चरखी दादरीः आरोपी ग्राम सचिव पर बीती एक मार्च को बाढड़ा थाने में एफआईआर नंबर 55 दर्ज की गई थी. गबन राशि की रिकवरी के लिए पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर तीन दिन की रिमांड पर लिया है. रिमांड के दौरान आरोपी गबन में शामिल अन्य लोगों के नाम उजागर कर सकता है. ग्राम सचिव के अलावा कई कर्मचारियों पर जल्द ही गाज गिरने की भी संभावना है.
बाढड़ा के तत्कालीन बीडीपीओ युद्धवीर सिंह ने ग्राम सचिव के खिलाफ थाने में (Embezzlement in BDPO badhara) शिकायत पुलिस दी थी. इसके बाद चरखी दादरी के एसपी दीपक गहलोत ने एसआईटी बनाकर जांच के निर्देश दिए थे. एसआईटी प्रमुख डीएसपी देशराज बाढड़ा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि ग्राम सचिव मुकेश का इस गबन में बड़ा हाथ रहा है. मुकेश को जांच में शामिल होने के लिए पुलिस ने दो बार नोटिस दिया था लेकिन वो नहीं आया. इसलिए एसआईटी टीम ने कलानौर के वार्ड 7 में छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश कर 3 दिन की रिमांड पर लिया है.
एसआईटी इंचार्ज ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद बताया कि ग्राम सचिव मुकेश की तैनाती बाढड़ा उपमंडल में थी. तत्कालीन बीडीपीओ युद्धवीर सिंह ने शिकायत कर बताया था कि ग्राम सचिव ने चैकों उनके फर्जी हस्ताक्षर कर विकास योजनाओं के नाम पर 14 ग्राम पंचायतों के खातों से लाखों रुपयों की राशि निकलवाई है. ग्राम सचिव पर बीडीपीओ रोशनलाल ने भी एफआईआर नंबर 56 दर्ज करवाई है, जिसमें 15 पंचायतों में लगभग 95 लाख के गबन के आरोप हैं. फिलहाल एफआईआर नंबर 55 में गिरफ्तारी हुई है.