ETV Bharat / state

जेबीटी भर्ती घोटाले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला की सजा पूरी - JBT recruitment case

जेबीटी भर्ती घोटाले (JBT recruitment case) में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला (Omprakash Chautala) की सजा पूरी हो चुकी है.

Om Prakash Chautala
Om Prakash Chautala
author img

By

Published : Jun 23, 2021, 10:40 AM IST

Updated : Jun 23, 2021, 11:25 AM IST

नई दिल्ली/चंडीगढ़: जेबीटी भर्ती घोटाले (JBT recruitment case) में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला (Om prakash Chautala ) की सजा पूरी हो गई है. तिहाड़ जेल प्रशासन ने इस बात की जानकारी ओम प्रकाश चौटाला के वकील को दी. बताया गया है कि कल रात को उनकी सजा पूरी हो गई है. कुछ कागजी कार्रवाई बची हुई है. उसे पूरा होते ही आधिकारिक तौर पर रिहाई के आदेश जारी हो जाएंगे. हालांकि ओम प्रकाश चौटाला अभी तिहाड़ जेल से बाहर ही हैं. वकील का कहना है कि सजा होने से कल तक सरकारी छूट समेत सभी मिलाकर ओम प्रकाश चौटाला की सजा पूरी हो गई है. बता दें कि जेबीटी भर्ती घोटाले में साल 2013 में पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को 10 साल की सजा सुनाई गई थी.

क्या था मामला?

सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक हरियाणा में इनेलो की सरकार बनने के बाद साल 1999-2000 में जेबीटी टीचर की भर्ती निकाली गई. चौटाला सरकार ने भर्ती का अधिकार एसएससी से लेकर अपने पास रख लिया और इसके लिए जिला स्तर पर समितियां गठित कर दीं. चार्जशीट के मुताबिक 3206 जूनियर बेसिक ट्रेंड (जेबीटी) टीचर्स की नियुक्ति में ओम प्रकाश चौटाला और अजय चौटाला ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया. नियुक्तियों की दूसरी लिस्ट 18 जिलों की चयन समिति के सदस्यों और अध्यक्षों को हरियाणा भवन और चंडीगढ़ के गेस्ट हाउस में बुलाकर तैयार कराई गई. इसमें जिन अयोग्य उम्मीदवारों से पैसा मिला था उनके नाम योग्य उम्मीदवारों की सूची में डाल दिए गए.

Om Prakash Chautala
जेबीटी भर्ती घोटाले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला की सजा पूरी

ऐसे हुआ मामले का खुलासा

जेबीटी भर्ती घोटाले को अंजाम देने के लिए साल 1985 बैच के आईएएस अधिकारी संजीव कुमार को शिक्षा विभाग का निदेशक बनाया गया था. मामले के मुताबिक परीक्षा के बाद योग्य उम्मीदवारों की जो सूची बनी उनमें संजीव कुमार के उम्मीदवार भी थे. जब नतीजे घोषित करने की बारी आई तो अजय चौटाला व शेर सिंह बडशामी ने कुमार को धमकाते हुए उनके उम्मीदवारों के नाम सूची से काटकर नई सूची बनवाई और नतीजे घोषित करने को कहा. यहीं से घोटाले का खुलासा होना शुरू हो गया.

ये भी पढ़ें- जेबीटी भर्ती घोटालाः हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा जब अधिकारियों को सेवानिवृत्ति लाभ नहीं तो नेताओं को पेंशन क्यों ?

कौन हैं ओपी चौटाला?

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी, 1935 को हरियाणा के सिरसा गांव में हुआ. ओपी चौटाला पूर्व उप मुख्यमंत्री चौधरी देवी लाल के पुत्र हैं. ओमप्रकाश चौटाला पांच बार (1970, 1990, 1993, 1996 और 2000) हरियाणा विधान सभा के सदस्य रह चुके हैं. साल 1989 में ओम प्रकाश चौटाला पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. इसके बाद वो 1990, 1991 और 1999 में भी मुख्यमंत्री बनें.

