ETV Bharat / state

कपास की बर्बाद फसल की मुआवजे की मांग तेज, भाकियू ने दी आंदोलन की चेतावनी

चरखी दादरी जिला में कपास की अधिकांश फसल को विभिन्न रोगों ने बर्बाद कर दिया है. कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दादरी जिले में 87 हजार 500 एकड़ में कपास की फसल की बिजाई की गई है. इस समय सफेद मक्खी, हरा तेला, उखेड़ा रोग व अन्य बिमारियों ने कपास की 60 हजार एकड़ में 75 से 100 प्रतिशत नुकसान किया है.

Demand for compensation of ruined cotton crop intensifies and farmers orgnisation warns of agitation
कपास की बर्बाद फसल की मुआवजे की मांग तेज
author img

By

Published : Sep 5, 2020, 10:58 PM IST

चरखी दादरी: किसान के लिए सफेद सोना के नाम से जानने वाली कपास की फसल 90 प्रतिशत तक बबार्द हो गई है. कपास की फसल पर सफेद मक्खी, हरा तेला, उखेड़ा रोग ने जकड़ लिया है. किसान मुआवजा और गिरदावरी को लेकर कृषि विभाग के कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं. हालांकि कृषि विभाग द्वारा अपने स्तर पर सर्वे करवाया जा रहा है, लेकिन भाकियू ने स्पेशल गिरदावरी और मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है.

बता दें कि इस बार प्रदेश भर में कपास की फसल में भारी नुकसान हुआ है. खासकर दादरी जिला में कपास की अधिकांश फसल को विभिन्न रोगों ने बर्बाद कर दिया है. कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दादरी जिले में 87 हजार 500 एकड़ में कपास की फसल की बिजाई की गई है. इस समय सफेद मक्खी, हरा तेला, उखेड़ा रोग व अन्य बिमारियों ने कपास की 60 हजार एकड़ में 75 से 100 प्रतिशत नुकसान किया है. वहीं करीब साढ़े 12 हजार एकड़ कपास की फसल 50 से 75 फीसदी से बर्बाद हुई है.

कपास की बर्बाद फसल की मुआवजे की मांग तेज, देखिए वीडियो

वहीं किसानों का कहना है कि कृषि विभाग के अधिकारियों के कहे अनुसार उन्होनें दवाएं भी खेतों में डलवा दिया, लेकिन उसके बाद भी कपास की फसल बर्बाद होने से नहीं बची. किसानों ने कहा कि मार्च में भी ओलावृष्टि और बारिश के कारण उनकी फसल बर्बाद हो गई थी. अब कपास की फसल भी पूरी तरह नष्ट हो चुकी है. जिसके कारण उनके सामने रोटी खाने के साथ परिवार का निर्वाह करने का संकट खड़ा हो गया है. किसानों ने सरकार से जल्द से मुआवजा देने की मांग की है.

एक्शन नहीं लिया तो करेंगे आंदोलन- भाकियू

भाकियू नेता राजकुमार हड़ौदी ने कहा कि सरकार किसानों को अनदेखा कर गुमराह करने का काम कर रही है. इस समय कपास की अधिकांश फसल बर्बाद होने से किसान को काफी परेशानियां हो रही हैं. अगर सरकार ने तुरंत प्रभाव से नुकसान का आकलन कर किसानों की स्पेशल गिरदावरी व मुआवजा नहीं दिया तो भाकियू आंदोलन शुरू करेगी.

सरकार से बात कर करवाएंगे नुकसान की भरपाई- पूर्व मंत्री

पूर्व मंत्री व जजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सतपाल सांगवान ने कहा कि उन्होनें जिले में गांवों का दौरा कर कपास की फसल का जायजा लिया है. इस बार कपास की फसल में भारी नुकसान हुआ है. नुकसान की भरपाई के लिए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला व कृषि मंत्री जेपी दलाल से भी बात की है. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस बारे में कार्रवाई करने की बात कही है. सरकार के माध्यम से गिरदावरी करवाकर किसानों को नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी.

रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं- कृषि अधिकारी

कृषि अधिकारी जितेन्द्र सिंह का कहना है कि जिले में करीब 90 प्रतिशत कपास की फसल 100 फीसदी तक खराब हुई है. कपास की फसल में नुकसान का आंकलन के लिए विभाग द्वारा रिपोर्ट तैयार की जा रही है. जो जल्द ही उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी.

