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चरखी दादरी: राम भरोसे है लघु सचिवालय की इमारत! आग से बचाव की नहीं है सुविधा

चरखी दादरी में प्रशासन की एक लापरवाही बड़े हादसे को दावत दे रही है. लघु सचिवालय की तीन मंजिला इमारत में लगे अग्निशमन यंत्र एक्सपायर हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन इसको लेकर बिल्कुल भी संजीदा दिखाई नहीं दे रहा है.

आग से बचाव की नहीं है सुविधा
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Published : Jun 18, 2019, 8:00 AM IST

Updated : Jun 18, 2019, 8:45 AM IST

चरखी दादरी: सूरत में हुए अग्निकांड के बाद भी शायद प्रशासन की नींद नहीं खुली है. प्रशासन अभी भी अग्निशमन यंत्रों को लेकर संजीदा दिखाई नहीं दे रहा है. दरअसल जिले के सभी लोगों पर नियम-कानून लागू करने वाला जिला प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से भागता नजर आ रहा है.

लघु सचिवालय, कोर्ट परिसर और तहसील कार्यालयों की 3 मंजिला इमारत में लगे अग्निशमन यंत्र कई महीने पहले ही एक्सपायर हो चुके हैं. ऐसे में यहां आगजनी की घटना होने पर किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं है.

क्लिक कर देखें वीडियो

लघु सचिवालय और अन्य इमारतों में डीसी, एसपी, एडीसी डेवलप्मेंट, एसडीएम और रेवेन्यू रिकॉर्ड वाले महत्वपूर्ण कार्यालय हैं, लेकिन एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अग्निशमन यंत्रों की रिफिल तक नहीं करवाई गई. ऐसे में प्रशासन ही बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है.

बता दें कि लघु सचिवालय में साल 2016 में अग्निशमन यंत्र लगाए थे, जो अब एक्सपायर हो चुके हैं. 3 साल बीत जाने के बाद भी अग्निशमन सिलेंडरों को रिफिल करवान किसी ने जरूरी नहीं समझा है.

वहीं इस बारे में नगराधीश डा. विरेंद्र सिंह ने दैनिक ट्रिब्यून को बताया कि लघु सचिवालय में अग्निशमन यंत्रों के एक्सपायर होना गंभीर है. इस मामले में वे संबंधित विभाग की जांच करवाएंगे. उन्होंने कहा कि गंभीर समस्या को देखते हुए तुरंत अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं.

चरखी दादरी: सूरत में हुए अग्निकांड के बाद भी शायद प्रशासन की नींद नहीं खुली है. प्रशासन अभी भी अग्निशमन यंत्रों को लेकर संजीदा दिखाई नहीं दे रहा है. दरअसल जिले के सभी लोगों पर नियम-कानून लागू करने वाला जिला प्रशासन अपनी जिम्मेदारियों से भागता नजर आ रहा है.

लघु सचिवालय, कोर्ट परिसर और तहसील कार्यालयों की 3 मंजिला इमारत में लगे अग्निशमन यंत्र कई महीने पहले ही एक्सपायर हो चुके हैं. ऐसे में यहां आगजनी की घटना होने पर किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं है.

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लघु सचिवालय और अन्य इमारतों में डीसी, एसपी, एडीसी डेवलप्मेंट, एसडीएम और रेवेन्यू रिकॉर्ड वाले महत्वपूर्ण कार्यालय हैं, लेकिन एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अग्निशमन यंत्रों की रिफिल तक नहीं करवाई गई. ऐसे में प्रशासन ही बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है.

बता दें कि लघु सचिवालय में साल 2016 में अग्निशमन यंत्र लगाए थे, जो अब एक्सपायर हो चुके हैं. 3 साल बीत जाने के बाद भी अग्निशमन सिलेंडरों को रिफिल करवान किसी ने जरूरी नहीं समझा है.

वहीं इस बारे में नगराधीश डा. विरेंद्र सिंह ने दैनिक ट्रिब्यून को बताया कि लघु सचिवालय में अग्निशमन यंत्रों के एक्सपायर होना गंभीर है. इस मामले में वे संबंधित विभाग की जांच करवाएंगे. उन्होंने कहा कि गंभीर समस्या को देखते हुए तुरंत अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं.

