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भाई के साथ सैल्यूट लगाने की जिद्द ने चरखी दादरी के विवेक को बनाया आईएएस

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2020 का अंतिम परिणाम (UPSC CSE 2020 Results) घोषित किया. इसमें हरियाणा के चरखी दादरी जिले से चार युवाओं ने यूपीएससी (haryana upsc topper) की परीक्षा पास की है.

charkhi dadri upsc vivek arya
UPSC CSE 2020 Results
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Published : Sep 25, 2021, 4:58 PM IST

चरखी दादरी: भाई के साथ सैल्यूट मारने की जिद्द ने विवेक आर्य (upsc vivek arya) को मात्र 23 वर्ष की उम्र में यूपीएससी में सफलता दिलाई है. हालांकि विवेक का सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर भी चयन हुआ है. वहीं अब उन्होंने दूसरी बार में यूपीएससी की परीक्षा पास करते हुए 131वीं रैंक हासिल कर प्रदेश व क्षेत्र का नाम रोशन किया है. बता दें कि, दादरी जिले से चार युवाओं ने यूपीएससी की परीक्षा पास की है. शुक्रवार देर शाम यूपीएससी की परीक्षा का परिणाम जारी हुआ है.

इसमें दादरी जिले के गांव गोपी निवासी विवेक आर्य ने 131वीं, गांव पैंतावास खुर्द निवासी शाश्वत सांगवान ने 320वीं, गांव डोहका मौजी निवासी ऋषभ शर्मा ने 434वीं व भागवी निवासी अंकित तक्षक ने 657वीं रैंक हासिल की है. सभी युवाओं ने अपनी सफलता का श्रेय परिजनों व गुरुजनों को दिया है. गांव गोपी निवासी विवेक आर्य का परिवार आर्य समाज से जुड़ा है. विवेक के पिता विरेंद्र आर्य की बाढड़ा कस्बे में स्पेयर पार्ट्स की दुकान है. विवेक आर्य दिल्ली में कोचिंग कर रहे हैं और सोमवार को घर पहुंचेंगे. विवेक के घर आने से पहले परिवार वाले उनके सम्मान को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं.

ये भी पढ़ें- UPSC CSE 2020 Results: महेंद्रगढ़ जिले की दो बेटियों ने टॉप-15 में बनाई जगह

विवेक आर्य महज 23 वर्ष की उम्र में आईएएस बने हैं और यह उनका दूसरा प्रयास था. पहले प्रयास में वे प्री भी क्लीयर नहीं कर पाए थे जबकि दूसरे प्रयास में उन्होंने आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया. विवेक आर्य के बड़े भाई मंजीत सेना में लेफ्टिनेंट हैं. विवेक के पिता विरेंद्र आर्य व माता सुनीता ने बताया कि बच्चों को बचपन से ही आर्य समाज का अनुसरण करने की प्रेरणा दी. जिसके कारण उनका बेटा आज दूसरी सफलता में 23 वर्ष की उम्र में आईएएस बनेगा. विवेक का बड़ा भाई भी लेफ्टिनेंट के पद चयन हुआ है और वह आईएएस बनना चाहता है. साधारण परिवार में रहते हुए बच्चों ने ऐसी सफलता लेकर उनका नाम रोशन कर दिया है.

विवेक आर्य के पिता विरेंद्र आर्य का कहना है कि दोनों बेटों के बीच स्पर्धा होना कामयाबी का मूलमंत्र है. पहले दोनों ने साथ एनडीए की तैयारी की. जब बड़े बेटे मंजीत का लेफ्टिनेंट के लिए चयन हो गया तो विवेक ने लेफ्टिनेंट बनने का सपना छोड़कर आईएएस बनने की ठानी. विरेंद्र आर्य के अनुसार विवेक ने मजाक में बड़े भाई अमित से कहा था कि आपसे बड़ा ऑफिसर बनकर सैल्यूट करवाऊंगा.

