चंडीगढ़: जूनियर महिला कोच के साथ यौन शोषण के आरोपी और हरियाणा सरकार के राज्य मंत्री संदीप सिंह को लेकर सोमवार को विधानसभा में भी जमकर हंगामा हुआ. विपक्ष इस मामले में आरोपी मंत्री के इस्तीफे की मांग पर कर रहा है. नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा पहले ही कह चुके हैं कि कोर्ट में चार्जशीट फाइल होने के बाद आरोपी मंत्री को नैतिकता के आधार पर खुद ही इस्तीफा सौंप देना चाहिए.
हरियाणा में विधानसभा में संदीप सिंह को लेकर जोरदार हंगामे के बीच कांग्रेस विधयक गीता भुक्कल ने कहा कि आरोपी मंत्री को बर्खास्त किया जाए. जिस पर स्पीकर ने कहा कि मामला कोर्ट के समक्ष विचाराधीन है. इसको लेकर कांग्रेस विधायकों ने सदन में जोरदार नारेबाजी की. कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा के अंदर बीजेपी हटाओ, बेटी बचाओ के नारे लगाए.
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सदन में नेता प्रतिपक्ष हुड्डा ने कहा या मंत्री अपना इस्तीफा दें या मुख्यमंत्री उनका इस्तीफा लें. इसके जवाब में सीएम मनोहर लाल ने संदीप सिंह का इस्तीफा लेने से साफ इनकार किया. उन्होंने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि सबको पता है मोरल ग्राउंड पर कौन कहां खड़ा है. सीएम ने दो टूक कहा कि संदीप सिंह का इस्तीफा नहीं लिया जाएगा. विपक्ष हमें फैसला लेने के लिए बाध्य नहीं कर सकता. जनता के बीच हम भी जाएंगे आप भी. आपके समय में जो भी अत्याचार महिलाओं और दलितों पर हुए वो सब हम जनता के बीच लेकर जाएंगे. हरियाणा विधानसभा के मानसून सत्र का सोमवार को दूसरा दिन है. सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू हुई. प्रश्ननकाल के साथ ही संदीप सिंह को लेकर सदन में हंगामा शुरू हो गया.
जूनियर कोच के साथ शोषण का मामला 29 दिसंबर 2022 का है. महिला कोच ने चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके मंत्री संदीप सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया था. 1 जनवरी को चंडीगढ़ पुलिस ने संदीप सिंह के खिालफ एफआईआर दर्ज की थी. 26 अगस्त 2023 को चंडीगढ़ पुलिस आरोपी संदीप सिंह के खिलाफ चंडीगढ़ जिला अदालत में चार्जशीट पेश की थी. हलांकि पीड़ित ने पुलिस पर आरोप लगाया कि कई धाराएं हटा दी गईं हैं. महिला कोच को सरकार पहले ही खेल विभाग में उनके पद से सस्पेंड कर चुकी है.