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मंडी में धान की खरीद को लेकर परेशान किसान, अधिकारी झाड़ रहे पल्ला

सरकार एक ओर किसानों के धान का एक-एक दाना खरीदने की बात कर कर ही है. वहीं हरियाणा की मंडियां मुसीबत के दौर से गुजर रही हैं. चरखी दादरी की अनाज मंडी में किसानों का धान खुले में पड़ा है. कोई भी व्यापारी किसानों का धान खरीदने के लिए तैयार नहीं हो रहा है.

reality check of charkhi dadri grain market
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Published : Nov 23, 2019, 2:51 PM IST

Updated : Nov 23, 2019, 7:51 PM IST

चरखी दादरी: जिला के किसानों को धान खरीद केंद्र खुलने पर खुशी जरूर हुई लेकिन धान केंद्र खुलने के बाद भी किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं. जिस गुणवत्ता के पीआर धान की खरीद के लिए सरकार ने ये केंद्र खोले हैं, लेकिन इस क्षेत्र में उस न की पैदावार ही नहीं होती है.

किसानों को हो रही परेशानी

ऐसे में किसानों को अपना धान औने-पौने दामों पर बेचकर नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं मार्केट कमेटी अधिकारियों ने सरकार के नियमों का हवाला देते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया है.

किसानों को नहीं मिल रहा उचित दाम

बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा चरखी दादरी में धान खरीद केंद्र शुरू किया गया है. सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार नीचले स्तर की पीआर गुणवत्ता का ही धान 1835 प्रति क्विंटल के सरकारी रेट पर खरीद की जाएगी, लेकिन इस क्षेत्र में पीआर की बजाए बासमति या अन्य धान की किस्म की पैदावार होती है. ऐसे में किसानों को दादरी की बजाए अन्य शहरों में अपना धान बेचने जाना पड़ेगा.

मंडी में धान खरीद को लेकर परेशान, देखें वीडियो

औने-पौने दामों में धान बेचने को मजबूर किसान

मंडी में पीआर धान नहीं आने से खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा अब तक धान खरीदा ही नहीं गया है. हालांकि किसान अपना धान लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं लेकिन खरीद नहीं होने से मंडी से बाहर औने-पौने में दामों में बेचकर जाना पड़ रहा है.

मंडी में परेशान किसान

उधर अनाजमंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने बताया कि सरकार ने जो धान की किस्म को सरकारी रेट पर खरीदने के लिए धान केंद्र खोला है, लेकिन पीआर से अच्छी गुणवत्ता का धान पैदा करने वाले किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

ये भी पढे़ं:- सरकारी खरीद नहीं होने से सोहना के किसान परेशान, कौड़ियों के भाव बिक रही फसल

पीआर धान न आने से मंडी में परेशानी

मार्केट कमेटी के डीएमईओ श्याम सुंदर ने बताया कि सरकार की तरफ से दादरी और भिवानी मंडी में धान की खरीद शुरू की गई है. दोनों खरीद केंद्रों पर सिर्फ पीआर धान की खरीदा जा रहा है. लेकिन पीआर धान नहीं आने से अब तक धान की खरीद नहीं की गई है.

व्यापारियों की बल्ले-बल्ले!
गौरतलब है कि चरखी दादरी की अनाज मंडी में हरियाणा सरकार द्वारा किसानों की धान की खरीद न होने से व्यापारी मनमर्जी तरीके से ओने-पोने दामो में किसान की धान और कपास की फसल को खरीद रहे है. सरकार के इस कदम से एक ओर जहां व्यापारियों की बल्ले-बल्ले हो रही है तो वहीं धरतीपुत्रों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें उनकी मेहनत से उगाई गई फसल को व्यापारी के मन मुताबिक दामों में बेचना पड़ रहा है.

चरखी दादरी: जिला के किसानों को धान खरीद केंद्र खुलने पर खुशी जरूर हुई लेकिन धान केंद्र खुलने के बाद भी किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं. जिस गुणवत्ता के पीआर धान की खरीद के लिए सरकार ने ये केंद्र खोले हैं, लेकिन इस क्षेत्र में उस न की पैदावार ही नहीं होती है.

किसानों को हो रही परेशानी

ऐसे में किसानों को अपना धान औने-पौने दामों पर बेचकर नुकसान उठाना पड़ रहा है. वहीं मार्केट कमेटी अधिकारियों ने सरकार के नियमों का हवाला देते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया है.

किसानों को नहीं मिल रहा उचित दाम

बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा चरखी दादरी में धान खरीद केंद्र शुरू किया गया है. सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार नीचले स्तर की पीआर गुणवत्ता का ही धान 1835 प्रति क्विंटल के सरकारी रेट पर खरीद की जाएगी, लेकिन इस क्षेत्र में पीआर की बजाए बासमति या अन्य धान की किस्म की पैदावार होती है. ऐसे में किसानों को दादरी की बजाए अन्य शहरों में अपना धान बेचने जाना पड़ेगा.

