चंडीगढ़: हरियाणा में गन्ना किसानों की बकाया राशि का भुगतान आगामी 10 जुलाई तक शत-प्रतिशत कर दिया जाएगा. ये जानकारी सोमवार को चंडीगढ़ में हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने हरियाणा राज्य सहकारी चीनी मिल प्रसंघ (शुगरफेड) के अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक में दी. वहीं बैठक में बताया गया कि अच्छा काम करने वाले अधिकारियों, कर्मचारियों को इंसेंटिव दिए जाने की शुरुआत भी की जाएगी.
सहकारिता मंत्री ने बताया कि हाल ही के पिराई सीजन 2020-2021 के दौरान सहकारी चीनी मिलों ने 429.35 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है. जिसकी कुल राशि 1500.83 करोड़ रुपये बनती है. जिसमें से 1082.16 करोड़ रुपये की राशि गन्ना किसानों को दी जा चुकी है और शेष राशि आगामी 10 जुलाई तक अदा कर दी जाएगी.
2020-21 में 41.97 लाख क्विंटल चीनी का हुआ उत्पादन
बैठक में बताया गया कि पिराई सीजन 2020-21 में 41.97 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया जबकि पिराई सीजन 2019-20 में 37.41 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया था. पिराई सीजन 2020-21 में 87.59 प्रतिशत क्षमता उपयोग किया गया जबकि पिराई सीजन 2019-20 में 86.13 प्रतिशत क्षमता उपयोग किया गया था.
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ऐसे ही, पिराई सीजन 2020-21 में 36.08 करोड़ रुपये की 7.53 करोड़ यूनिट बिजली बेची गई जबकि पिराई सीजन 2019-20 में 32.19 करोड़ रुपये की 6.83 करोड़ यूनिट बिजली बेची गई थी. बैठक में मंत्री को अवगत कराया गया कि महम, कैथल और पलवल की सहकारी चीनी मिलों द्वारा 2020-21 के पिराई सीजन के दौरान 630.16 क्विंटल गुड़ का उत्पादन किया गया.
कैथल की सहकारी चीनी मिल में बायो-फ्यूल के लिए परियोजना पर कार्य शुरू कर दिया गया है जिसे जल्द ही अन्य सहकारी चीनी मिलों में भी शुरू किया जाएगा. बैठक के दौरान सहकारिता मंत्री ने अच्छा काम करने वाले अधिकारियों की प्रशंसा की. साथ ही जो कमियां पिछले सीजन में रह गई है उन्हें दूर भी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए.
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