नई दिल्ली/चंडीगढ़: जेबीटी भर्ती घोटाले (JBT recruitment case) में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला (Om prakash Chautala ) की सजा पूरी हो गई है. तिहाड़ जेल प्रशासन ने इस बात की जानकारी ओम प्रकाश चौटाला के वकील को दी. बताया गया है कि कल रात को उनकी सजा पूरी हो गई है. कुछ कागजी कार्रवाई बची हुई है. उसे पूरा होते ही आधिकारिक तौर पर रिहाई के आदेश जारी हो जाएंगे. हालांकि ओम प्रकाश चौटाला अभी तिहाड़ जेल से बाहर ही हैं. वकील का कहना है कि सजा होने से कल तक सरकारी छूट समेत सभी मिलाकर ओम प्रकाश चौटाला की सजा पूरी हो गई है. बता दें कि जेबीटी भर्ती घोटाले में साल 2013 में पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला को 10 साल की सजा सुनाई गई थी.

क्या था मामला?

सीबीआई की चार्जशीट के मुताबिक हरियाणा में इनेलो की सरकार बनने के बाद साल 1999-2000 में जेबीटी टीचर की भर्ती निकाली गई. चौटाला सरकार ने भर्ती का अधिकार एसएससी से लेकर अपने पास रख लिया और इसके लिए जिला स्तर पर समितियां गठित कर दीं. चार्जशीट के मुताबिक 3206 जूनियर बेसिक ट्रेंड (जेबीटी) टीचर्स की नियुक्ति में ओम प्रकाश चौटाला और अजय चौटाला ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया. नियुक्तियों की दूसरी लिस्ट 18 जिलों की चयन समिति के सदस्यों और अध्यक्षों को हरियाणा भवन और चंडीगढ़ के गेस्ट हाउस में बुलाकर तैयार कराई गई. इसमें जिन अयोग्य उम्मीदवारों से पैसा मिला था उनके नाम योग्य उम्मीदवारों की सूची में डाल दिए गए.

Om Prakash Chautala
जेबीटी भर्ती घोटाले में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला की सजा पूरी

ऐसे हुआ मामले का खुलासा

जेबीटी भर्ती घोटाले को अंजाम देने के लिए साल 1985 बैच के आईएएस अधिकारी संजीव कुमार को शिक्षा विभाग का निदेशक बनाया गया था. मामले के मुताबिक परीक्षा के बाद योग्य उम्मीदवारों की जो सूची बनी उनमें संजीव कुमार के उम्मीदवार भी थे. जब नतीजे घोषित करने की बारी आई तो अजय चौटाला व शेर सिंह बडशामी ने कुमार को धमकाते हुए उनके उम्मीदवारों के नाम सूची से काटकर नई सूची बनवाई और नतीजे घोषित करने को कहा. यहीं से घोटाले का खुलासा होना शुरू हो गया.

ये भी पढ़ें- जेबीटी भर्ती घोटालाः हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा जब अधिकारियों को सेवानिवृत्ति लाभ नहीं तो नेताओं को पेंशन क्यों ?

कौन हैं ओपी चौटाला?

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का जन्म 1 जनवरी, 1935 को हरियाणा के सिरसा गांव में हुआ. ओपी चौटाला पूर्व उप मुख्यमंत्री चौधरी देवी लाल के पुत्र हैं. ओमप्रकाश चौटाला पांच बार (1970, 1990, 1993, 1996 और 2000) हरियाणा विधान सभा के सदस्य रह चुके हैं. साल 1989 में ओम प्रकाश चौटाला पहली बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने. इसके बाद वो 1990, 1991 और 1999 में भी मुख्यमंत्री बनें.

Last Updated : Jun 23, 2021, 11:25 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.