फरीदाबादः नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसानों के आंदोलन के बीच हरियाणा में बीजेपी ने सतलुज यमुना लिंक यानी एसवाईएल नहर निर्माण का मुद्दा उठा दिया है. एसवाईएल के पानी के मुद्दे को हरियाणा में बीजेपी के कार्यकर्ता और नेता 1 दिन का उपवास रखेंगे.
किसान आंदोलन की धार कम करने के लिए सरकार ने कमर कस ली है. किसानों के इस आंदोलन को शांत करने के लिए बीजेपी सरकार ने पंजाब और हरियाणा के बीच दूरी बढ़ाने और हरियाणा के आंदोलनकारियों का ध्यान बंटाने की रणनीति बनाई है. जो है एसवाईएल नहर.
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फरीदाबाद में एसवाईएल को लेकर एक दिन के उपवास की घोषणा की है. इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा मांग की जाएगी कि पंजाब से एसवाईएल का पानी हरियाणा को मिले. इसी के चलते बल्लमगढ़ में बीजेपी कार्यकर्ताओं की अहम एक बैठक हुई.
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बैठक में बीजेपी नेता टिपर चंद शर्मा ने बताया की 1966 में जब से हरियाणा बना है तभी से प्रदेश को उसके हिस्से का पानी नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि आज भी दक्षिण हरियाणा पानी की कमी को लेकर प्यासा है और इसी मांग को लेकर वो उपवास करेंगे.