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चंडीगढ़ में बढ़ा प्रदूषण का खतरा, हरियाणा और पंजाब से बात करेगा प्रशासन

धान की फसल कटने के साथ ही किसानों ने पराली जलाना शुरू कर दिया है. जिससे हरियाणा, पंजाब और इनसे सटे इलाकों में प्रदूषण का स्तर बढ़ने लगा है. चंडीगढ़ प्रशासन ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए चिंता जाहिर की है.

stubble burning pollution in chandigarh
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Published : Oct 29, 2019, 7:48 PM IST

चंडीगढ़: हरियाणा में पराली जलाने की समस्या जस की तस बनी हुई है. धान की फसल कटने के बाद किसानों ने फिर से पराली जलानी शुरू कर दी है. चंडीगढ़ प्रशासन इस बात को लेकर चिंतित है कि हरियाणा में पराली जलाए जाने से चंडीगढ़ की हवा दूषित ना हो जाए. इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने हरियाणा सरकार से बात करने के लिए तैयारी कर ली है.

तापमान गिरने से बढ़ा प्रदूषण का स्तर
चंडीगढ़ के चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट देवेंद्र दलाई ने कहा कि इन दिनों धीरे-धीरे तापमान कम हो रहा है. तापमान कम होने के साथ ही प्रदूषण की समस्या भी बढ़ने लगती है. तापमान कम होने की वजह से हवा ठंडी हो जाती है, जिससे धूआं हवा से बाहर नहीं निकल पाता और हवा में ही रह जाता है, इससे प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होती है.

चंडीगढ़ में बढ़े प्रदूषण पर प्रशासन ने जाहिर की चिंता

पराली प्रदूषण से परेशान प्रशासन
पराली को जलाने के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा में पराली जलाई जा रही है. अगर हवा की दिशा चंडीगढ़ की ओर होती है तो हरियाणा से बड़ी मात्रा में दूषित हवा चंडीगढ़ की हवा में मिल जाएगी, जिससे चंडीगढ़ में प्रदूषण बढ़ जाएगा. तापमान कम होने की वजह से यह दूषित हवा ऊपर नहीं जा पाएगी.

हरियाणा सरकार से बात करेगा चंडीगढ़ प्रशासन
उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन जल्द ही हरियाणा सरकार से बात कर सकता है, ताकि हरियाणा सरकार किसानों को पराली जलाने से रोक सके.

ये भी पढ़ें:-हाईकोर्ट को उड़ाने की धमकी के बाद सुरक्षा कड़ी, डॉग स्क्वायड और बम स्क्वायड टीम भी मौजूद

पंजाब और हरियाणा में प्रदूषण
आपको बता दें कि पराली जलाने की वजह से हरियाणा के कई शहर देशभर में सबसे ज्यादा प्रदूषित पाए गए हैं. नासा ने भी एक तस्वीर जारी कर यह बताया है कि भारत में हरियाणा और पंजाब में पराली की वजह से सबसे ज्यादा प्रदूषण फैल रहा है.

चंडीगढ़: हरियाणा में पराली जलाने की समस्या जस की तस बनी हुई है. धान की फसल कटने के बाद किसानों ने फिर से पराली जलानी शुरू कर दी है. चंडीगढ़ प्रशासन इस बात को लेकर चिंतित है कि हरियाणा में पराली जलाए जाने से चंडीगढ़ की हवा दूषित ना हो जाए. इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने हरियाणा सरकार से बात करने के लिए तैयारी कर ली है.

तापमान गिरने से बढ़ा प्रदूषण का स्तर
चंडीगढ़ के चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट देवेंद्र दलाई ने कहा कि इन दिनों धीरे-धीरे तापमान कम हो रहा है. तापमान कम होने के साथ ही प्रदूषण की समस्या भी बढ़ने लगती है. तापमान कम होने की वजह से हवा ठंडी हो जाती है, जिससे धूआं हवा से बाहर नहीं निकल पाता और हवा में ही रह जाता है, इससे प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होती है.

