चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद और हरियाणा के सह प्रभारी सुशील गुप्ता (Sushil Gupta AAP Leader) ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियां ही किसानों की दुश्मन है. जिन बिलों पर आज किसान आंदोलन हो रहा हैं. उनकी नींव कांग्रेस ने रखी थी. चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने यह बात कही.उन्होंने कहा कि वे हरियाणा सरकार द्वारा पारित किए गए भूमि अधिग्रहण कानून के खिलाफ प्रदेश भर में किसान मजदूर और खेत बचाओ यात्रा निकालेंगे.
सांसद सुशील गुप्ता ने कहा कि हरियाणा सरकार ने करनाल में किसानों के ऊपर जिस तरह से कार्रवाई की, और उन पर लाठीचार्ज किया, वह दुर्भाग्यपूर्ण था. यह एक सोची समझी साजिश के तहत किया गया था. जब हरियाणा सरकार का इससे भी मन नहीं भरा तो बीते 24 अगस्त को सरकार ने विधानसभा में भूमि अधिग्रहण बिल पास कर दिया. जिसके तहत सरकार किसी भी किसान की भूमि का अधिग्रहण कर सकती है. यानी अब भूमि को अंबानी और अडानी जैसी कंपनियां पसंद करेंगी. जिसके बाद सरकार उन जमीनों पर कब्जा करके निजी कंपनियों को सौंप देगी. सरकार किसानों (Farmer) का दमन करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है.
भूमि अधिग्रहण कानून (Land Acquisition law) के खिलाफ ही आम आदमी पार्टी हरियाणा (Aam Aadmi Party Haryana) में किसान मजदूर और खेत बचाओ यात्रा निकाल रही है, जो हर जिले में जाएगी और लोगों को सरकार की दमनकारी नीतियों से अवगत कराएगी. वही, उन्होंने पंजाब में हुए लाठी चार्ज के बात करते हुए कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही किसानों की दुश्मन है, वैसे तो कांग्रेस पार्टी कहीं जीत हासिल नहीं करती, लेकिन अगर कहीं जीतती है तो वह भाजपा के हाथों बिक जाती है, मध्य प्रदेश और गोवा में इसका उदाहरण देखा जा सकता है.
उन्होंने कहा कि आज जिन खेती कानूनों के खिलाफ देश भर में आंदोलन हो रहे हैं, उनकी नींव तो कांग्रेस नहीं रखी थी. एसवाईएल के मुद्दे पर बोलते हुए सुशील गुप्ता ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई भी राजनीतिक पार्टी बात नहीं कर सकती. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) द्वारा जो भी कहा जाएगा वह सभी को मानना होगा.
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वही, किसानों द्वारा सिंघु बॉर्डर पर सड़क रोके जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि आंदोलन करना सभी का अधिकार है लेकिन सड़कें बंद नहीं होनी चाहिए, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने यह नहीं कहा है कि सड़कें किसानों ने बंद की है. क्योंकि सड़कें तो पुलिस ने खुद बैरीगेट लगाकर बंद कर रखी है, अगर पुलिस बैरिकेट हटा ले तो सड़कें अपने आप खुल जाएंगी.