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चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज, जानिए क्या होगी शिरोमणि अकाली दल की रणनीति

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव (Chandigarh Municipal Corporation Election 2021) की तारीखें जैसे-जैसे नजदीक आ रही हैं, वैसे-वैसे यहां सरगर्मी भी तेज होती जा रही है. भाजपा से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल इस बार बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है. चंडीगढ़ चुनाव में पार्टी की क्या रणनीति होगी इसको लेकर चंडीगढ़ अकाली दल के अध्यक्ष हरदीप सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.

Chandigarh siromani akali dal
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Published : Nov 27, 2021, 8:12 PM IST

चंडीगढ़: चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव (Chandigarh Municipal Corporation Election 2021) को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. इस चुनाव में मुकाबला पिछली बार की अपेक्षा काफी कड़ा होने की उम्मीद है. क्योंकि इस बार आम आदमी पार्टी भी मैदान में उतर चुकी है. वहीं कांग्रेस और बीजेपी पहले से ही मैदान में हैं. जबकि दूसरी ओर भाजपा से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल इस बार बसपा के साथ चुनाव लड़ने जा रही है. नगर निगम चुनाव में अकाली दल की क्या रणनीति होगी इसको लेकर चंडीगढ़ अकाली दल के अध्यक्ष हरदीप सिंह ने हमसे खास बातचीत की.

चंडीगढ़ शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष हरदीप सिंह ने कहा कि भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ने में उन्हें नुकसान नहीं है बल्कि फायदा मिलेगा. अगर वह गठबंधन नहीं तोड़ते तो उनकी पार्टी को नुकसान हो सकता था. इसके अलावा चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में अकाली दल और बसपा का गठबंधन हुआ है. दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी और बसपा का वोट बैंक भी अकाली दल के साथ आएगा.

चंडीगढ़ चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज, जानिए क्या होगी शिरोमणि अकाली दल की स्ट्रैटजी

ये भी पढ़ें- किसान आंदोलन के बीच चंडीगढ़ में बजा चुनावी बिगुल, जानिए क्या होगा बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक

कृषि कानूनों को लेकर हरदीप सिंह ने कहा कि अकाली दल ने कृषि कानूनों के विरोध में ही भाजपा से गठबंधन तोड़ा था. वह भाजपा से पहले दिन से ही ये कहते आ रहे थे कि कृषि कानूनों को वापस ले लिया जाए, लेकिन भाजपा नहीं मानी इसलिए हमने गठबंधन तोड़ दिया. हरदीप सिंह ने कहा कि हम कृषि कानूनों को वापस होने के फैसले को फायदे या नुकसान के तौर पर नहीं देखते. क्योंकि ये किसानों का मुद्दा था और हमारी पार्टी हमेशा किसानों के साथ खड़ी है. इसमें हमारी पार्टी फायदे या नुकसान के बारे में नहीं सोचती. जिस बात में किसानों को फायदा होगा हमारी पार्टी उसी मांग को उठाएगी.

आम आदमी पार्टी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल झूठे नेता हैं. केजरीवाल प्रदूषण, कृषि कानूनों और पानी के मुद्दे पर दिल्ली में कोई और बयान देते हैं और पंजाब में आकर उन बयानों को बदल देते हैं. वह हमेशा झूठ बोलते हैं. उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता. इसके अलावा आम आदमी पार्टी लोगों को हर सुविधा मुफ्त में देने की बात करती है, लेकिन चंडीगढ़ में उनकी यह चाल नहीं चलेगी. क्योंकि चंडीगढ़ के लोग कोई भी सुविधा मुफ्त में नहीं चाहते. वह हर सुविधा को बेहतरीन तरीके से चाहते हैं. चंडीगढ़ के लोग चाहते हैं कि उन्हें हर अच्छी सुविधा मिले.

ये भी पढ़ें- Chandigarh Election News: चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव की तारीख घोषित, 24 दिसंबर को मतदान

हरदीप सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ में भाजपा भी फेल रही है. क्योंकि भाजपा राज में चंडीगढ़ सफाई के मामले में लगातार पिछड़ ताजा रहा है. अब हालत बदतर हो चुके हैं. भाजपा यहां से डंपिंग ग्राउंड को भी नहीं हटवा सकी, लेकिन अगर इस बार हमें मौका मिलता है तो हम चंडीगढ़ को सफाई के मामले में फिर से पहले वाला स्थान दिलाएंगे. उन्होंने कहा कि लोगों को 24 घंटे सप्लाई का पानी मुहैया करवाएंगे और चंडीगढ़ से डंपिंग ग्राउंड को भी हटवाएंगे. इसके अलावा कई अन्य समस्याएं हैं जिन्हें जल्द से जल्द दूर किया जाएगा.

बता दें कि चंडीगढ़ नगर निगम के लिए 24 दिसंबर को चुनाव होना है. इसके लिए इलेक्शन कमीशन की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है. अधिसूचना के अनुसार निकाय चुनावों के लिए नामांकन 27 से शुरू होकर 4 दिसंबर तक होंगे. 9 दिसंबर को नामांकन वापस लिए जा सकेंगे. 24 दिसंबर को मतदान होगा जो सुबह 7:30 बजे से शाम को 5:00 बजे तक होगा. चुनाव से 72 घंटे पहले प्रचार बंद हो जाएगा. 27 दिसंबर को नगर निगम के लिए वोटों की काउंटिंग होगी. नगर निगम के चुनाव में इस बार कुल मतदाता 6 लाख 30 हजार से अधिक हैं. जिनमें 3 लाख 30 हजार से अधिक पुरुष मतदाता और 2 लाख 99 हजार से अधिक महिला मतदाता हैं. इसके अलावा थर्ड जेंडर वोटर्स 17 हैं.


