चंडीगढ़: कोरोना के चलते लगातार हालात बिगड़ रहे हैं. लोगों के इलाज को लेकर भी अब प्रदेश स्तर पर खींचतान शुरू होने लगी है. दिल्ली सरकार का सरकारी अस्पताल में केवल दिल्ली मूल नागरिकों का इलाज करने के आदेश को उपराज्यपाल अनिल बैजल की तरफ से खारिज करने पर दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आरोप लगाए कि उपराज्यपाल ने ये फैसला हरियाणा और उत्तर प्रदेश की भाजपा शासित सरकार के दबाव में लिया है. जिस पर अब हरियाणा बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष ने पलटवार किया है.
सत्येंद्र जैन के बयान पर सुभाष बराला ने कहा कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का यह बयान देश की संघीय व्यवस्था के खिलाफ है. देश में ऐसा कोई नियम नहीं है कि सरकारी अस्पताल में उसी राज्य के लोग इलाज करवा सकते हैं. बराला ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी सरकार अपनी विफलताओं का हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकार पर ठीकरा फोड़ रही है.
'बयानों से जनता का ध्यान भटका रहे हैं सत्येंद्र जैन'
सुभाष बराला ने कहा कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन का यह बयान इसलिए सामने आया है, क्योंकि दिल्ली सरकार सूबे में कोरोना का संक्रमण रोकने में नाकाम रही है. इसलिए वह मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारों का नाम ले रही है. वहीं सुभाष बराला ने कहा कि दिल्ली के तकरीबन 400 से अधिक लोगों का हरियाणा में अब तक इलाज हो चुका है. हालांकि उन्होंने कहा कि डेटा अभी आना बाकी है. बराला ने यह भी कहा कि हरियाणा में दिल्ली सरकार की लापरवाही के कारण ही हरियाणा में कोरोना का संक्रमण बड़ा है.
'दिल्ली सरकार संक्रमण रोकने में नाकाम रही'
सुभाष बराला ने कहा कि मरकज से आने वाले लोगों को दिल्ली सरकार ने रोकने में नाकामयाब रही, इसके अलावा हरियाणा में भारी तादाद में फल-सब्जियां दिल्ली की आजादपुर मंडी में जाती हैं. इसी तरीके से हरियाणा के बहुत सारे लोग सरकारी सेवाओं में भी काम करते हैं. जब यह लोग वापस अपने घरों को लौटते हैं तो गलती से कोरोना संक्रमण भी इनके साथ हरियाणा में आ जाता है.
'केजरीवाल समय के हिसाब से बदलते हैं विचारधारा'
वहीं सुभाष बराला ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि समय-समय पर केजरीवाल अपनी विचारधारा बदलते हैं, जब हरियाणा में आते हैं तो अपने आप को हरियाणा का बेटा बताते हैं, वहीं पंजाब में जाने पर वह हरियाणा को एसवाईएल का पानी देने नहीं देने की बात कहते हैं. अपना स्टैंड बदलना उनकी आदत हो गई है इसलिए अब वे स्वास्थ्य सेवाओं की नाकामी का ठीकरा हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारों पर फोड़ रहे हैं.
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