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बारिश से मंडी में हाल-बेहाल, खुले आसमान में भीगा किसानों का 'सोना' - election

हरियाणा में किसानों के हालात बद से बदतर बने हुए हैं. एक ओर अनाज मंडियों से फसलों का समय से उठान न होने के चलते किसान परेशान हैं तो वहीं किसानों का पीला सोना सोमवार रात को हुई बारिश में भीग गया.

चरखी दादरी में आनाज मंडी में बारिश में भीगी किसानों की फसल
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Published : May 14, 2019, 9:15 PM IST

चरखी दादरी: सरकार की ओर से मंडियों में पुख्ता प्रबंधों के दावे चरखी दादरी में हवाई साबित हो रहे हैं. बीती रात हुई बारिश के बाद मंडी के बुरे हाल हो गए. एक ओर बरिश से जहां किसानों का पीला सोना भीग गया.

वहीं अनाज भीगने से सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है. उठान नहीं होने और आढ़तियों की ओर से अनाज को बारिश से नहीं बचाने के बाद मंडी में हालात ऐसे हो गए हैं कि कई ढेरियों में अनाज सड़ गया है. हालांकि मंडी अधिकारी सिर्फ नोटिस और प्रशासन को पत्र लिखकर अपनी कागजी कार्रवाई पूरी कर रहे हैं.

बारिश में भीगी किसानों की फसल

बता दें कि इस बार सरसों और गेहूं की बंपर पैदावार हुई और आवक भी अच्छी हुई है. हरियाणा सरकार ने इस बार किसानों की फसल की खरीदारी करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिय चलाई थी जिसके बाद से किसान लगातार परेशान हैं. मंडी में उठान की बड़ी समस्या होने के कारण किसानों का अनाज बारिश की भेंट चढ़ गया और कई ढेरियों में तो गेहूं सड़ने लगा है.

फिलहाल मंडी प्रशासन की ओर से सरसों और गेहूं की खरीद नहीं करने का फरमान सुनाने के बाद किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है. बीती रात हुई झमाझम बारिश के चलते मंडी में हजारों टन गेंहू और सरसों की फसल भीग गई.

किसान रामफल, जयभगवान और दयानंद ने बताया कि बारिश से जहां उनका अनाज खराब हुआ है वहीं उनके पास बिक्री का मैसेज आने के बाद भी अनाज नहीं खरीदा जा रहा है.
उधर मार्केट कमेटी सचिव बसंत कुमार का कहना है कि बारिश को लेकर आढतियों को तिरपाल सहित अन्य व्यवस्था करने के लिए नोटिस जारी किया हुआ है. इस समय उठान नहीं होने के कारण बारिश से कुछ नुकसान हुआ है. इस संबंध में जिला प्रशासन को पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवा दिया गया है.

चरखी दादरी: सरकार की ओर से मंडियों में पुख्ता प्रबंधों के दावे चरखी दादरी में हवाई साबित हो रहे हैं. बीती रात हुई बारिश के बाद मंडी के बुरे हाल हो गए. एक ओर बरिश से जहां किसानों का पीला सोना भीग गया.

वहीं अनाज भीगने से सरकार को लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है. उठान नहीं होने और आढ़तियों की ओर से अनाज को बारिश से नहीं बचाने के बाद मंडी में हालात ऐसे हो गए हैं कि कई ढेरियों में अनाज सड़ गया है. हालांकि मंडी अधिकारी सिर्फ नोटिस और प्रशासन को पत्र लिखकर अपनी कागजी कार्रवाई पूरी कर रहे हैं.

बारिश में भीगी किसानों की फसल

बता दें कि इस बार सरसों और गेहूं की बंपर पैदावार हुई और आवक भी अच्छी हुई है. हरियाणा सरकार ने इस बार किसानों की फसल की खरीदारी करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिय चलाई थी जिसके बाद से किसान लगातार परेशान हैं. मंडी में उठान की बड़ी समस्या होने के कारण किसानों का अनाज बारिश की भेंट चढ़ गया और कई ढेरियों में तो गेहूं सड़ने लगा है.