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चंडीगढ़: चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव (Chandigarh Municipal Corporation Election 2021) को लेकर चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं. इस चुनाव में मुकाबला पिछली बार की अपेक्षा काफी कड़ा होने की उम्मीद है. क्योंकि इस बार आम आदमी पार्टी भी मैदान में उतर चुकी है. वहीं कांग्रेस और बीजेपी पहले से ही मैदान में हैं. जबकि दूसरी ओर भाजपा से अलग होने के बाद शिरोमणि अकाली दल इस बार बसपा के साथ चुनाव लड़ने जा रही है. नगर निगम चुनाव में अकाली दल की क्या रणनीति होगी इसको लेकर चंडीगढ़ अकाली दल के अध्यक्ष हरदीप सिंह ने हमसे खास बातचीत की.

चंडीगढ़ शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष हरदीप सिंह ने कहा कि भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ने में उन्हें नुकसान नहीं है बल्कि फायदा मिलेगा. अगर वह गठबंधन नहीं तोड़ते तो उनकी पार्टी को नुकसान हो सकता था. इसके अलावा चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में अकाली दल और बसपा का गठबंधन हुआ है. दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ेंगी और बसपा का वोट बैंक भी अकाली दल के साथ आएगा.

चंडीगढ़ चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज, जानिए क्या होगी शिरोमणि अकाली दल की स्ट्रैटजी

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कृषि कानूनों को लेकर हरदीप सिंह ने कहा कि अकाली दल ने कृषि कानूनों के विरोध में ही भाजपा से गठबंधन तोड़ा था. वह भाजपा से पहले दिन से ही ये कहते आ रहे थे कि कृषि कानूनों को वापस ले लिया जाए, लेकिन भाजपा नहीं मानी इसलिए हमने गठबंधन तोड़ दिया. हरदीप सिंह ने कहा कि हम कृषि कानूनों को वापस होने के फैसले को फायदे या नुकसान के तौर पर नहीं देखते. क्योंकि ये किसानों का मुद्दा था और हमारी पार्टी हमेशा किसानों के साथ खड़ी है. इसमें हमारी पार्टी फायदे या नुकसान के बारे में नहीं सोचती. जिस बात में किसानों को फायदा होगा हमारी पार्टी उसी मांग को उठाएगी.

आम आदमी पार्टी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि केजरीवाल झूठे नेता हैं. केजरीवाल प्रदूषण, कृषि कानूनों और पानी के मुद्दे पर दिल्ली में कोई और बयान देते हैं और पंजाब में आकर उन बयानों को बदल देते हैं. वह हमेशा झूठ बोलते हैं. उन पर विश्वास नहीं किया जा सकता. इसके अलावा आम आदमी पार्टी लोगों को हर सुविधा मुफ्त में देने की बात करती है, लेकिन चंडीगढ़ में उनकी यह चाल नहीं चलेगी. क्योंकि चंडीगढ़ के लोग कोई भी सुविधा मुफ्त में नहीं चाहते. वह हर सुविधा को बेहतरीन तरीके से चाहते हैं. चंडीगढ़ के लोग चाहते हैं कि उन्हें हर अच्छी सुविधा मिले.

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हरदीप सिंह ने कहा कि चंडीगढ़ में भाजपा भी फेल रही है. क्योंकि भाजपा राज में चंडीगढ़ सफाई के मामले में लगातार पिछड़ ताजा रहा है. अब हालत बदतर हो चुके हैं. भाजपा यहां से डंपिंग ग्राउंड को भी नहीं हटवा सकी, लेकिन अगर इस बार हमें मौका मिलता है तो हम चंडीगढ़ को सफाई के मामले में फिर से पहले वाला स्थान दिलाएंगे. उन्होंने कहा कि लोगों को 24 घंटे सप्लाई का पानी मुहैया करवाएंगे और चंडीगढ़ से डंपिंग ग्राउंड को भी हटवाएंगे. इसके अलावा कई अन्य समस्याएं हैं जिन्हें जल्द से जल्द दूर किया जाएगा.

बता दें कि चंडीगढ़ नगर निगम के लिए 24 दिसंबर को चुनाव होना है. इसके लिए इलेक्शन कमीशन की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई है. अधिसूचना के अनुसार निकाय चुनावों के लिए नामांकन 27 से शुरू होकर 4 दिसंबर तक होंगे. 9 दिसंबर को नामांकन वापस लिए जा सकेंगे. 24 दिसंबर को मतदान होगा जो सुबह 7:30 बजे से शाम को 5:00 बजे तक होगा. चुनाव से 72 घंटे पहले प्रचार बंद हो जाएगा. 27 दिसंबर को नगर निगम के लिए वोटों की काउंटिंग होगी. नगर निगम के चुनाव में इस बार कुल मतदाता 6 लाख 30 हजार से अधिक हैं. जिनमें 3 लाख 30 हजार से अधिक पुरुष मतदाता और 2 लाख 99 हजार से अधिक महिला मतदाता हैं. इसके अलावा थर्ड जेंडर वोटर्स 17 हैं.


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