Intro:अग्निशमन यंत्र हुए एक्सपायर, रिफिल करवाना भूला प्रशासन
जिला प्रशासन कार्यालयों में लगे हैं एक्सपायर अग्निशमन यंत्र
आग लगने पर हो सकता है बड़ा नुक्सान
चरखी दादरी। ‘दूसरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत’ ये लाइनें दादरी जिला प्रशासन पर बिल्कुल सटीक बैठती हंै। जिले सभी लोगों पर नियम-कानून लागू करवाने की जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाला प्रशासन किस हद तक खुद नियमों से खिलवाड़ करता है। इसकी बानगी है लघु सचिवालय, कोर्ट परिसर व तहसील कार्यालयों की 3 मंजिला इमारत। इन बिल्डिंग में लगे अग्निशमन यंत्र कई महीने पहले ही एक्सपायर हो चुके हैं। ऐसे में यहां आगजनी की घटना होने पर किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। लघु सचिवालय व अन्य बिल्डिंगों में डीसी, एसपी, एडीसी डवलपमेंट, एसडीएम व रेवेन्यू रिकॉर्ड वाले महत्वपूर्ण कार्यालय हैं। कहने को तो यहां अग्निशमन यंत्र भी लगाए गए हैं, लेकिन एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी इनकी रिफिल तक नहीं करवाई गई। ऐसे में प्रशासन ही बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है।
लघु सचिवालय की बिल्डिंग में अग्निशमन यंत्र वर्ष 2016 में लगाए गए थे, जिनकी समयावधि महज एक वर्ष की थी। अग्निशमन यंत्र लगाने के बाद इस ओर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया और ये एक्सपायर हो गए। 3 साल बीतने के बाद अग्निशमन सिलेंडरों को रिफिल कराना किसी ने भी जरूरी नहीं समझा। मौजूदा समय में देश व प्रदेश में आगजनी की बड़ी घटनाएं कई बार हो चुकी हैं, जिसके चलते जानमाल का भी काफी नुक्सान हुआ है। अगर यहां आगजनी की घटना होती है तो बड़ा हादसा हो सकता है। इसके अलावा इन बिल्डिंगों में जिलेभर का तकरीबन रिकॉर्ड भी रखा हुआ है।Body:बाक्स:-
लघु सचिवालय में भी आगजनी से बचाव की नहीं सुरक्षा
लघु सचिवालय में डीसी, एसपी, डीएसपी, नगराधीश सहित जिलेभर के अनेक कार्यालयों के साथ-साथ सरल केंद्र भी है। यहां पर लगे अग्निशमन यंत्रों को भी रिफिल नहीं करवाया गया है। इस बिल्डिंग में दिनभर हजारों लोग आते हैं।
बाक्स:-
पुरानी बिल्डिंग में कई विभागों के हैं कार्यालय
कोर्ट परिसर स्थित तीसरी मंजिल की इस इमारत में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर, एसडीएम सहित कई प्रमुख विभागों के कार्यालय हैं। इनमें दर्जनों कर्मचारी तो कार्यरत हैं ही वहीं सैकड़ों लोगों की पब्लिक डीलिंग भी रोज होती है। ऐसे में अगर कहीं आग लग जाए तो बड़े नुक्सान से इंकार नहीं किया जा सकता। करीब 9 माह पहले एक्सपायर हो चुके अग्निशमन यंत्र तो शोपीस मात्र हैं।
बाक्स:-
रिकार्ड की सुरक्षा रामभरोसे
पुरानी बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर स्थित एडीसी कार्यालय के आसपास तो एक भी अग्निशमन यंत्र तक नहीं लगाया गया है, जबकि 3 मंजिला इस इमारत में एसडीएम, तहसीलदार सहित रेवेन्यू डिपार्टमेंट के महत्वपूर्ण रिकार्ड रूम हैं जिसकी सुरक्षा राम भरोसे ही है।
बाक्स:-
तुरंत बदले जाएंगे अग्निशमन यंत्र : नगराधीश
नगराधीश डा. विरेंद्र सिंह ने दैनिक ट्रिब्यून को बताया कि लघु सचिवालय में अग्निशमन यंत्रों के एक्सपायर होना गंभीर है। इस मामले में वे संबंधित विभाग की जांच करवाएंगे और तुरंत बदलवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गंभीर समस्या को देखते हुए तुरंत अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
विजवल:-1
चरखी दादरी लघु सचिवालय गेट, लघु सचिवालय में लगे अग्निशमन यंत्र, अंकित मैन्यफेचर व रिफिल डेट, डीसी, एसपी, एसडीएम व अन्य कार्यालय, रद्दी पड़ी फाइलों के बीच लगे अग्निशमन यंत्र, कानूनगो रिकार्ड रूम, व बाहर लगे अग्निशमन यंत्र अन्य कट शाटस।
बाईट:-2
रिम्पी फौगाट, स्थानीय निवासी
बाईट:-3
डा. विरेन्द्र सिहं, नगराधीशConclusion:अग्निशमन यंत्र हुए एक्सपायर, रिफिल करवाना भूला प्रशासन
