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पूर्व कैबिनेट मंत्री ओपी धनखड़ बने हरियाणा BJP के नए प्रदेश अध्यक्ष, जानिए उनका सियासी सफर

पूर्व कृषि मंत्री को हरियाणा बीजेपी का नया प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है. ओपी धनखड़ से पहले सुभाष बराला बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष थे.

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पूर्व कैबिनेट मंत्री ओपी धनखड़ बने BJP प्रदेश अध्यक्ष, बराला की छुट्टी
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Published : Jul 19, 2020, 3:09 PM IST

Updated : Jul 19, 2020, 3:56 PM IST

चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ओम प्रकाश धनखड़ को हरियाणा प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया. ये जानकारी राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी मुख्यालय प्रभारी अरूण सिंह ने दी. पिछली विधानसभा में ओपी धनखड़ कैबिनेट मंत्री थे, उनके पास कृषि, पंचायत, पशु पालन समेत पांच विभाग थे.

ओपी धनखड़ से पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के पद पर सुभाष बराला तैनात थे. अब पार्टी की ओर से बराला को हटाकर ओपी धनखड़ को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. बराला 2019 विधानसभा चुनाव में टोहाना से चुनाव हार गए थे.

ओपी घनखड़ ही क्यों ?

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि हरियाणा में जातीय समीकरण साधने के लिए अब बीजेपी को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर एक जाट नेता की ही आवश्यकता थी क्योंकि वे गैर जाट को मुख्यमंत्री बना चुकी है. इसलिए कैप्टन अभिमन्यु का नाम भी इस दौड़ में था लेकिन ओपी धनखड़ ने बाजी मारी.

हरियाणा की राजनीति में पूर्व कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ बड़ा नाम है. ओपी धनखड़ की पकड़ सिर्फ राज्य की राजनीति ही नहीं, बल्कि केंद्र में भी अच्छी है. शायद यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रीम प्रोजेक्ट स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का नेशनल कॉर्डिनेटर भी बनाया. देशभर से ओपी धनखड़ के नेतृत्व में मूर्ति के लिए लौहा इकट्ठा किया गया.

ओपी धनखड़ का राजनीतिक सफर

  • राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से 18 साल तक जुड़े रहे
  • 1996 में बीजेपी में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा
  • वाजपेयी सरकार के समय में पार्टी का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया
  • भाजपा किसान मोर्चा का अध्यक्ष रहते हुए एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू करने की मांग की
  • सरदार पटेल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के राष्ट्रीय समन्वयक, लौह संग्रह निगम समिति में रहे
  • दो बार भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे
  • 2014 रोहतक लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा
  • 2014 हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की
  • 2014 में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री बने
  • 2019 में ओपी धनखड़ चुनाव हार गए

ओपी धनखड़ का शुरुआती जीवन

  • ओपी धनखड़ का जन्म 1961 में झज्जर जिले में हुआ था.
  • इनके पिता का नाम वेद मोहब्बत सिंह और माता का नाम छोटो देवी है.
  • इनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव से शुरु हुई.
  • धनखड़ ने पोस्ट ग्रेजुएशन और एमएड रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से की.
  • अपनी पढ़ाई पूरी करके 11 साल तक भूगोल के लेक्चरर के तौर पर काम किया.
  • उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में अपने अनुभवों के आधार पर एक पुस्तक प्रकाशित की.

ओपी धनखड़ के बारे में और जानिए

  • शिक्षक के तौर पर काम करते हुए 1978 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े.
  • 1980 से 1996 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ रहे.
  • शिक्षा सेवाओं से जुड़े रहे युवा शिक्षा संबंधी कार्यों में सक्रिय रहे.
  • स्वदेशी जागरण मंच आंदोलन से जुड़े.
  • हरियाणा में घट रहे लिंग अनुपात के मुद्दे पर सरकार का ध्यान खींचा और सुधार के लिए काम किए.

चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ओम प्रकाश धनखड़ को हरियाणा प्रदेश भारतीय जनता पार्टी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया. ये जानकारी राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी मुख्यालय प्रभारी अरूण सिंह ने दी. पिछली विधानसभा में ओपी धनखड़ कैबिनेट मंत्री थे, उनके पास कृषि, पंचायत, पशु पालन समेत पांच विभाग थे.

ओपी धनखड़ से पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के पद पर सुभाष बराला तैनात थे. अब पार्टी की ओर से बराला को हटाकर ओपी धनखड़ को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. बराला 2019 विधानसभा चुनाव में टोहाना से चुनाव हार गए थे.

ओपी घनखड़ ही क्यों ?

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि हरियाणा में जातीय समीकरण साधने के लिए अब बीजेपी को प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर एक जाट नेता की ही आवश्यकता थी क्योंकि वे गैर जाट को मुख्यमंत्री बना चुकी है. इसलिए कैप्टन अभिमन्यु का नाम भी इस दौड़ में था लेकिन ओपी धनखड़ ने बाजी मारी.

हरियाणा की राजनीति में पूर्व कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ बड़ा नाम है. ओपी धनखड़ की पकड़ सिर्फ राज्य की राजनीति ही नहीं, बल्कि केंद्र में भी अच्छी है. शायद यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ड्रीम प्रोजेक्ट स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का नेशनल कॉर्डिनेटर भी बनाया. देशभर से ओपी धनखड़ के नेतृत्व में मूर्ति के लिए लौहा इकट्ठा किया गया.

ओपी धनखड़ का राजनीतिक सफर

  • राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से 18 साल तक जुड़े रहे
  • 1996 में बीजेपी में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा
  • वाजपेयी सरकार के समय में पार्टी का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया
  • भाजपा किसान मोर्चा का अध्यक्ष रहते हुए एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश को लागू करने की मांग की
  • सरदार पटेल स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के राष्ट्रीय समन्वयक, लौह संग्रह निगम समिति में रहे
  • दो बार भाजपा के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे
  • 2014 रोहतक लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा
  • 2014 हरियाणा विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की
  • 2014 में हरियाणा के कैबिनेट मंत्री बने
  • 2019 में ओपी धनखड़ चुनाव हार गए

ओपी धनखड़ का शुरुआती जीवन

  • ओपी धनखड़ का जन्म 1961 में झज्जर जिले में हुआ था.
  • इनके पिता का नाम वेद मोहब्बत सिंह और माता का नाम छोटो देवी है.
  • इनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव से शुरु हुई.
  • धनखड़ ने पोस्ट ग्रेजुएशन और एमएड रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से की.
  • अपनी पढ़ाई पूरी करके 11 साल तक भूगोल के लेक्चरर के तौर पर काम किया.
  • उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में अपने अनुभवों के आधार पर एक पुस्तक प्रकाशित की.

ओपी धनखड़ के बारे में और जानिए

  • शिक्षक के तौर पर काम करते हुए 1978 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े.
  • 1980 से 1996 तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ रहे.
  • शिक्षा सेवाओं से जुड़े रहे युवा शिक्षा संबंधी कार्यों में सक्रिय रहे.
  • स्वदेशी जागरण मंच आंदोलन से जुड़े.
  • हरियाणा में घट रहे लिंग अनुपात के मुद्दे पर सरकार का ध्यान खींचा और सुधार के लिए काम किए.
Last Updated : Jul 19, 2020, 3:56 PM IST
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