ये भी पढ़ें- UPSC CSE 2020 Results: हरियाणा की प्रीति बेनीवाल ने हासिल की 754वीं रैंक

गौरतलब है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2020 का अंतिम परिणाम (UPSC CSE 2020 Results) घोषित किया. नियुक्ति के लिए कुल 761 उम्मीदवारों की सिफारिश की गई है. शुभम कुमार ने सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 में शीर्ष स्थान हासिल किया. वहीं जागृति अवस्थी और अंकिता जैन ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है.

चरखी दादरी: भाई के साथ सैल्यूट मारने की जिद्द ने विवेक आर्य (upsc vivek arya) को मात्र 23 वर्ष की उम्र में यूपीएससी में सफलता दिलाई है. हालांकि विवेक का सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर भी चयन हुआ है. वहीं अब उन्होंने दूसरी बार में यूपीएससी की परीक्षा पास करते हुए 131वीं रैंक हासिल कर प्रदेश व क्षेत्र का नाम रोशन किया है. बता दें कि, दादरी जिले से चार युवाओं ने यूपीएससी की परीक्षा पास की है. शुक्रवार देर शाम यूपीएससी की परीक्षा का परिणाम जारी हुआ है.

इसमें दादरी जिले के गांव गोपी निवासी विवेक आर्य ने 131वीं, गांव पैंतावास खुर्द निवासी शाश्वत सांगवान ने 320वीं, गांव डोहका मौजी निवासी ऋषभ शर्मा ने 434वीं व भागवी निवासी अंकित तक्षक ने 657वीं रैंक हासिल की है. सभी युवाओं ने अपनी सफलता का श्रेय परिजनों व गुरुजनों को दिया है. गांव गोपी निवासी विवेक आर्य का परिवार आर्य समाज से जुड़ा है. विवेक के पिता विरेंद्र आर्य की बाढड़ा कस्बे में स्पेयर पार्ट्स की दुकान है. विवेक आर्य दिल्ली में कोचिंग कर रहे हैं और सोमवार को घर पहुंचेंगे. विवेक के घर आने से पहले परिवार वाले उनके सम्मान को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं.

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विवेक आर्य महज 23 वर्ष की उम्र में आईएएस बने हैं और यह उनका दूसरा प्रयास था. पहले प्रयास में वे प्री भी क्लीयर नहीं कर पाए थे जबकि दूसरे प्रयास में उन्होंने आईएएस बनने का सपना पूरा कर लिया. विवेक आर्य के बड़े भाई मंजीत सेना में लेफ्टिनेंट हैं. विवेक के पिता विरेंद्र आर्य व माता सुनीता ने बताया कि बच्चों को बचपन से ही आर्य समाज का अनुसरण करने की प्रेरणा दी. जिसके कारण उनका बेटा आज दूसरी सफलता में 23 वर्ष की उम्र में आईएएस बनेगा. विवेक का बड़ा भाई भी लेफ्टिनेंट के पद चयन हुआ है और वह आईएएस बनना चाहता है. साधारण परिवार में रहते हुए बच्चों ने ऐसी सफलता लेकर उनका नाम रोशन कर दिया है.

विवेक आर्य के पिता विरेंद्र आर्य का कहना है कि दोनों बेटों के बीच स्पर्धा होना कामयाबी का मूलमंत्र है. पहले दोनों ने साथ एनडीए की तैयारी की. जब बड़े बेटे मंजीत का लेफ्टिनेंट के लिए चयन हो गया तो विवेक ने लेफ्टिनेंट बनने का सपना छोड़कर आईएएस बनने की ठानी. विरेंद्र आर्य के अनुसार विवेक ने मजाक में बड़े भाई अमित से कहा था कि आपसे बड़ा ऑफिसर बनकर सैल्यूट करवाऊंगा.

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गौरतलब है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा परीक्षा 2020 का अंतिम परिणाम (UPSC CSE 2020 Results) घोषित किया. नियुक्ति के लिए कुल 761 उम्मीदवारों की सिफारिश की गई है. शुभम कुमार ने सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 में शीर्ष स्थान हासिल किया. वहीं जागृति अवस्थी और अंकिता जैन ने क्रमश: दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है.

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