चरखी दादरी: रबी फसल की बिजाई का सीजन निकलता जा रहा है और किसानों को खाद (Fertilizer) के लिए मारामारी करनी पड़ रही है. हालात ऐसे बने हैं कि खाद के लिए महिलाएं चूल्हा-चौका छोड़कर, बच्चे स्कूल-कॉलेजों में जाना छोड़कर अल सुबह से लाइनों में लगे हुए हैं. बावजूद इसके किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल पा रहा है. सरकार द्वारा खाद को लेकर पर्याप्त मात्रा में देने के दावें चरखी दादरी में कुछ अलग ही दिखाई दे रहे हैं.
खाद की किल्लत की जमीनी हकीकत पुलिस थानों के बाहर लगी लाइनों से पता चलता है. हालांकि प्रशासन का कहना है कि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस थाना में टोकन और मंडी में खाद वितरित करवाया जा रहा है. निर्दलीय विधायक सोमबीर सांगवान ने सरकार के दावों को झूठा करार देते हुए किसानों को खाद उपलब्ध करवाने की बात कही है.
बता दें कि पिछले सप्ताह खाद का स्टॉक नहीं होने के कारण किसानों को काफी दिक्कत झेलनी पड़ी थी. यहां तक कि खाद के लिए किसानों ने रोड जाम व मंडी गेटों को भी बंद करते हुए रोष जताया था. रबी सीजन में सरसों की फसल की बिजाई का समय निकलता जा रहा है और किसान डीएपी खाद के लिए दिन-रात दौड़-धूप कर रहे हैं. दो रोज पहले भी प्रशासन द्वारा सिटी पुलिस थाना में टोकन देकर किसानों को खाद उपलब्ध करवाया गया था. प्रशासन की मानें तो अब तक करीब 10 हजार बैग किसानों को दिए गए हैं. वहीं करीब 3 हजार बैग दोपहर बाद तक दादरी में पहुंचेंगे. ऐसे में किसानों को डीएपी खाद पर्याप्त मात्रा में मिल पाएगा.
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खाद के लिए किसान बच्चों व महिलाओं के साथ अल सुबह से सदर पुलिस थाना के बाहर लंबी-लंबी लाइनों में लगे हैं. प्रशासन द्वारा किसानों को एक आधार कार्ड पर दो बैग उपलब्ध करवाए जा रहे हैं. बावजूद इसके किसानों की खाद पूर्ति पूरी नहीं हो पा रही है. पुलिस कर्मचारियों किसानों को लाइनों में लगवाने से लेकर टोकन व खाद वितरण तक कार्यवाही में पूरी तरह से तैनात किए गए हैं.
खाद का टोकन लेने पहुंची पूजा ने बताया कि मजबूरी में उन्हें स्कूल-कालेजों की छुट्टी करके सुबह से लाइन में लगे हैं. जब तक उनका नंबर आता है तो खाद खत्म हो जाती है. सरकार को व्यवस्था करते हुए किसानों को खाद देना चाहिए, ताकि विद्यार्थियों को दिक्कत ना हो.
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वहीं विधायक सोमबीर सांगवान ने प्रदेश सरकार के खाद का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध कराने के दावों को झूठा करार दिया. विधायक ने कहा कि सरकार को सिंतबर में ही पूरी व्यवस्था करनी चाहिए थी. अगर पर्याप्त मात्रा में खाद है तो दादरी में पूरी हकीकत देख लें. ऐसे में सरकार के दावे सफेद झूठ हैं. ऐसे बयान देने की बजाए सरकार को पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध करवाने की व्यवस्था करनी चाहिए.
वहीं सीटीएम अमित मान का कहना है कि व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस थाना में टोकन दिया जा रहा है. अब तक करीब 10 हजार बैग किसानों को दिए गए हैं और तीन हजार बैग जल्द ही पहुंच जाएंगे, जिससे किसानों को खाद की दिक्कत नहीं होगी.
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