चंडीगढ़ में बढ़े प्रदूषण पर प्रशासन ने जाहिर की चिंता

पराली प्रदूषण से परेशान प्रशासन
पराली को जलाने के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा में पराली जलाई जा रही है. अगर हवा की दिशा चंडीगढ़ की ओर होती है तो हरियाणा से बड़ी मात्रा में दूषित हवा चंडीगढ़ की हवा में मिल जाएगी, जिससे चंडीगढ़ में प्रदूषण बढ़ जाएगा. तापमान कम होने की वजह से यह दूषित हवा ऊपर नहीं जा पाएगी.

हरियाणा सरकार से बात करेगा चंडीगढ़ प्रशासन
उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन जल्द ही हरियाणा सरकार से बात कर सकता है, ताकि हरियाणा सरकार किसानों को पराली जलाने से रोक सके.

ये भी पढ़ें:-हाईकोर्ट को उड़ाने की धमकी के बाद सुरक्षा कड़ी, डॉग स्क्वायड और बम स्क्वायड टीम भी मौजूद

पंजाब और हरियाणा में प्रदूषण
आपको बता दें कि पराली जलाने की वजह से हरियाणा के कई शहर देशभर में सबसे ज्यादा प्रदूषित पाए गए हैं. नासा ने भी एक तस्वीर जारी कर यह बताया है कि भारत में हरियाणा और पंजाब में पराली की वजह से सबसे ज्यादा प्रदूषण फैल रहा है.

Intro:हरियाणा में पराली को जलाने की समस्या जस की तस बनी हुई है किसानों ने फिर से पराली जिलानी शुरू कर दी है। चंडीगढ़ प्रशासन इस बात को लेकर चिंतित है कि हरियाणा में पराली जलाए जाने से चंडीगढ़ की हवा दूषित ना हो जाए। इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने हरियाणा सरकार से बात करने के लिए तैयारी कर ली है। चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से कहा गया है कि अगर चंडीगढ़ में प्रदूषण का स्तर बढ़ता है तो इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे और साथ ही सरकार से जरूरी दिशानिर्देश को लेकर बात की जाएगी।
Body:चंडीगढ़ के चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट देवेंद्र दलाई ने कहा कि इन दिनों धीरे-धीरे तापमान कम हो रहा है। तापमान कम होने के साथ ही प्रदूषण की समस्या भी बढ़ने लगती है। क्योंकि तापमान कम होने की वजह से हवा ठंडी हो जाती है। जिससे धूआं हवा से बाहर नहीं निकल पाता और वह निकली हवा में ही रह जाता है इससे प्रदूषण के स्तर में वृद्धि होती है।
पराली को जलाने के मुद्दे पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा में पराली जलाई जा रही है और अगर हवा की दिशा चंडीगढ़ की ओर होती है तो हरियाणा से बड़ी मात्रा में दूषित हवा चंडीगढ़ की हवा में मिल जाएगी। जिससे चंडीगढ़ में प्रदूषण बढ़ जाएगा तापमान कम होने की वजह से यह दूषित हवा ऊपर नहीं जा पाएगी।
उन्होंने कहा कि इससे बचने के लिए चंडीगढ़ प्रशासन जल्द ही हरियाणा सरकार से बात कर सकता है। ताकि हरियाणा सरकार किसानों को पराली जलाने से रोक सके।
आपको बता दें कि पराली जलाने की वजह से हरियाणा के कई शहर देश भर में सबसे ज्यादा प्रदूषित पाए गए हैं। नासा ने भी एक तस्वीर जारी कर यह बताया है कि भारत में हरियाणा और पंजाब में पराली की वजह से सबसे ज्यादा प्रदूषण फैल रहा है।

बाइट- देवेंद्र दलाई , चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट, चंडीगढ़
Conclusion:
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