चंडीगढ़: देश में लोकतंत्र का त्यौहार जारी है . हरियाणा की दस की दस लोकसभा सीटों पर चुनाव सम्पन्न हो चुका है. 10 लोकसभा की सीटों पर खड़े 223 उम्मीदवारों की किसमत Evm मशीनों में कैद हो चुकी है. 23 तारीख को पूरे देश के साथ साथ प्रदेश में भी ढोल नगाड़ो की गूंज सुनाई देगी, किसी की झोली में मायूसी तो किसी की झोली में ख़ुशी समाने वाली है. आज की हमारी चर्चा भी इन्ही चुनावों को लेकर है कि देश की सब से पुरानी पार्टी इंडियन नेशनल कांग्रेस का प्रदर्शन हरियाणा गठन के बाद प्रदेश में कैसा रहा.
चार्ट लोकसभा चुनाव के हिसाब से :-
- 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 22.99 % (26,34,905) के साथ एक सीट मिली पर संतोष करना पड़ा
- 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 41.79 % ( 34,07,291) वोटो के साथ नौ सीटे मिली
- 2004 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 42.13 % ( 34,09,950 ) वोटो के साथ नौ सीटे हासिल की
- 1999 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 34.93 % ( 24,35,752 ) वोटो के साथ एक भी सीट हासिल नहीं हुई
- 1998 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 26.02 % ( 19,65,397 ) वोटो के साथ तीन सीटे मिल पाई थी
- 1996 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 22 .64 % ( 1723087 ) वोट मिलने के बाद 2 ही सीटे मिल पाई
- 1991 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 37. 22 % ( 23,10,003 ) के साथ 9 सीटे मिली थी
- 1989 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 46.15 % ( 28,16,831 ) के साथ 4 ही सीटे हाथ लगी.
- 1984 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 54. 95 % ( 27,87,655 ) वोट हासिल कर के 10 की 10 लोकसभा सीटे अपने कब्जे में कर ली थी.
- 1980 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 32.55 % ( 14,26,261 ) वोट हासिल कर के 5 सीटे मिली.
- 1977 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 17. 95 % ( 7,44, 862 ) वोटो के साथ एक भी सीट हासिल नही कर पाई थी.
- 1971 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 52 .56 % ( 15,72,929 ) वोटो के साथ 9 में से 7 सीटो पर कब्ज़ा किया.
- 1967 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को 44 .06 % ( 13,44,830 ) मत मिले और 9 में से 7 सीटो पर जीत दर्ज की
लोकसभा वाइज कांग्रेस का प्रदर्शन:
1.अम्बाला ( आरक्षित ) लोकसभा सीट कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा बनने के बाद 13 चुनावों में से 6 बार कब्जे में की।
- 3. 5. 1971 में रामप्रकाश को जीत मिली
- 24.12.1984 में भी रामप्रकाश को जीत मिली
- 22.11. 1989 में भी रामप्रकाश को जीत मिली
- 10.05.1991 में भी रामप्रकाश को जीत मिली
- 10.05.2004 में कुमारी शैलजा ने कांग्रेस का परचम लहराया
- 15. 05.2009 में भी कुमारी शैलजा ने कांग्रेस को जीत दर्ज की
2. कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर हुए 11 चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने 4 बार जीत दर्ज की है
- 24.12.1984 में हरपाल सिंह ने जीत दर्ज की
- 10.05.1991 में सरदार तारा सिंह को जीत मिली
- 10.05.2004 में नवीन जिंदल विजयी रहे
- 10.05.2009 में भी नवीन जिंदल विजयी रहे
3. सिरसा ( आरक्षित ) लोकसभा सीट पर 13 चुनावों में से कांग्रेस पार्टी ने 8 बार जीत दर्ज की है
- 15. 02.1967 में दलबीर सिंह को जीत मिली
- 03.05.1971 में भी दलबीर सिंह को जीत मिली
- 24.12.1980 में भी दलबीर सिंह को जीत मिली
- 24.12.1984 में भी दलबीर सिंह को जीत मिली
- 10. 05. 1991 में कुमारी शैलजा ने कांग्रेस की झोली में ये सीट डाली
- 27. 04. 1996 में भी कुमारी शैलजा ने ही जित दर्ज की
- 10. 05. 2004 में आत्माराम सिंह गिल इस सीट से जीते
- 16. 05. 2009 में मौजूदा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने जित दर्ज की
4. हिसार लोकसभा सीट पर 13 चुनावों में से कांग्रेस पार्टी ने 5 बार जीत दर्ज की है
- 5. 02.1967 में रामकिशन गुप्ता को जीत मिली
