चंडीगढ़: हरियाणा सरकार धान खरीद की बात तो कर रही है, लेकिन इसका अंदाजा आप की मंडी के बारे में जानकर लगा सकते हैं. हरियाणा की मंडी में किसान 10-10 दिन से मंडियों में पड़े हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला ना तो कोई सरकारी मुलाजिम पहुंचा और ना ही जनता की नुमाइंदगी करने वाले नेता. ऐसे में भारतीय किसान यूनियन ने अब मंडियों के बाहर रोड जाम करने का फैसला लिया है.
खरीद ना होने के चलते भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने चंडीगढ़ में हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास के साथ हरियाणा सचिवालय में करीब 2 घंटे बैठक की. चढूनी के अनुसार बैठक में रखी मांगों पर उनको संतोषजनक आश्वासन नहीं मिला.
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए गुरनाम सिंह चढूनी ने प्रदेश के किसानों से अपील की है कि जिन मंडियों में धान की खरीद नहीं हो रही है. उसके बाहर सुबह किसान रोड जाम करेंगे. उन्होंने कहा कि मंडियों में धान भरा पड़ा है, मगर खरीद नहीं हो रही. किसान 10-10 दिन से मंडियों में पड़े हैं. ऐसे में किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
एसीएस खाद्यय आपूर्ति विभाग पीके दास से बैठक के बाद गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि एसीएस पीके दास के साथ नमी 17% तक की शर्त को हटा कर 22% तक खरीद करने की मांग की है. साथ ही राइस शैलर से खरीद करवाने की मांग की है, ताकि जल्दी खरीद हो सके. वहीं उन्होंने 25 क्विंटल की कैप को हटाकर 30 क्विंटल करने की मांग की.
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गौरतलब है कि कृषि बिलों के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन के बाद अब खरीद न होने से किसान नेता नाराज नजर आ रहे हैं इसी बीच अब बुधवार को मंडियों के बाहर रोड जाम होता नजर आ सकता है. गुरनाम सिंह चढूनी की अपील के बाद प्रदेश की उन मंडियों के बाहर प्रदर्शन देखने को मिल सकता है. जहां पर खरीद नहीं हो रही. देखना ये होगा कि खरीद न होने के आरोपो के बीच सरकार की क्या व्यवस्था रहेगी?