चंडीगढ़: कोरोना महामारी की वजह से इस बार राष्ट्रीय खेल दिवस पर होने वाला राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह को वर्चुअली आयोजित किया गया. इसके लिए पहले राष्ट्रपति भवन में पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाता था. इस मौके पर महिला हॉकी कप्तान रानी रामपाल ने सभी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया और वो पीपीआई किट पहनकर अवॉर्ड कार्यक्रम में पहुंची.
बता दें कि राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड इस बार पांच खिलाड़ियों को दिया गया है. जिसमें महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल भी शामिल हैं. उनके अलावा ये सर्वोच्च खेल सम्मान स्टार क्रिकेटर रोहित शर्मा, पहलवान विनेश फोगाट, पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगवेलु और टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा को हासिल हुआ है.
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रानी रामपाल के लिए 2020 स्वर्णिम रहा है. 30 जनवरी, 2020 को जहां रानी ने वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द ईयर जीता था, वहीं इसी वर्ष रानी को देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्मश्री के लिए चुना गया था. अब रानी रामपाल को राजीव गांधी खेल रत्न अवॉर्ड मिला है.
पिता चलाते थे घोड़ा गाड़ी, बेटी ने थामी हॉकी
रानी रामपाल कुरुक्षेत्र के शाहाबाद की रहने वाली हैं. उनका पिता रामपाल घोड़ा गाड़ी चलाते थे. छोटी उम्र से ही रानी को हॉकी का खेल पसंद था. अपनी मेहनत के दम पर उन्होंने अपने सपनों का साकार करके दिखाया. रानी केवल तीसरी और पहली महिला हॉकी खिलाड़ी हैं, जिन्हें खेल रत्न मिला है. रानी से पहले धनराज पिल्लै (2000) और सरदार सिंह (2017) को खेल रत्न पुरस्कार मिला था. भारतीय महिला हॉकी टीम ने रानी रामपाल की कप्तानी में पिछले साल टोक्यो ओलंपिक का टिकट हासिल किया है