चंडीगढ़: जेबीटी भर्ती घोटाले (JBT Recruitment Scam) में सजा पूरी करने के बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला एक बार फिर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय होते नजर आ रहे हैं. मंगलवार को जेल से रिहा होने के बाद ओपी चौटावा मे पहली प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने ना सिर्फ केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा, बल्कि आने वाले दिनों में राष्ट्रीय स्तर पर तीसरा मौर्चा (National Level Third Front) बनाने का भी ऐलान किया.
मीडिया को संबोधित करते हुए हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला ने कहा कि 25 सितंबर को स्वर्गीय चौधरी देवीलाल का जन्मदिन है. इससे पहले वो राष्ट्रीय स्तर पर तीसरे मोर्चे का गठन करेंगे. इसके लिए वो आने वाले दिनों में सभी प्रदेशों में जाएंगे और मुख्य विपक्षी दलों से संपर्क भी करेंगे. सबसे पहले 1 अगस्त को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके घर भोजन पर आएंगे. जहां तीसरे मोर्चे को लेकर विस्तार से चर्चा होगी.
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उन्होंने कहा कि आज मौजूदा सरकार का पतन करना जरूरी, इसके लिए जरूरी है कि तीसरा मोर्चा बनाया जाए ताकि सरकार को कमजोर किया जा सके. अगर सरकार को अल्पमत में लाना है तो मध्यवर्ती चुनाव कराने होंगे. इसके पीछे हमारा कोई राजनीतिक स्वार्थ नहीं है बल्कि आम जनता भी अब यही चाहती है.
हरियाणा के पूर्व सीएम ने कृषि कानूनों के खिलाफ जारी आंदोलन को लेकर कहा कि इस आंदोलन के समर्थन में सिर्फ किसान नहीं बल्कि हर जाति और हर वर्ग के लोग एक साथ खड़े हैं. चुनिंदा लोगों की वजह से सरकार चल रही है, इसलिए सरकार को आम लोगों की चिंता नहीं. सरकार कुछ लोगों को खुश करने के लिए आम जनता को लूट रही है. उन्होंने कहा कि किसान की फसल का उत्पादन अच्छा है, लेकिन सरकार उसे सही दामों पर नहीं खरीद रही है. किसान अपनी फसल मंडी से वापस घर ले जाने के लिए मजबूर है. आज बीज, खाद, दवाएं, डीजल और पेट्रोल सब मंहगा है, जिससे किसानों पर दोहरी मार पड़ रही है.
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वहीं ऐलनाबाद उपचुनाव पर ओपी चौटाला ने कहा कि सरकार इस चुनाव से डरी हुई है. कोरोना के नाम पर सरकार इस उपचुनाव को टाल रही है, लेकिन कभी तो ये चुनाव होगा. वो हमारी पुश्तैनी सीट है और हर बार की तरह इस बार भी वहां इनेलो के उम्मीदवार की ही जीत होगी. आपको बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में इनेलो ने इकलौती ऐलनाबाद सीट ही जीती थी. जिससे अभय चौटैला ने किसानों के समर्थन में इस्तीफा दे दिया था.
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