- 03.05.1971 में मनीराम गोदारा को जीत मिली
- 24.12.1984 में बीरेंद्र सिंह के नाम सीट रही
- 10. 05. 1991 में मास्टर नारायण सिंह जीते
- 10. 05. 2004 में जयप्रकाश ने जीत दिलवाई
5. करनाल लोकसभा सीट पर 13 चुनावों में से कांग्रेस पार्टी ने 8 बार जीत दर्ज की
- 5. 02.1967 में माधोराम ने पार्टी को जीत दर्ज करवाई
- 24.12.1980 में चिरंजीलाल शर्मा को जीत मिली
- 24.12.1984 में भी चिरंजीलाल शर्मा को जीत मिली
- 22.11. 1989 में भी चिरंजीलाल शर्मा को जीत मिली
- 10. 05. 1991 में भी चिरंजीलाल शर्मा को जीत मिली
- 16. 02. 1998 में पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल विजई रहे
- 10. 05. 2004 में अरविन्द शर्मा जीते
- 16. 05. 2009 में भी अरविन्द शर्मा ही जीते
6. सोनीपत लोकसभा सीट पर अब तक 11 चुनावों में से कांग्रेस पार्टी ने 3 बार ही जीत दर्ज की
- 24.12.1984 में धर्मपाल मलिक ने जीत दर्ज की
- 10. 05. 1991 में भी धर्मपाल मलिक ने ही जीत दर्ज की
- 16. 05. 2009 में जितेंद्र सिंह मलिक जिते
7. रोहतक लोकसभा सीट पर 13 चुनावों में से कांग्रेस पार्टी ने 8 बार कांग्रेस जीती
- 5. 02.1967 में रणधीर सिंह ने पार्टी को जीत दिलवाई
- 24.12.1984 में हरद्वारीलाल को जित मिली
- 10. 05. 1991 में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्रसिंह हुड्डा ने जीत दर्ज की
- 27. 04. 1996 में भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्रसिंह हुड्डा ने जीत दर्ज की
- 16. 02. 1998 में भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्रसिंह हुड्डा ही जीते
- 10. 05. 2004 में भी भूपेंद्रसिंह हुड्डा को ही जीत का स्वाद चखने को मिला
- 16. 05. 2009 में भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा जीते
- 10. 04. 2014 में भी दीपेंद्र सिंह हुड्डा ही जीते
8. भिवानी/महेंद्रगढ़ लोकसभा में नए परिसीमन के बाद अब तक 2 ही चुनाव हुए है जिस में 2009 में श्रुति चौधरी ने कांग्रेस को एक बार जीत दर्ज करवाई है.
- 16. 05. 2019 में हुए चुनाव में भी श्रुति चौधरी ही पार्टी की उम्मीदवार हैं
- 16. 05. 2009 में कांग्रेस पार्टी की सी एल पी किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी ने पार्टी को जीत दिलवाई
9. गुरुग्राम ( गुड़गांव ) लोकसभा में नए परिसीमन के बाद अब तक 2 ही चुनाव हुए है जिस में राव इंद्रजीत ने एक बार कांग्रेस को और एक बार भाजपा को जीत दिलवाई है. इस बार के चुनाव में भी इंद्रजीत भाजपा की टिकिट पर खड़े हैं.
- 16. 05. 2009 में राव इंद्रजीत सिंह ने कांग्रेस को विजयी बनवाया था
10. फरीदाबाद लोकसभा सीट पर अभी तक हुए 11 चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने 6 बार जीत दर्ज की है
24.12.1980 में तैयब हुसैन ने जीत दर्ज की
24.12.1984 में रहीम खान को जित मिली
22.11. 1989 में भजन लाल ने कांग्रेस का परचम लहराया
10. 05. 1991 में अवतार सिंह भड़ाना जीते
10. 05. 2004 में भी अवतार सिंह भड़ाना जीते
16. 05. 2009 में भी अवतार सिंह भड़ाना ने ही कांग्रेस का झंडा बुलंद किया
हरियाणा में 12 मई को चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं , प्रदेश में पहली बार अपने मत अधिकार का प्रयोग करने वाले 1 करोड़ 40 लाख युवाओं का रुख साफ करेगा कि 10 लोकसभा सीटों में से किस पार्टी को कितनी सीट प्राप्त होती है. चलिए नजर डालते हैं कुछ पिछले आंकड़ों पर-
हरियाणा में किस आयु के कितने मतदाता :-
हरियाणा के गठन के बाद मतप्रतिशत :-
हरियाणा प्रदेश में इस बार 70.34 प्रतिशत मतदान हुआ है, जिस में 71 % मतदान पुरषों ने किया है जब की 69.61% मतदान महिलाओं द्वारा किया गया है. हरियाणा के गठन के बाद अब तक के सब से कम मतदान की बात की जाए तो 1999 में जनता ने सब से कम 63. 68 % मतदान किया था, तो वहीं 1977 में 73.26 % मतदान कर प्रदेश के इतिहास में सब से ज्यादा मतदान किया था. अब 23 मई को क्लियर हो जाएगा की जनता ने देश की बागडोर आखिर किस के हाथो में सौपी है. लोकतंत्र के इस त्यौहार की 19 मई को सातवे चरण के मतदान के साथ समाप्ति होगी.