मंडी में धान खरीद को लेकर परेशान, देखें वीडियो

औने-पौने दामों में धान बेचने को मजबूर किसान

मंडी में पीआर धान नहीं आने से खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा अब तक धान खरीदा ही नहीं गया है. हालांकि किसान अपना धान लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं लेकिन खरीद नहीं होने से मंडी से बाहर औने-पौने में दामों में बेचकर जाना पड़ रहा है.

मंडी में परेशान किसान

उधर अनाजमंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने बताया कि सरकार ने जो धान की किस्म को सरकारी रेट पर खरीदने के लिए धान केंद्र खोला है, लेकिन पीआर से अच्छी गुणवत्ता का धान पैदा करने वाले किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

ये भी पढे़ं:- सरकारी खरीद नहीं होने से सोहना के किसान परेशान, कौड़ियों के भाव बिक रही फसल

पीआर धान न आने से मंडी में परेशानी

मार्केट कमेटी के डीएमईओ श्याम सुंदर ने बताया कि सरकार की तरफ से दादरी और भिवानी मंडी में धान की खरीद शुरू की गई है. दोनों खरीद केंद्रों पर सिर्फ पीआर धान की खरीदा जा रहा है. लेकिन पीआर धान नहीं आने से अब तक धान की खरीद नहीं की गई है.

व्यापारियों की बल्ले-बल्ले!
गौरतलब है कि चरखी दादरी की अनाज मंडी में हरियाणा सरकार द्वारा किसानों की धान की खरीद न होने से व्यापारी मनमर्जी तरीके से ओने-पोने दामो में किसान की धान और कपास की फसल को खरीद रहे है. सरकार के इस कदम से एक ओर जहां व्यापारियों की बल्ले-बल्ले हो रही है तो वहीं धरतीपुत्रों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें उनकी मेहनत से उगाई गई फसल को व्यापारी के मन मुताबिक दामों में बेचना पड़ रहा है.

Intro:धान खरीद केंद्र खुलने पर भी किसान नहीं बेच पा रहे धान की फसल
: धान खरीद को लेकर किसान परेशान, अधिकारियों ने पल्ला झाड़ा
चरखी दादरी। दादरी जिला के किसानों को धान खरीद केंद्र खुलने पर खुशी जरूर हुई लेकिन धान केंद्र खुलने के बाद भी किसान अपना धान नहीं बेच पा रहे हैं। जिस गुणवत्ता पीआर के लिए सरकार द्वारा खरीद केंद्र खोला गया है, वह इस क्षेत्र में पैदा ही नहीं किया जाता। ऐसे में किसानों को अपना धान औने-पौने दामों पर बेचकर नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं मार्केट कमेटी अधिकारियों ने सरकार के नियमों का हवाला देते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया है।Body:बता दें कि प्रदेश सरकार द्वारा चरखी दादरी में धान खरीद केंद्र शुरू किया गया है। सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार नीचले स्तर की पीआर गुणवत्ता का ही धान 1835 प्रति क्विंटल के सरकारी रेट पर खरीद की जाएगी। लेकिन इस क्षेत्र में पीआर की बजाए बासमति या अन्य धान की किस्म की पैदावार होती है। ऐसे में किसानों को दादरी की बजाए अन्य शहरों में अपना धान बेचने जाना पड़ेगा। मंडी में पीआर धान नहीं आने से खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा अब तक धान खरीदा ही नहीं गया है। हालांकि किसान अपना धान लेकर मंडी में पहुंच रहे हैं लेकिन खरीद नहीं होने से मंडी से बाहर औने-पौने में दामों में बेचकर जाना पड़ता है। किसान जय सिंह, राजेश व विकास ने बताया कि जो वे धान की पैदावार कर रहे हैं, वह सरकार खरीद नहीं रही है। ऐसे में उनको दलालों को कम रेट पर अपना धान बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उधर अनाजमंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने बताया कि सरकार ने जो धान की किस्म को सरकारी रेट पर खरीदने के लिए धान केंद्र खोला है, वह पीआर किस्म इस क्षेत्र में पैदा ही नहीं होता। पीआर से अच्छी गुणवत्ता का धान पैदा करने वाले किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बाक्स:-
सिर्फ पीआर धान ही खरीदेंगे : डीएमईओ
मार्केट कमेटी के डीएमईओ श्याम सुंदर ने बताया कि सरकार द्वारा दादरी व भिवानी में धान खरीद केंद्र शुरू किया है। दोनों खरीद केंद्रों पर सिर्फ पीआर धान की खरीदा जाएगा। लेकिन पीआर धान नहीं आने से अब तक धान की खरीद नहीं की गई है। ऐसे में किसानों को अपना धान बेचने के लिए दूसरे शहरों में जाना होगा।
विजवल:- 1
अनाजमंडी गेट, मंडी में पड़ा धान, धान लेकर पहुंचे किसान व धान की सफाई करते कर्मियों के कट शाटस
बाईट:- 2
राजेश, किसान
बाईट:- 3
रामकुमार रिटोलिया, मंडी प्रधान
बाईट:- 4
श्याम सुंदर, डीएमईओ मार्केट कमेटीConclusion:
Last Updated : Nov 23, 2019, 7:51 PM IST
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