भिवानी: हरियाणा के भिवानी में दलित छात्रा की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. भिवानी महिला कॉलेज में बीए फाइनल वर्ष की छात्रा को फीस भरने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था. इस प्रताड़ना से तंग आकर छात्रा ने ये कदम उठाया. छात्रा के पिता जगदीश ने पुलिस को दी शिकायत में कॉलेज की प्राचार्य समेत चार लोगों पर आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया है.
दलित छात्रा आत्महत्या मामला: पीड़ित को न्याय दिलाने की मांग को लेकर परिजनों ने विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर प्रदर्शन भी किया. छात्रा के पिता का आरोप है कि कॉलेज स्टाफ छात्रा पर बकाया फीस का भुगतान करने का दबाव बनाता था. जिसके चलते उसे परेशान भी किया जाता था. जिससे परेशान होकर छात्रा ने आत्महत्या कर ली. छात्रा निजी महिला कॉलेज में बीए अंतिम वर्ष की छात्रा थी.
फीस भुगतान के नाम पर टॉर्चर! छात्रा के पिता जगदीश ने बताया कि उनकी बेटी को इस महीने पांचवें सेमेस्टर की परीक्षा देनी थी, लेकिन बकाया फीस के कारण कॉलेज अधिकारियों ने उसे ऐसा करने की अनुमति नहीं दी. उन्होंने कहा कि वो कुछ वित्तीय बाधाओं के कारण समय पर उसकी फीस का भुगतान करने में असमर्थ थे. उन्होंने ये भी आरोप लगाया कि कॉलेज के प्रिंसिपल और कुछ अन्य लोगों ने उसे परेशान और प्रताड़ित किया है. उन्होंने कहा "मैं अपनी बेटी के लिए न्याय चाहता हूं."
स्कूल स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज: लोहारू थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जितेंद्र ने कहा, "जांच के दौरान कई पहलू सामने आए हैं. एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है." छात्रा को परेशान किए जाने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हम जांच कर रहे हैं. कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी लंबित है." हालांकि, उसके परिवार की शिकायत पर बीएनएस धारा 108 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है.
रणदीप सुरजेवाला ने साधा निशाना: इस बीच, कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि ये दुखद है कि हरियाणा में एक दलित लड़की को परीक्षा शुल्क ना दे पाने के कारण आत्महत्या करनी पड़ी. सुरजेवाला ने एक्स पर पोस्ट किया, "ये घटना न केवल दुखद है बल्कि बेहद शर्मनाक भी है. पीड़ित परिवार को न्याय मिलना चाहिए और इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए."
कुमारी सैलजा ने सरकार को घेरा: इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने सोशल मीडिया के जरिए सरकार को घेरा. उन्होंने लिखा "हरियाणा की एक होनहार बेटी दीक्षा ने आत्महत्या कर ली, क्योंकि उसे परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया, उसकी गलती सिर्फ इतनी थी कि वह गरीब थी और दलित परिवार से थी। क्या शिक्षा अब पैसे और जाति से तय होगी? 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का नारा देने वाली भाजपा सरकार क्या अब जवाब देगी कि बेटियाँ कब तक गरीबी और जाति के बोझ तले कुचली जाएंगी? क्या भाजपा का विकास सिर्फ चुनिन्दा लोगों तक सीमित है? या फिर दलित और गरीब बच्चों के सपनों की कोई कीमत ही नहीं बची?"
कैबिनेट मंत्री की कांग्रेस को सलाह: हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने मंगलवार को कहा कि लड़की की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस दोषियों को पकड़ने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है. सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कांग्रेस से मामले का राजनीतिकरण ना करने की सलाह दी.
हरियाणा महिला आयोग ने लिया संज्ञान: इस पूरे मामले पर हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन ने संज्ञान लिया है. महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने भिवानी SP को मामले में कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है.