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चंडीगढ़ के 3 दोस्तों ने ठुकराया गूगल का डेढ़ करोड़ का पैकेज, शुरू किया अपना स्टार्ट अप

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Published : Jan 27, 2021, 10:35 AM IST

चंडीगढ़ के तीन दोस्तों ने लॉकडाउन को मौके में बदलकर अपना खुद का स्टार्ट अप शुरू किया है. दोस्तों ने एक एप तैयार किया है, जिसके जरिए लोग घर बैठे कमाई कर सकते हैं.

mobile app startup chandigarh
3 दोस्तों ने शुरू किया खुद का स्टार्टअप

चंडीगढ़: सिटी ब्‍यूटीफुल चंडीगढ़ के तीन दोस्‍तों ने गूगल और एडोब जैसी कंपनियों के डेढ़ करोड़ के पैकेज वाली नौकरी छोड़ी और फिर खुद का स्टार्ट अप शुरू किया. तीनों दोस्तों ने एक अलग मोबाइल एप 'एडवरहब' तैयार किया है. उनका दावा है कि ये देश का एकमात्र मोबाइल एप है, जिसकी मदद से घर बैठे लाेकल ब्रांडस की ब्रैंडिंग कर कमाई की जा सकती है.

फिलहाल, इस एप के जरिए ट्राई सिटी (चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली) के लोकल ब्रांड्स की जानकारी लोगों तक पहुंच रही है. साथ ही लोकल ब्रांड्स की ब्रांडिग कर लोग घर बैठे पैसा भी कमा करे हैं.

बता दें कि ये तीनों युवा आइआइटी मुंबई के छात्र रहे हैं. कंप्यूटर साइंस के स्‍टूडेंट रचित बंसल, शशिज गुप्ता और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट सृष्ट फतेह सिंह ने ये मोबाइल एप तैयार किया है. सृष्ट फतेह सिंह पंजाब के पटियाला के अजित नगर के रहने वाले हैं. रचित बंसल पंजाब के मलेर कोटला के रहने वाले हैं और शशिज गुप्ता हरियाणा के अंबाला जिले के रहने वाले हैं.

ये भी पढ़िए: अंबाला के स्कूलों में हाजिरी 40 फीसदी तक सिमटी, शिक्षा विभाग की चिंता बढ़ी

इन तीनों का चंडीगढ़ से पुराना नाता रहा है. तीनों ने 12वीं तक की कोचिंग चंडीगढ़ से की. इसके बाद आइआइटी मुंबई में इन तीनों का दाखिला हो गया. रचित बंसल का जेईई एडवांस में ऑल इंडिया रैंक 9 थी. जेईई एडवांस में शशिज गुप्ता की रैंकिंग 30वीं और सृष्ट फतेह सिंह की रैंकिंग 215वीं थी. तीनों छात्र आइआइटी मुंबई में मिले और दोस्त बन गए.

कैसे काम करता है एप?

तीनों दोस्तों ने 'एडवरहब' नाम का मोबाइल एप तैयार किया है. इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. इस एप में शहर के 40 से अधिक लोकल ब्रांड मौजूद हैं. यूजर्स इन ब्रांड के अलावा शहर के अन्य लोकल ब्रांड के बारे में इस एप पर उसका इमेज पोस्ट कर और उसके बारे में अपना फीडबैक और जानकारी देकर कमाई कर सकते हैं. जो भी यूजर किसी लोकल ब्रांड के बारे में इस एप पर अपने पोस्ट और कमेंट्स शेयर करेगा उसकी घर बैठे कमाई होगी.

कैसे होती एप से कमाई?

इसके बाद यूजर के इंस्टाग्राम फालोअर जितना उनकी पोस्ट को लाइक और कमेंट्स को शेयर या रीड करेंगे, उतना ही उस यूजर की घर बैठे कमाई होगी. उदाहरण के तौर पर किसी यूजर ने किसी लोकल ब्रांड के बारे में कोई पोस्ट और कमेंट्स शेयर किया. इसके बाद इस पोस्ट पर 100 से अधिक लाइक आते हैं. उस एक पोस्ट का एक हफ्ते के अंदर यूजर को 100 से 120 रुपये मिलेंगे.

चंडीगढ़: सिटी ब्‍यूटीफुल चंडीगढ़ के तीन दोस्‍तों ने गूगल और एडोब जैसी कंपनियों के डेढ़ करोड़ के पैकेज वाली नौकरी छोड़ी और फिर खुद का स्टार्ट अप शुरू किया. तीनों दोस्तों ने एक अलग मोबाइल एप 'एडवरहब' तैयार किया है. उनका दावा है कि ये देश का एकमात्र मोबाइल एप है, जिसकी मदद से घर बैठे लाेकल ब्रांडस की ब्रैंडिंग कर कमाई की जा सकती है.

फिलहाल, इस एप के जरिए ट्राई सिटी (चंडीगढ़, पंचकूला और मोहाली) के लोकल ब्रांड्स की जानकारी लोगों तक पहुंच रही है. साथ ही लोकल ब्रांड्स की ब्रांडिग कर लोग घर बैठे पैसा भी कमा करे हैं.

बता दें कि ये तीनों युवा आइआइटी मुंबई के छात्र रहे हैं. कंप्यूटर साइंस के स्‍टूडेंट रचित बंसल, शशिज गुप्ता और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट सृष्ट फतेह सिंह ने ये मोबाइल एप तैयार किया है. सृष्ट फतेह सिंह पंजाब के पटियाला के अजित नगर के रहने वाले हैं. रचित बंसल पंजाब के मलेर कोटला के रहने वाले हैं और शशिज गुप्ता हरियाणा के अंबाला जिले के रहने वाले हैं.

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इन तीनों का चंडीगढ़ से पुराना नाता रहा है. तीनों ने 12वीं तक की कोचिंग चंडीगढ़ से की. इसके बाद आइआइटी मुंबई में इन तीनों का दाखिला हो गया. रचित बंसल का जेईई एडवांस में ऑल इंडिया रैंक 9 थी. जेईई एडवांस में शशिज गुप्ता की रैंकिंग 30वीं और सृष्ट फतेह सिंह की रैंकिंग 215वीं थी. तीनों छात्र आइआइटी मुंबई में मिले और दोस्त बन गए.

कैसे काम करता है एप?

तीनों दोस्तों ने 'एडवरहब' नाम का मोबाइल एप तैयार किया है. इस एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. इस एप में शहर के 40 से अधिक लोकल ब्रांड मौजूद हैं. यूजर्स इन ब्रांड के अलावा शहर के अन्य लोकल ब्रांड के बारे में इस एप पर उसका इमेज पोस्ट कर और उसके बारे में अपना फीडबैक और जानकारी देकर कमाई कर सकते हैं. जो भी यूजर किसी लोकल ब्रांड के बारे में इस एप पर अपने पोस्ट और कमेंट्स शेयर करेगा उसकी घर बैठे कमाई होगी.

कैसे होती एप से कमाई?

इसके बाद यूजर के इंस्टाग्राम फालोअर जितना उनकी पोस्ट को लाइक और कमेंट्स को शेयर या रीड करेंगे, उतना ही उस यूजर की घर बैठे कमाई होगी. उदाहरण के तौर पर किसी यूजर ने किसी लोकल ब्रांड के बारे में कोई पोस्ट और कमेंट्स शेयर किया. इसके बाद इस पोस्ट पर 100 से अधिक लाइक आते हैं. उस एक पोस्ट का एक हफ्ते के अंदर यूजर को 100 से 120 रुपये मिलेंगे.

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