चरखी दादरी: 1983 पीटीआई टीचर्स को नौकरी से हटाने का मामला लगातार तूल पकड़ रहा है. एक तरफ जहां पीटीआई टीचर्स बहाली की मांग को लेकर लगातार धरना दे रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ उन्हें कई संगठनों और राजनेताओं का समर्थन मिल रहा है. अब पीटीआई टीचर्स के समर्थन में बीजेपी के पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी भी उतर आए हैं.
दादरी में सुखविंद्र मांढी पीटीआई टीचर्स के धरनास्थल पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने व्यक्तिगत तौर पर पीटीआई टीचर्स का समर्थन करने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने सीएम से मिलकर मामले का समाधान निकालने का भी आश्वासन दिया. सुखविंद्र मांढी ने कहा कि ये लड़ाई अब 1983 की नहीं बल्कि 1984 की है, क्योंकि वो खुद उनके समर्थन में आ गए हैं और उनकी लड़ाई में साथ रहेंगे.
ये है पूरा मामला?
हरियाणा स्टाफ सेलेक्शन कमीशन ने अप्रैल 2010 में 1983 पीटीआई को प्रदेशभर में भर्ती किया था. इस दौरान नियुक्तियों में असफल रहे अभ्यर्थियों में संजीव कुमार, जिले राम और एक अन्य ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर नियुक्ति में गड़बड़ी का आरोप लगा चुनौती दी थी. याचिका में कहा गया था कि ऐसे उम्मीदवारों को भी नियुक्ति दी गई थी, जिनके शैक्षणिक दस्तावेज फर्जी हैं.
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हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने याचिका पर सुनवाई कर पीटीआई की भर्ती को रद्द कर दिया था. उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी फैसला बरकरार रखा था. वहीं सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानते हुए हरियाणा सरकार ने इसी साल 1983 पीटीआई शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया है. जिसके बाद से प्रदेशभर में पीटीआई शिक्षकों की बहाली को लेकर प्रदर्शन जारी है.