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CORONA से लड़ने के लिए खट्टर सरकार को रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दिए सुझाव

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Published : Mar 30, 2020, 7:50 PM IST

Updated : Mar 30, 2020, 11:30 PM IST

हरियाणा में कोरोना से लड़ने की तैयारियों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सवाल उठाए हैं और खट्टर सरकार को सुझाव भी दिए हैं.

खट्टर सरकार को रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दिए सुझाव
खट्टर सरकार को रणदीप सिंह सुरजेवाला ने दिए सुझाव

चंडीगढ़: देश में बढ़ते कोरोना के कहर के बाद पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है. हरियाणा में भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कोरोना वायरस को लेकर बयान दिया है.

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने डिजिटल पत्रकार वार्ता आयोजित कर कहा कि कोरोना वायरस से लड़ाई में हर हरियाणवी एकजुट हैं और सरकार द्वारा उठाए गए हर रचनात्मक कदम के साथ हैं. सुरजेवाला ने कहा कि आज हम हरियाणा प्रदेश में कोरोना महामारी से लड़ने में आ रही दिक्कतों और सरकार की अपर्याप्त तैयारियों का लेखा-जोखा से अवगत करवाना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार का विरोध करने के बजाय हम इस कोरोना के जंग के में सरकार के साथ है. हम खट्टर सरकार को इस वायरस से लड़ने के लिए सुझाव देंगे. उन्होंने सरकार की कई कमियों को उजागर किया और महामारी से लड़ने के लिए कमियों को दूर करने की बात भी कही.

सरकार से पूछे ये सवाल

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम, इलाज और बचाव सबसे महत्वपूर्ण चुनौती है. उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि 13,238 विदेश से आए लोगों की जाँच और कोरोना टेस्ट हुए, लेकिन सरकार के मुताबिक 30 मार्च, 2020 तक केवल 665 सैंपल ही लिए गए.

ये भी जानें- नूंह: कोविड-19 से निपटने के लिए उद्योगपति आर.के जैन ने दिए 5 लाख रुपए

प्रश्न यह है कि 13,238 विदेश से आए लोगों में से 12,573 का कोरोना टेस्ट क्यों नहीं करवाया गया? साथ ही उनके परिवारजनों और उनके संपर्क में आए 346 लोगों का टेस्ट क्यों नहीं करवाया गया?

हरियाणा में अब तक कोरोना टेस्ट की व्यवस्था दो जगह है - रोहतक मेडिकल कॅालेज और खानपुर मेडिकल कॅालेज. रोहतक मेडिकल कॅालेज में 34 से ज्यादा टेस्ट प्रतिदिन हो ही नहीं सकते. दोनों जगह मिलकर 100 से अधिक टेस्ट नहीं हो सकते.

उन्होंने सरकार से सवाल किये कि अगर कोरोना वायरस का टेस्ट ही नहीं हो पाया, तो उसकी रोकथाम व उपचार कैसे होगा? जब पूरे प्रदेश में 21 दिन का लॅाकडाऊन है, तो दूर जिलों के लोग टेस्ट कैसे करवाएं? कोरोना से लड़ाई में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हमारे डॅाक्टर, नर्सेस और स्वास्थ्यकर्मियों की है. उनके पास जरूरी मात्रा में न तो हैज़मेट सूट्स हैं, ना ही एन-95 मास्क, गॅागल, हैंड कवर, शू कवर, ग्लव्स, न टू-लेयर बॅाडी भी नहीं है. उन्होंने ये सवाल पूछा कि इन हालात में फिर कोरोना वायरस से जंग प्रभावी तरीके से कैसे लड़ी और जीती जाएगी?

ये भी जानें- कोविड-19 से लड़ाई में बादशाह और शिल्पा भी हुए शामिल, पीएम-केयर्स फंड में दिया लाखों का दान

सरकार को 5 सुझाव दिए-

1. विदेश से आए सभी 13,238 व्यक्तियों का (12,573 जो अभी बगैर टेस्ट के बचे हैं) का कोरोना टेस्ट तत्काल जरूरी तौर से करवाया जाए. उनके परिवारजन और संपर्क में आए व्यक्तियों में जहां-जहां लक्षण दिखें, उनका कोरोना टेस्ट भी तत्काल जरूरी तौर से करवाया जाए.

2. कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे सभी डॅाक्टरों, नर्सेस और स्वास्थ्यकर्मियों को ‘पर्सनल प्रोटेक्शन मतलब जरुरी सामान दिए जाए.

3. हर जिले में एक निशुल्क कोरोना टेस्टिंग लैब अगले एक हफ्ते में स्थापित की जाए.

4. कोरोना संक्रमण से ग्रस्त या सब संदिग्ध कोरोना केस को आइसोलेशन में रखने के लिए हर जिले में एक अस्पताल और डेडिकेटेड मेडिकल स्टाफ निर्धारित किया जाए. उस अस्पताल में दूसरे मरीजों की भर्ती नहीं की जाए.

5. सभी डॅाक्टर, नर्सेस और स्वास्थ्यकर्मियों को अगले तीन महीने के लिए सैलरी दोगुनी करने का विशेष फाईनेंशल पैकेज दिया जाए.