ये पढ़ें- गृह मंत्री अनिल विज ने की कंगना रनौत की सुरक्षा की मांग, बोले- क्या मुबंई शिवसेना के पिता जी की है?

चरखी दादरी: किसान के लिए सफेद सोना के नाम से जानने वाली कपास की फसल 90 प्रतिशत तक बबार्द हो गई है. कपास की फसल पर सफेद मक्खी, हरा तेला, उखेड़ा रोग ने जकड़ लिया है. किसान मुआवजा और गिरदावरी को लेकर कृषि विभाग के कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं. हालांकि कृषि विभाग द्वारा अपने स्तर पर सर्वे करवाया जा रहा है, लेकिन भाकियू ने स्पेशल गिरदावरी और मुआवजे की मांग को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है.

बता दें कि इस बार प्रदेश भर में कपास की फसल में भारी नुकसान हुआ है. खासकर दादरी जिला में कपास की अधिकांश फसल को विभिन्न रोगों ने बर्बाद कर दिया है. कृषि विभाग की रिपोर्ट के अनुसार दादरी जिले में 87 हजार 500 एकड़ में कपास की फसल की बिजाई की गई है. इस समय सफेद मक्खी, हरा तेला, उखेड़ा रोग व अन्य बिमारियों ने कपास की 60 हजार एकड़ में 75 से 100 प्रतिशत नुकसान किया है. वहीं करीब साढ़े 12 हजार एकड़ कपास की फसल 50 से 75 फीसदी से बर्बाद हुई है.

कपास की बर्बाद फसल की मुआवजे की मांग तेज, देखिए वीडियो

वहीं किसानों का कहना है कि कृषि विभाग के अधिकारियों के कहे अनुसार उन्होनें दवाएं भी खेतों में डलवा दिया, लेकिन उसके बाद भी कपास की फसल बर्बाद होने से नहीं बची. किसानों ने कहा कि मार्च में भी ओलावृष्टि और बारिश के कारण उनकी फसल बर्बाद हो गई थी. अब कपास की फसल भी पूरी तरह नष्ट हो चुकी है. जिसके कारण उनके सामने रोटी खाने के साथ परिवार का निर्वाह करने का संकट खड़ा हो गया है. किसानों ने सरकार से जल्द से मुआवजा देने की मांग की है.

एक्शन नहीं लिया तो करेंगे आंदोलन- भाकियू

भाकियू नेता राजकुमार हड़ौदी ने कहा कि सरकार किसानों को अनदेखा कर गुमराह करने का काम कर रही है. इस समय कपास की अधिकांश फसल बर्बाद होने से किसान को काफी परेशानियां हो रही हैं. अगर सरकार ने तुरंत प्रभाव से नुकसान का आकलन कर किसानों की स्पेशल गिरदावरी व मुआवजा नहीं दिया तो भाकियू आंदोलन शुरू करेगी.

सरकार से बात कर करवाएंगे नुकसान की भरपाई- पूर्व मंत्री

पूर्व मंत्री व जजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सतपाल सांगवान ने कहा कि उन्होनें जिले में गांवों का दौरा कर कपास की फसल का जायजा लिया है. इस बार कपास की फसल में भारी नुकसान हुआ है. नुकसान की भरपाई के लिए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला व कृषि मंत्री जेपी दलाल से भी बात की है. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों को भी इस बारे में कार्रवाई करने की बात कही है. सरकार के माध्यम से गिरदावरी करवाकर किसानों को नुकसान की भरपाई करवाई जाएगी.

रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं- कृषि अधिकारी

कृषि अधिकारी जितेन्द्र सिंह का कहना है कि जिले में करीब 90 प्रतिशत कपास की फसल 100 फीसदी तक खराब हुई है. कपास की फसल में नुकसान का आंकलन के लिए विभाग द्वारा रिपोर्ट तैयार की जा रही है. जो जल्द ही उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी.

ये पढ़ें- गृह मंत्री अनिल विज ने की कंगना रनौत की सुरक्षा की मांग, बोले- क्या मुबंई शिवसेना के पिता जी की है?

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.