चंडीगढ़: कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज एक बार फिर आमने सामने खड़े हो गए हैं. जहां सुरजेवाला ने भाजपा पर राजस्थान सरकार गिराने का षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है, तो वहीं विज ने राजस्थान के राजनीतिक घटनाक्रम में हरियाणा का कोई हाथ नहीं होने की बात कही है.
रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट और एक वीडियो जारी कर कहा कि पहले मध्यप्रदेश और अब राजस्थान में प्रजातंत्र की दिनदहाड़े हत्या का भाजपाई षड्यंत्र बेनकाब हो चुका है. उन्होंने कहा कि क्या प्रजातंत्र दिल्ली दरबार की दासी है? क्या बहुमत दिल्ली के हाथों की कठपुतली है? क्या वोट के शासन के मायने नहीं हैं? अगर नहीं तो मिल कर आवाज उठाएं.
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मध्यप्रदेश में फ्लोर टेस्ट की इतनी जल्दी थी क्योंकि विधायक बीजेपी के कब्जे में थे. राजस्थान में फ्लोर टेस्ट नहीं करवाएंगे क्योंकि विधायक कांग्रेस के साथ हैं. सुरजेवाला के आरोपों पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने अपनी पार्टी और सरकार का बचाव किया है.
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अनिल विज ने कहा कि फैसला राज्यपाल के हाथ में है और राज्यपाल अपने विवेक से फैसला लेंगे. वहीं सुरजेवाला द्वारा इसे चीरहरण करार देने पर विज ने सुरजेवाला पर तीखा पलटवार करते हुए तंज कसा. उन्होंने कहा कि सुरजेवाला का तो खुद का कई बार चीरहरण हो चुका है.
वहीं कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर आरोप लगाए हैं कि बीमारी के बादल छाए हुए हैं और लोग मुसीबत में हैं, लेकिन गरीब विरोधी सरकार आपदा को मुनाफे में बदल कर कमा रही है. राहुल गांधी के इस ट्वीट पर भी अनिल विज ने पलटवार किया और विज ने रामायण का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस व्यक्ति की जैसी नियत होती है उसके विचार भी वैसे ही होते हैं.