चंडीगढ़: चंडीगढ़ में 6-7 जुलाई के आसपास ईंधन आधारित दोपहिया वाहनों पर प्रतिबंध लागू होने की संभावना है. चंडीगढ़ में ईवी नीति के तहत ईंधन आधारित (पेट्रोल-डीजल) दोपहिया वाहनों के लिए केवल 702 पंजीकरण बचे हैं. चंडीगढ़ मेयर अनूप गुप्ता द्वारा प्रतिबंध लागू होने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी के बाद शहर के उद्योगपतियों ने इलेक्ट्रिक वाहन नीति (EV) को लेकर आज बैठक बुलाई है. चंडीगढ़ मेयर ने कहा है कि गैर-ईवी को शहर में अनुमति नहीं दी जाएगी.
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चंडीगढ़ में ईवी पॉलिसी को लेकर समीक्षा बैठक: चंडीगढ़ रिन्यूएबल एनर्जी एंड साइंस एंड टेक्नोलॉजी प्रमोशन सोसाइटी (CREST) के सीईओ अरुलराजन पी ने समीक्षा बैठक को लेकर एक पत्र जारी किया था. ईवी नीति 2022 पर मध्यावधि समीक्षा बैठक आज सलाहकार की अध्यक्षता में हो रही है. नये सचिवालय भवन में आयोजित बैठक में मेयर, गृह सचिव, वित्त सचिव, आयुक्त, उपायुक्त और परिवहन निदेशक समेत कई अधिकारी शामिल हैं. हालांकि, चंडीगढ़ प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, यह समीक्षा बैठक ईवी नीति को लेकर मध्यावधि समीक्षा बैठक है. इस बैठक का मेयर की धमकी से कोई लेना-देना नहीं है.
चंडीगढ़ में सितंबर 2022 में इलेक्ट्रिक वाहन नीति: बता दें कि, चंडीगढ़ प्रशासन ने एक मॉडल ईवी शहर और उच्चतम ईवी घनत्व वाला शहर घोषित करने के लिए सितंबर 2022 में अपनी इलेक्ट्रिक वाहन नीति शुरू की थी. इस नीति के अनुसार हर साल ईंधन आधारित वाहनों को धीरे-धीरे समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. नीति के अनुसार अगले साल तक ईंधन आधारित दोपहिया वाहनों के पंजीकरण पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया जाएगा. इसके अलावा ईंधन आधारित चार पहिया वाहनों की संख्या भी काफी कम होने की उम्मीद है.
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हर साल के लिए लक्ष्य निर्धारित: इस संबंध में प्रत्येक वर्ष के लिए न्यूनतम प्राप्य लक्ष्य निर्धारित किये गये हैं. चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए लक्ष्य ईंधन आधारित चार पहिया वाहनों में 20 फीसदी की कमी है. इसके अनुसार शहर में केवल 22,626 चार पहिया वाहनों का पंजीकरण किया जा सकता है. इसके अलावा दोपहिया वाहनों में 70 फीसदी की कमी की जा सकती है. इसके अनुसार केवल नये पंजीकरण 6,202 की अनुमति है.
5,500 दोपहिया वाहनों का पंजीकरण: पंजीकरण और लाइसेंसिंग प्राधिकरण (RLA) के विवरण के अनुसार, 1 अप्रैल से अब तक 5,500 दोपहिया वाहनों का पंजीकरण हो चुका है. अब केवल 702 दोपहिया वाहनों का पंजीकरण बचा है. अगले साल से चंडीगढ़ में किसी भी ईंधन आधारित दोपहिया वाहन का पंजीकरण नहीं किया जा सकेगा. यह कदम शहर में ईवी को बढ़ावा देने की कोशिश का एक हिस्सा है. इस फैसले के खिलाफ फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स ऑफ चंडीगढ़ द्वारा विभिन्न स्तरों पर विरोध प्रदर्शन किया गया था. फेडरेशन ने इस संबंध में चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद से भी मुलाकात की थी.
प्रतिबंध की घोषणा बिना उचित तैयारी के ही की गई है. जब अन्य राज्यों से ईवी वाहनों का प्रवेश जारी रहेगा तो चंडीगढ़ कार्बन-तटस्थ शहर कैसे बन सकता है? जब तक दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों को दिल्ली की तर्ज पर व्यवस्थित नहीं किया जाएगा, तह तक इस समस्या का हल संभव नहीं है. इसे लागू करने से हजारों लोगों की आजीविका छिन जाएगी. - बलविंदर सिंह, सदस्य, चंडीगढ़ फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स