चरखी दादरी: जिले के गांव अचिना और झिंझर के बीच से निकलने वाली इंदिरा कैनाल में करीब 20 फुट चौड़ी दरार आने से आसपास के क्षेत्रों में सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई. जलभराव होने से धान, सरसों और गेहूं की फसलों में काफी नुकसान हुआ है. देर शाम सिंचाई विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पीछे से पानी को बंद करवाया गया.
कैनाल टूटने से खेतों में भरा पानी
बता दें कि कैनाल टूटने के बाद पानी का बहाव इतना तेज था कि आसपास के क्षेत्रों में बड़े-बड़े कटाव हो गए और दूर-दूर तक खेतों में पानी ही पानी भर गया. ग्रामीण राजेश, ओमप्रकाश, जयभगवान, संदीप, पवन कुमार ने बताया कि शनिवार को सुबह इंदिरा कैनाल टूटने के कारण तेज गति से पानी खेतों की ओर आ रहा था.
उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद पानी को रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन बहाव इतना तेज था कि पानी खेतों की ओर लगातार घूस रहा था. ग्रामीणों ने बताया कि इंदिरा कैनाल की पटरी कमजोर होने के चलते नहर में दरार आई है.
ये भी पढ़ें- चरखी दादरी: इंदिरा कैनाल में आई दरार, सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न
पानी से सैकड़ों किसानों की फसलें बर्बाद हो गई. वहीं ट्यूबवैल और खेतों में बनाए कमरों में भी काफी नुकसान हुआ है. नहर टूटने के बाद सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर पीछे से पानी को बंद करवाया और नहर की दरार को पाटने का कार्य शुरू कर दिया है.