आपको बता दें कि इससे पहले भी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सरकार की कोरोना से लड़ने की तैयारियों को लेकर सवाल उठाए थे.

चंडीगढ़: देश में बढ़ते कोरोना के कहर के बाद पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है. हरियाणा में भी कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कोरोना वायरस को लेकर बयान दिया है.

रणदीप सिंह सुरजेवाला ने डिजिटल पत्रकार वार्ता आयोजित कर कहा कि कोरोना वायरस से लड़ाई में हर हरियाणवी एकजुट हैं और सरकार द्वारा उठाए गए हर रचनात्मक कदम के साथ हैं. सुरजेवाला ने कहा कि आज हम हरियाणा प्रदेश में कोरोना महामारी से लड़ने में आ रही दिक्कतों और सरकार की अपर्याप्त तैयारियों का लेखा-जोखा से अवगत करवाना चाहते हैं.

उन्होंने कहा कि सरकार का विरोध करने के बजाय हम इस कोरोना के जंग के में सरकार के साथ है. हम खट्टर सरकार को इस वायरस से लड़ने के लिए सुझाव देंगे. उन्होंने सरकार की कई कमियों को उजागर किया और महामारी से लड़ने के लिए कमियों को दूर करने की बात भी कही.

सरकार से पूछे ये सवाल

उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम, इलाज और बचाव सबसे महत्वपूर्ण चुनौती है. उन्होंने सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि 13,238 विदेश से आए लोगों की जाँच और कोरोना टेस्ट हुए, लेकिन सरकार के मुताबिक 30 मार्च, 2020 तक केवल 665 सैंपल ही लिए गए.

ये भी जानें- नूंह: कोविड-19 से निपटने के लिए उद्योगपति आर.के जैन ने दिए 5 लाख रुपए

प्रश्न यह है कि 13,238 विदेश से आए लोगों में से 12,573 का कोरोना टेस्ट क्यों नहीं करवाया गया? साथ ही उनके परिवारजनों और उनके संपर्क में आए 346 लोगों का टेस्ट क्यों नहीं करवाया गया?

हरियाणा में अब तक कोरोना टेस्ट की व्यवस्था दो जगह है - रोहतक मेडिकल कॅालेज और खानपुर मेडिकल कॅालेज. रोहतक मेडिकल कॅालेज में 34 से ज्यादा टेस्ट प्रतिदिन हो ही नहीं सकते. दोनों जगह मिलकर 100 से अधिक टेस्ट नहीं हो सकते.

उन्होंने सरकार से सवाल किये कि अगर कोरोना वायरस का टेस्ट ही नहीं हो पाया, तो उसकी रोकथाम व उपचार कैसे होगा? जब पूरे प्रदेश में 21 दिन का लॅाकडाऊन है, तो दूर जिलों के लोग टेस्ट कैसे करवाएं? कोरोना से लड़ाई में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हमारे डॅाक्टर, नर्सेस और स्वास्थ्यकर्मियों की है. उनके पास जरूरी मात्रा में न तो हैज़मेट सूट्स हैं, ना ही एन-95 मास्क, गॅागल, हैंड कवर, शू कवर, ग्लव्स, न टू-लेयर बॅाडी भी नहीं है. उन्होंने ये सवाल पूछा कि इन हालात में फिर कोरोना वायरस से जंग प्रभावी तरीके से कैसे लड़ी और जीती जाएगी?

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सरकार को 5 सुझाव दिए-

1. विदेश से आए सभी 13,238 व्यक्तियों का (12,573 जो अभी बगैर टेस्ट के बचे हैं) का कोरोना टेस्ट तत्काल जरूरी तौर से करवाया जाए. उनके परिवारजन और संपर्क में आए व्यक्तियों में जहां-जहां लक्षण दिखें, उनका कोरोना टेस्ट भी तत्काल जरूरी तौर से करवाया जाए.

2. कोरोना वायरस से जंग लड़ रहे सभी डॅाक्टरों, नर्सेस और स्वास्थ्यकर्मियों को ‘पर्सनल प्रोटेक्शन मतलब जरुरी सामान दिए जाए.

3. हर जिले में एक निशुल्क कोरोना टेस्टिंग लैब अगले एक हफ्ते में स्थापित की जाए.

4. कोरोना संक्रमण से ग्रस्त या सब संदिग्ध कोरोना केस को आइसोलेशन में रखने के लिए हर जिले में एक अस्पताल और डेडिकेटेड मेडिकल स्टाफ निर्धारित किया जाए. उस अस्पताल में दूसरे मरीजों की भर्ती नहीं की जाए.

5. सभी डॅाक्टर, नर्सेस और स्वास्थ्यकर्मियों को अगले तीन महीने के लिए सैलरी दोगुनी करने का विशेष फाईनेंशल पैकेज दिया जाए.

आपको बता दें कि इससे पहले भी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने सरकार की कोरोना से लड़ने की तैयारियों को लेकर सवाल उठाए थे.

Last Updated : Mar 30, 2020, 11:30 PM IST
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