडु में 47, बिहार में 31, कर्नाटका में 29, पश्चिम बंगाल में 23, पंजाब में 22, उत्तराखंड में 20, मध्यप्रदेश में 16, उड़ीसा में 16, केरला में 15, आंध्रप्रदेश में 15, झारखंड में 12, असम में 11, छत्तीसगढ़ में 6, त्रिपुरा में 4, हिमाचल प्रदेश में 4, मेघालय में 2, पांडुचेरी में 2 तथा जम्मू-कश्मीर में 1 वारदात को अंजाम दे चुके हैं. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ भी कर रही है और इनका रिमांड भी जारी है. रिमांड पूरा होने के बाद आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है जिसके बाद इन्हें जेल भी भेज दिया गया है.
ये भी पढ़ें: नूंह में बिजली विभाग पर लपारवाही के आरोप, घरों और मवेशियों पर गिरी बिजली की जर्जर तारें