चंडीगढ़: नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पद्म विभूषण सम्मान लौटा दिया है. उनके इस फैसले पर केंद्रीय राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया की प्रतिक्रिया सामने आई है. कटारिया का कहना है प्रकाश सिंह बादल उनके पिता तुल्य हैं. हालांकि वो ये भी कहते नजर आए कि पद्म विभूषण वापस लौटान उनका फैसला नहीं होगा.
'बादल ने दबाव में लिया अवॉर्ड वापसी का फैसला'
रतनलाल कटारिया का कहना है कि कई बार पार्टी निर्णय लेती और वैसे भी उनका पंजाब के साथ कड़ा मुकाबला चल रहा है. परिस्थितियों को मद्देनजर रखते हुए बादल साहब पर दबाव या होगा और उन्हें अवॉर्ड वापस लौटा दिया. रतनलाल कटारिया ने ये भी कहा कि बादल साहब देश के बड़े नेता हैं. उनको तो मोदी जी के साथ आकर समस्या का समाधान निकालना चाहिए.
दिग्विजय के बयान पर कटारिया की प्रतिक्रिया
दिग्विजय चौटाला के किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं के बयान पर कटारिया का कहना है कि मनोहर लाल मुख्यमंत्री हैं, दुष्यंत चौटाला उपमुख्यमंत्री हैं और जो फैसला वो अनिल विज को बैठाकर लेंगे वो मान्य होगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में समाधान निकला तो बल्ले-बल्ले है, नहीं तो समस्या का समाधान अपने आप हो जाएगा.
'मोदी के साथ चलना होगा'
कटारिया ने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी हर समस्या का समाधान करने में विश्वास रखती है. मोदी जी जिस प्रकार किसानों के मसीहा हैं वो वह चाहते हैं जब तक भारत महान देश नहीं बनेगा तब तक किसानों की आय दोगुनी नहीं होगी. नरेंद्र मोदी के साथ सभी को कदम से कदम मिलाकर चलना पड़ेगा.