चंडीगढ़: बचपन में आपने खूब साइकिलिंग की होगी. फिर चाहे स्कूल जाने के लिए की हो या बाजार जाने के लिए. लेकिन की तो जरूर होगी, जो कि एक फन के साथ-साथ सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है. साइकिल करना केवल एक फन ही नहीं, बल्कि साइकिलिंग करने से आपके सेहत में तंदुरुस्ती बनी रहती है. क्योंकि साइकिलिंग स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए एक शानदार कार्डियो एक्सरसाइज भी है. जिससे बॉडी में ताजगी बनी रहती है. साइकिलिंग करने से आसानी से वेट लॉस भी किया जा सकता है. आज के समय में लोगों की दिनचर्या में साइकिलिंग करना बेहद फायदेमंद साबित हो रहा है. ऐसे में जब 3 जून को विश्व भर में साइकलिंग डे मनाया जा रहा है, तो इसके फायदे जानना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
चंडीगढ़ में रजिस्टर साइकिल ग्रुप: बात करेंगे द ब्यूटीफुल सिटी चंडीगढ़ की जहां कुदरत के खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं. जिससे कारण यहां साइकिलिंग करने में डबल मजा आता है. यहां पर सड़कों के किनारे साइकिलिंग करने के लिए अलग से ट्रैक बनाए गए हैं. ऐसे में वर्ल्ड बाइसाइकिल डे के मौके पर यहां आपको रूबरू करवाते हैं एक साइकिल चलाने वाले ग्रुप से. जो शहर का एकलौता रजिस्टर साइकिल गुप्र है. जिसमें वर्किंग महिलाएं और पुरुष साइकिल पर घूमते हुए शहर के नजारों का आनंद तो लेते ही हैं, साथ ही अपनी सेहत को भी फिट रखने का संदेश देते हैं. बता दें कि इस ग्रुप के काम को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन तक शहर के बेहतर साइकिल ट्रैक बनाने के लिए इन साइकिलगिरों की मदद ले चुका है.
ऐसे हुई साइकिल गिरी ग्रुप की शुरुआत: आज के लाइफ स्टाइल में एक्सरसाइज का इंपोर्टेंट रोल रहता है. जो कि बीमारियों को कुछ हद तक ठीक कर देता है. लेकिन अगर आप शुरू से ही बेहतर एक्सरसाइज करते हैं, तो बीमारी होने के चांस काफी कम रह जाते हैं. इस धारणा को सही साबित करने के लिए चंडीगढ़ के डॉक्टरों द्वारा कुछ साल पहले सोशल मीडिया पर साइकिल गिरी नाम का एक ग्रुप शुरू किया गया. आज के समय में इस ग्रुप में काफी लोग जुड़ चुके हैं. इस ग्रुप के साथ 8 साल से लेकर 73 साल तक के लोग जुड़े हुए हैं.
साइकिल डे की शुरुआत: क्या आप जानते हैं कि वर्ल्ड साइकिल डे की शुरुआत साल 2018 में न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी. जी हां 3 जून 2018 को आधिकारिक तौर पर विश्व साइकिल डे की शुरुआत न्यूयॉर्क से की गई थी. इस अवसर पर संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों एथलीटों समेत बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया था. उस दौरान साइकिल चलाने के महत्व और स्वास्थ्य को होने वाले फायदों के बारे में भी बताया गया था.
क्यों की गई इस दिन की शुरुआत: संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, लोगों को साइकिल को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए. इस दिवस को मनाने के पीछे दुनियाभर के देशों को कई विकास रणनितियों पर ध्यान केंद्रित करने और अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय कार्यक्रमों में साइकिल को शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करना है. जो यात्री पैदल चलते हैं, उनकी सुरक्षा और साइकिल चालन की सुरक्षा को भी बढ़ावा देना इसका मकसद है. ताकि लोगों के बीच साइकिल का महत्व बढ़ सके और लोग इससे होने वाले फायदों का भी लाभ सकें.
वजन घटाने में फायदेमंद: अगर आप भी मोटापे का शिकार हो चुके हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है. आप साइकिलिंग करके आसानी से अपना वजन कम कर सकते हैं. साइकलिंग करने से कम समय में वजन कम किया जा सकता है. निश्चित तौर पर साइकलिंग आपका वजन कम करने में बेहद मददगार साबित हो सकती है. तो आज से ही साइकलिंग करनी शुरू कर दें और जल्दी अपना वजन कम कर लें.
एक दिन में इतने समय साइकिलिंग करें: अब सवाल ये भी उठता है कि दिन में कितने समय तक हमें साइकिल चलानी चाहिए, तो चलिए आपको बता देते हैं कि आप कितने घंटे साइकलिंग कर सकते हैं. बतौर कार्डियो वर्कआउट दिन में 1 घंटे तक आप साइकिलिंग कर सकते हैं. यदि आपकी शुरुआत है तो केवल 20 मिनट तक आप साइकलिंग कर सकते हैं. पहले 20 मिनट साइकलिंग करने से आप वॉर्म आउट होंगे. रोजाना आपको 1 घंटे तक साइकलिंग करनी चाहिए. जिसके बाद बॉडी पर जमा एक्स्ट्रा फैट घटना शुरू हो जाएगा. इससे आपकी बॉडी शेप में आ जाएगी, जो कि दिखने में भी काफी अट्रैक्टिव लगेगी.
दिल के लिए फायदेमंद: इसके अलावा आज के समय में सबसे बड़ी बीमारी है दिल की बीमारी. जिसके शिकार न जाने कितने नौजवान युवा और बच्चे हो चुके हैं. यदि आप साइकिलिंग करते हैं तो दिल की धड़कन तेज हो जाती है. जो कि दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद एक्सरसाइज है. शोधकर्ताओं का मानना है कि साइकिल चलाने जैसी गतिविधि से हार्ट अटैक का जोखिम टाला जा सकता है. रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग साइकलिंग करते हैं उनका हृदय बेहतर तरीके से काम करता है.
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डिप्रेशन से बचाव: वहीं, दूसरी सबसे बड़ी बीमारी है डिप्रेशन जो आज के समय में छोटे बच्चों से लेकर बड़े बुजुर्गों तक सभी में देखा जाता है. मानसिक तनाव से जूझ रहे लोगों के लिए साइकिल चलाना वरदान है. साइकिलिंग करने से मस्तिष्क में खून का प्रवाह बेहतर बनता है. जिसके चलते मन की स्थिति में भी बदलाव आ जाता है. जिससे डिप्रेशन के लक्षण को कुछ हद तक कम किया जा सकता है.
सबसे खास बात ये भी: साइकिलिंग की सबसे खास बात ये है कि साइकिल चलाने से आपका खर्च कम होता है. ट्रैफिक से बचकर निकल सकते हैं और प्रकृति को पर्यावरण प्रदूषण से भी बचाया जा सकता है. ध्यान रखें जब आपको थोड़ी दूरी पर जाना हो तो साइकिल का इस्तेमाल जरूर करें. गाड़ी का इस्तेमाल कम करें.