जिला प्रशासन कार्यालयों में लगे हैं एक्सपायर अग्निशमन यंत्र
आग लगने पर हो सकता है बड़ा नुक्सान
चरखी दादरी। ‘दूसरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत’ ये लाइनें दादरी जिला प्रशासन पर बिल्कुल सटीक बैठती हंै। जिले सभी लोगों पर नियम-कानून लागू करवाने की जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाला प्रशासन किस हद तक खुद नियमों से खिलवाड़ करता है। इसकी बानगी है लघु सचिवालय, कोर्ट परिसर व तहसील कार्यालयों की 3 मंजिला इमारत। इन बिल्डिंग में लगे अग्निशमन यंत्र कई महीने पहले ही एक्सपायर हो चुके हैं। ऐसे में यहां आगजनी की घटना होने पर किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं है। लघु सचिवालय व अन्य बिल्डिंगों में डीसी, एसपी, एडीसी डवलपमेंट, एसडीएम व रेवेन्यू रिकॉर्ड वाले महत्वपूर्ण कार्यालय हैं। कहने को तो यहां अग्निशमन यंत्र भी लगाए गए हैं, लेकिन एक साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी इनकी रिफिल तक नहीं करवाई गई। ऐसे में प्रशासन ही बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है।
लघु सचिवालय की बिल्डिंग में अग्निशमन यंत्र वर्ष 2016 में लगाए गए थे, जिनकी समयावधि महज एक वर्ष की थी। अग्निशमन यंत्र लगाने के बाद इस ओर किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया और ये एक्सपायर हो गए। 3 साल बीतने के बाद अग्निशमन सिलेंडरों को रिफिल कराना किसी ने भी जरूरी नहीं समझा। मौजूदा समय में देश व प्रदेश में आगजनी की बड़ी घटनाएं कई बार हो चुकी हैं, जिसके चलते जानमाल का भी काफी नुक्सान हुआ है। अगर यहां आगजनी की घटना होती है तो बड़ा हादसा हो सकता है। इसके अलावा इन बिल्डिंगों में जिलेभर का तकरीबन रिकॉर्ड भी रखा हुआ है।
बाक्स:-
लघु सचिवालय में भी आगजनी से बचाव की नहीं सुरक्षा
लघु सचिवालय में डीसी, एसपी, डीएसपी, नगराधीश सहित जिलेभर के अनेक कार्यालयों के साथ-साथ सरल केंद्र भी है। यहां पर लगे अग्निशमन यंत्रों को भी रिफिल नहीं करवाया गया है। इस बिल्डिंग में दिनभर हजारों लोग आते हैं।
बाक्स:-
पुरानी बिल्डिंग में कई विभागों के हैं कार्यालय
कोर्ट परिसर स्थित तीसरी मंजिल की इस इमारत में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर, एसडीएम सहित कई प्रमुख विभागों के कार्यालय हैं। इनमें दर्जनों कर्मचारी तो कार्यरत हैं ही वहीं सैकड़ों लोगों की पब्लिक डीलिंग भी रोज होती है। ऐसे में अगर कहीं आग लग जाए तो बड़े नुक्सान से इंकार नहीं किया जा सकता। करीब 9 माह पहले एक्सपायर हो चुके अग्निशमन यंत्र तो शोपीस मात्र हैं।
बाक्स:-
रिकार्ड की सुरक्षा रामभरोसे
पुरानी बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर स्थित एडीसी कार्यालय के आसपास तो एक भी अग्निशमन यंत्र तक नहीं लगाया गया है, जबकि 3 मंजिला इस इमारत में एसडीएम, तहसीलदार सहित रेवेन्यू डिपार्टमेंट के महत्वपूर्ण रिकार्ड रूम हैं जिसकी सुरक्षा राम भरोसे ही है।
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तुरंत बदले जाएंगे अग्निशमन यंत्र : नगराधीश
नगराधीश डा. विरेंद्र सिंह ने दैनिक ट्रिब्यून को बताया कि लघु सचिवालय में अग्निशमन यंत्रों के एक्सपायर होना गंभीर है। इस मामले में वे संबंधित विभाग की जांच करवाएंगे और तुरंत बदलवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गंभीर समस्या को देखते हुए तुरंत अधिकारियों को निर्देश भी जारी कर दिए हैं।
विजवल:-1
चरखी दादरी लघु सचिवालय गेट, लघु सचिवालय में लगे अग्निशमन यंत्र, अंकित मैन्यफेचर व रिफिल डेट, डीसी, एसपी, एसडीएम व अन्य कार्यालय, रद्दी पड़ी फाइलों के बीच लगे अग्निशमन यंत्र, कानूनगो रिकार्ड रूम, व बाहर लगे अग्निशमन यंत्र अन्य कट शाटस।
बाईट:-2
रिम्पी फौगाट, स्थानीय निवासी
बाईट:-3
डा. विरेन्द्र सिहं, नगराधीश
Last Updated : Jun 18, 2019, 8:45 AM IST
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