फरीदाबाद: खोरी गांव (Khori Village) में नगर निगम की सरकारी जमीन पर प्लॉट काटकर बेचने के आरोप में सूरजकुंड थाना पुलिस ने 16 मुकदमे दर्ज किए हैं. भोले भाले लोगों को सस्ती जमीन के लालच में फंसाकर भूमाफियाओं ने सरकारी जमीन को अपना बताकर ओने पौने दामों में बेच दिया. भूमाफियाओं का शिकार होने वाले खोरी वासियों ने प्लॉट के पैसे नगद दिए थे. जब उन्होंने डीलरों से जमीन की रजिस्ट्री के बारे में बात की तो वह आनाकानी करने लगे.
नगर निगम द्वारा जब तोड़फोड़ की कार्रवाई के दौरान लोगों को अहसास हुआ कि भूमाफियाओं ने उन्हें सरकारी जमीन दी थी जिसके लिए उनके प्लॉट की कोई रजिस्ट्री नहीं हो सकती थी. अब थाना सूरजकुंड में भूमाफियाओं की धोखाधड़ी से पीड़ित लोगों ने माफिया के खिलाफ शिकायत दी. जिनमें 16 भूमाफियाओं के नाम शामिल हैं.
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इन लोगों पर हुए केस दर्ज
सूरजकुंड में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत दर्ज मुकदमों में आरोपी डीलर अनंगपाल, सतीश, अमन, कालू, तस्लीम, तेजवीर, गौरव, तेजपाल, बाबू, मास्टर,कल्लम, गुरुजी, प्रवीण इत्यादि के नाम शामिल है. डीसीपी एनआईटी डॉ. अंशु सिंगला ने जानकारी देते हुए बताया कि झूठ बोलकर धोखाधड़ी से सरकारी जमीन पर प्लॉट काटकर बेचने के मामले में 16 केस और दर्ज किए हैं जिसके बाद अब तक 21 मुकदमे दर्ज किए हैं.
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इन सभी मुकदमों में पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी है. जल्द ही पुलिस इन आरोपियों की धरपकड़ करके कार्रवाई करेगी. पुलिस की खोरी गांव के लोगों से अपील है कि जिन भी लोगों के साथ धोखाधड़ी हुई है वे लोग सामने आकर पुलिस को अपनी शिकायत दर्ज करवाएं. पुलिस ऐसे सभी भूमाफियाओं के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करेगी.
ये है पूरा मामला
बता दें कि, अरावली क्षेत्र के खोरी गांव में करीब 100 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण किया गया है. खोरी गांव सूरजकुंड क्षेत्र (फरीदाबाद) के अलावा प्रहलादपुर क्षेत्र, राजधानी दिल्ली तक फैला हुआ है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद फरीदाबाद के खोरी गांव में तोड़फोड़ की जानी है.
करीबन दस हजार मकानों को तोड़ा जाएगा, फिलहाल थोड़ी बहुत जगह खाली करवाई जा चुकी है और लोगों ने गांव से जाना भी शुरू कर दिया है और जो लोग अभी वहां से नहीं गए हैं तो प्रशासन उन घरों के खाली होने का इंतजार कर रहा है.
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