चंडीगढ़: हरियाणा की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने सोमवार को चंडीगढ़ में आयोजित हरियाणा विजन जीरो संस्थागत सड़क सुरक्षा कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. इस दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मृत्यु दर में कमी लाने के उद्देश्य से आरंभ किए गए हरियाणा विजन जीरो कार्यक्रम से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में लगभग सात प्रतिशत तक कमी आई है.
कार्यक्रम में ये भी जानकरी दी गई है कि सड़क दुर्घटनाओं में 75 प्रतिशत जान गंवाने वालों में 12 से 35 वर्ष आयु वर्ग के होते हैं. हरियाणा में वाहनों की औसत स्पीड बहुत ज्यादा है, जिसे रोकने के लिए पुलिस विभाग तत्परता से कार्य कर रहा है. इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल का संदेश भी दिखाया गया.
हरियाणा विजन जीरो की वेबसाइट हुई लॉन्च
इस खास मौके पर मुख्य सचिव द्वारा हरियाणा विजन जीरो की वेबसाइट लॉन्च की गई और हरियाणा विजन जीरो के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया गया. उन्होंने पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग से सड़क दुर्घटनाओं का लाइव डाटा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए, ताकि उन दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाया जा सके.
सभी 22 जिलों में चलाया गया ये अभियान
कार्यक्रम में परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीसी गुप्ता ने बताया कि हरियाणा विजन जीरो कार्यक्रम की शुरुआत मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा 3 मई 2017 को गुरुग्राम में की गई थी. इसके लिए हरियाणा सरकार, नासकॉम और वर्ल्ड रिसॉर्स इंस्टीट्यूट के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए. मई 2017 से दिसंबर 2018 तक पहले चरण में 10 जिलों में हरियाणा विजन जीरो कार्यक्रम चलाया गया, जिसकी सफलता के बाद जनवरी 2019 से दूसरे चरण में सभी 22 जिलों में इस कार्यक्रम को लागू किया गया है.
विजन जीरो से कम हुई दुर्घटनाएं
बैठक में ये भी बताया कि पहले चरण के कार्यक्रम में 230 लोगों को बचाया गया. 6554 किलोमीटर सड़कों का सड़क सुरक्षा ऑडिट करवाया गया. 1386 दुर्घटनाओं की जांच की गई और 141 जिला सुरक्षा समितियों की बैठक की गई. उन्होंने बताया कि हरियाणा विजन जीरो कार्यक्रम से राज्य में सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 7 प्रतिशत तक कमी आई है. चरखी दादरी और कैथल जिले में 40-40 प्रतिशत, 8 जिलों में लगभग 10-10 प्रतिशत और 3 जिलों में 5 से 10 प्रतिशत तक की कमी आई है.