चंडीगढ़: हरियाणा में किसानों की बदहाली को लेकर स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेन्द्र यादव ने सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार पर गेहूं और सरसों की धीमी खरीद और किसानों को समय से भुगतान ना करने का आरोप लगाया है. उन्होंने हरियाणा सरकार के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए कहा कि अभी 31वें दिन सिर्फ 72 फीसदी गेहूं और 36वें दिन सिर्फ 53 फीसदी सरसों की खरीद हुई है.
उन्होनें कहा कि खरीदी गई गेहूं की 40 फीसदी राशि का भुगतान हुआ है और खरीदी गई सरसों की 44 फीसदी राशि का भुगतान हुआ है. योगेन्द्र यादव ने कहा कि मूल्य का भी सिर्फ 41 फीसदी राशि का भुगतान हुआ है.
उन्होंने कहा कि इसी तरह खरीदी गई सरसों के कुल सबमिट हो चुके "आई" फॉर्म के कुल मूल्य का करीब 50 फीसदी राशि का भुगतान हुआ है. प्रदेश पार्टी के अध्यक्ष राजीव गोदारा ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला ने फसल के भुगतान में देरी का कारण किसानों की ही बताया था. दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि आढ़ती और किसान "आई" फॉर्म सबमिट करने में देरी करते हैं, इसलिए सरकार भुगतान नहीं कर पाती है.
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उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री ने मंडी से फसल के उठान का दायित्व किसान पर डालने की कोशिश की है. चौटाला ने कहा कि 20 मई तक लगभग सारी गेहूं खरीद कर ली जाएगी, जो कि झूठ साबित हो रहा है. क्योंकि अभी तक सिर्फ 72 फीसदी खरीद ही हुई है.