फिलहाल मंडी प्रशासन की ओर से सरसों और गेहूं की खरीद नहीं करने का फरमान सुनाने के बाद किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है. बीती रात हुई झमाझम बारिश के चलते मंडी में हजारों टन गेंहू और सरसों की फसल भीग गई.

किसान रामफल, जयभगवान और दयानंद ने बताया कि बारिश से जहां उनका अनाज खराब हुआ है वहीं उनके पास बिक्री का मैसेज आने के बाद भी अनाज नहीं खरीदा जा रहा है.
उधर मार्केट कमेटी सचिव बसंत कुमार का कहना है कि बारिश को लेकर आढतियों को तिरपाल सहित अन्य व्यवस्था करने के लिए नोटिस जारी किया हुआ है. इस समय उठान नहीं होने के कारण बारिश से कुछ नुकसान हुआ है. इस संबंध में जिला प्रशासन को पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवा दिया गया है.

Intro:बारिश से मंडी में हालात बेहाल, किसानों का पीला सोना भीगा
: मंडी प्रशासन की लापरवाही से सरकार को हो रहा नुकसान
चरखी दादरी। सरकार द्वारा मंडियों में पुख्ता प्रबंधों के दावे चरखी दादरी में हवाई साबित हो रहे हैं। बीती रात हुई बारिश के बाद मंडी के हालत बेहाल हो गए हैं। बरिश से जहां किसानों का पीला सोना भीग गया वहीं अनाज भीगने से सरकार को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। उठान नहीं होने व आढतियों द्वारा अनाज को बारिश से नहीं बचाने के बाद मंडी में हालात ऐसे हो गए हैं कि कई ढेरियों में अनाज सड़ गया है। हालांकि मंडी अधिकारी सिर्फ नोटिस व प्रशासन को पत्र लिखकर इतीश्री कर रही है। Body:इस बार सरसों व गेहंू की बंपर पैदावार हुई और आवक भी अच्छी हुई। बावजूद इसके पहले किसानों को रजिस्ट्रेशन के चक्कर में फंसना पड़ा तो बाद में अनाज की बिक्री को लेकर धक्के खाने पड़े। मंडी में उठान की बड़ी समस्या होने के कारण किसानों का अनाज बारिश की भेंट चढ़ गया और कई ढेरियों में तो गेहूं सडऩे लगा है। फिलहाल मंडी प्रशासन द्वारा सरसों व गेहूं की खरीद नहीं करने का फरमान सुनाने के बाद किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है। बीती रात रात हुई बारिश के चलते मंडी में हजारों टन गेंहू व सरसों को काफी नुकसान हुआ है। किसान रामफल, जयभगवान व दयानंद इत्यादि ने बताया कि बारिश से जहां उनका अनाज खराब हुआ है वहीं उनके पास बिक्री का मैसेेज आने के बाद भी अनाज नहीं खरीदा जा रहा है। उधर मार्केट कमेटी सचिव बसन्त कुमार का कहना है कि बारिश को लेकर आढतियों को तिरपाल सहित अन्य व्यवस्था करने के लिए नोटिस जारी किया हुआ है। इस समय उठान नहीं के कारण बारिश से कुछ नुकसान हुआ है। इस संबंध में जिला प्रशासन को पत्र लिखकर समस्या से अवगत करवा दिया गया है।
विजवल:- 1
अनाजमंडी का गेट, मार्केट कमेटी कार्यालय, अनाज मंडी में खुले में पड़ा अनाज, ढेरियों में पानी व बारिश से भीगा अनाज के कट शाटस
बाईट:- 2
रामफल, किसान
बाईट:- 3
बसंत कुमार, सचिव मार्केट कमेटीConclusion:
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